“When Geeta got trapped in the love trap, the police caught Mukh.”
मांग में सिंदूर भरने वाली स्त्रियां क्यों भ्रमित हो रही हैं ?
सनातन🚩समाचार🌎 कोई कारण तो अवश्य है जो मांग भरने वाली स्त्रियां हैवानों के प्रेम जाल में फस कर अपनी जाने गवा रही हैं, और यह कोई इक्का-दुक्का वारदातें नहीं बल्कि हर रोज होने वाली घटनाएं हैं। नया मामल है उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का। यहां भी एक विवाहित स्त्री की प्रेमजाल में फंसा कर हत्या कर दी गई है। यहां गला दबाकर हत्या कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी मुख्तार को गिरफ्तार कर लिया है।
प्राप्त विवरण के अनुसार 20 फरवरी 2022 को सीआरपीएफ जवान इंद्रपाल की उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में चुनावी ड्यूटी लगी हुई थी। उस दिन जवान ने अपनी पत्नी को कई बार फोन किया परंतु उसने कोई भी फोन नहीं सुना। जिस से चिंतित होकर उसने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी। तब पुलिस ने त्वरित कार्य करते हुए इंद्रपाल के घर जाकर जांच की तो उन्हें घर पर कोई नहीं मिला परंतु उन्हें एक कमरे से बियर के खाली कैन, गिलास और इसी तरह के कुछ और सामान मिले।
इसके बाद 21 फरवरी को चुनावी ड्यूटी से वापस लौट कर इंद्रपाल ने पुलिस ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस के पास दर्ज करवाई। पुलिस को मिली रिपोर्ट के अनुसार मरने वाली के पति का नाम इंद्रपाल है। मृतका की आयु 29 वर्ष बताई गई है जो 2 बच्चों की मां भी थी। उसके दो बच्चों के नाम हैं सिद्धार्थ और सुशांत। पुलिस को दी शिकायत में मृतिका गीता देवी के पति ने बताया है कि वह सी आर पी एफ में कार्य करता है तथा उसका नाम इंद्रपाल है। इस मिली शिकायत के बाद पुलिस ने जब जांच की तो पता चला की मृतका के फोन कॉल की डिटेल चैक की गई तो पता चला की गीता देवी की आखिरी बार एक कार मैकेनिक से बात हुई थी जिसका नाम मुख्तार है।
इस पर पुलिस ने मुख्तार को गिरफ्तार कर लिया तथा उससे पूछताछ की। पहले तो मुख्तार इधर उधर की बातें करके पुलिस को गुमराह करता रहा, परंतु जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मुख्तार ने माना कि उसने गीता देवी की हत्या कर दी है। उसने पुलिस को बताया की उसके सीआरपीएफ के जवान इंद्रपाल की पत्नी से अवैध संबंध थे, तथा जब भी इंद्रपाल ड्यूटी पर जाता था तो वह उसके घर उसकी पत्नी गीता के पास जाया करता था। इसी बीच जब उसे संदेह हुआ कि गीता किसी प्रॉपर्टी डीलर पुष्पेंद्र सिंह से भी संबंध बनाने लगी है तो उसने इस बारे में गीता से पूछा तो उनका आपस में काफी झगड़ा हुआ। इससे गुस्साए मुख्तार ने गीता को मार देने का मन बना लिया।
तब घटना की शाम को वह गीता को अपने साथ एक कार में बिठा कर ले गया। फिर रास्ते में एक सुनसान जगह पर उसने कार रोक गला दबाकर विवाहित गीता देवी की जान ले ली। मुख्तार ने पुलिस को आगे बताया की गीता को मारने के बाद उसने गीता के शव को कानपुर के भाऊपुर मैथा गांव के पास नाले में गिरा दिया। ये जानकारी मिलने पर मृतिका गीता देवी के शव को पुलिस ने मुख्तार की निशानदेही पर 25 फरवरी को बरामद कर लिया। पुलिस के अनुसार आप किससे मामले में आगे की आवश्यक बनती कार्रवाई की जा रही है।
परंतु यह बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्यों और कब तक मांग में सिंदूर भरने वाली स्त्रियां ऐसे दानवों के चंगुल में फंसती रहेंगी सोचती और कब तक अपनी जाने गंवाती रहेंगी ?? जिस तरह से ऐसी घटनाएं हर रोज हो रही हैं उससे यह शंका होना स्वाभाविक ही है कि इन घटनाओं के पीछे कोई ना कोई कारण अवश्य है।
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