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“Shri Vrindavan Dham” Yamuna ji, cruise full of passengers got stuck, created panic, don’t know what was the reason.”
श्री वृंदावन धाम है महाबली श्री कृष्ण भगवान जी के बचपन की क्रीड़ा स्थली।
सनातन🚩समाचार🌎 श्री वृंदावन धाम समस्त सनातन धर्मावलंबियों की आस्था का केंद्र है। यह वो क्षेत्र है जहां पर महायोद्धा भगवान श्री कृष्ण जी ने अपने जीवन के आरंभिक 13 वर्ष 56 दिन बिताए। मथुरा, गोकुल, वृंदावन, बरसाना, गोवर्धन, नंदगांव, भांडीरवन इत्यादि यह सारा वह ब्रज क्षेत्र है जहां पर महावीर श्री कृष्ण भगवान जी ने अपने बचपन में कई प्रकार की लीलाएं की।
इसी कारण दुनिया भर से श्रद्धालु इस पवित्र भूमि के दर्शन करने के लिए साल भर आते रहते हैं जिस कारण यहां पर निरंतर भारी भीड़ रहती है। सभी लोग यहां अपनी आस्था के अनुसार विभिन्न प्रकार से पूजा अर्चनाएं करते हुए दिखाई देते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं के भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा श्री वृंदावन धाम में बह रही पवित्र यमुना नदी में पर्यटन की दृष्टि से श्रद्धालुओं को भ्रमण करवाने की योजना बनाई है। जिसके चलते एक क्रूज कंपनी को ठेका दिया गया है जो श्रद्धालुओं को श्री वृंदावन धाम से गोकुल तक यमुना नदी में भ्रमण करवाया जायेगा।
मंदिरों की नगरी श्री वृंदावन में यमुना दर्शन के लिए जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को नौका विहार करने के उद्देश्य से तीर्थ विकास परिषद द्वारा प्रारंभ करवाएं जा रहे गरुड़ क्रूज का ट्रायल शुक्रवार को पूरी तरह से विफल हो गया। यमुना जी में पर्याप्त पानी न होने के चलते गरुड़ क्रूज किनारे से कुछ दूर जाकर यमुना की बीच धार में फंस गया किंतु भरसक प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिली।
बीच धारा में फंसने से जब गरुड़ क्रूज के इंजन को पूरी शक्ति से चलाया गया तो उसमें से काला धुआं उठने लगा, जिसे देखकर क्रूज में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। काफी प्रयास करने पर भी जब गरुड़ को चलाने में सफलता नहीं मिली तो बाद में छोटी वोट का सहारा लेकर श्रद्धालुओं को सुरक्षित यमुना जी के तट पर उतारा गया। बता दें कि श्री धाम वृंदावन में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार की पहल पर तीर्थ विकास परिषद द्वारा वृंदावन से गोकुल तक क्रूज संचालक को हरी झंडी दी गई थी।
क्रूज संचालन के लिए मथुरा क्रूज लाइंस को जिम्मेदारी सौंप गई थी। शुक्रवार को विधिवत रूप से अक्षय तृतीया के दिन गरुड़ क्रूज का विधिवत संचालन शुरू करने के उद्देश्य से ट्रायल होना था। ट्रायल में शुक्रवार को क्रूज का संचालन विफल साबित हो गया, जिसको लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं। लोगों का कहना था कि एक और तो प्रदेश सरकार यमुना में क्रूज संचालन पर तुली हुई है तो वहीं दूसरी ओर यमुना जी में पर्याप्त जल ही नहीं है।
#Watch : वृंदावन में यमुना दर्शन के लिए चलाए जाने वाला गरुड़ क्रूज दूसरे ट्रायल में भी बुरी तरह से फंस गया। क्रूज से काला धुआं उठने लगा। ये देखकर क्रूज में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में छोटी बोट (नाव) का सहारा लेकर उन्हें सुरक्षित यमुना तट पर उतर गया। इसका वीडियो… pic.twitter.com/qPnL9XdT51
— Hindustan (@Live_Hindustan) May 10, 2024
प्रदूषित हो चुकी यमुना जी की स्थिति इस समय बहुत दयनीय हो चुकी है। सरकार को क्रूज संचालन से पहले यमुना की स्थिति को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। इस बारे में मथुरा क्रूज लाइंस के डायरेक्टर ललित गुप्ता ने कहा कि यमुना में क्रूज फंसने की जांच करवाई जाएगी की किस कारण से क्रूज बीच यमुना जी में फंस गया यह पता लगाया जाएगा। क्रूज मैनेजर राहुल शर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रमाणों के अनुसार पर्याप्त पानी न होने की वजह से क्रूज यमुना की बालू में फंसा गया। सफल संचालन के लिए जल्द दोबारा से प्रयास किया जाएगा।
बता दें की पहली बार हुए ट्रायल में भी क्रूज के आगे का हिस्सा टूट गया था, उसकी मुरम्मत के बाद क्रूज को दूसरे ट्रायल के लिए शुक्रवार को यमुना जी में उतर गया था।
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