“Manish Kashyap said these things on laborers, leaders and newspapers in the video released before surrender.”
एक सच्चाई ये भी है की आजकल बिहार के ये पत्रकार और यूट्यूबर मनीष कश्यप युवाओं के दिमाग पर छाए हुए हैं।
सनातन 🚩समाचार🌎 पिछले कई दिनों से बिहार सहित सारे देश में बिहारी मजदूरों के साथ तमिलनाडु में हूं की गई कथित हिंसा को लेकर माहौल गर्म है। इसी के बारे में लगातार बिहारी मजदूरों की बात उठाने वाले बिहार के प्रसिद्ध पत्रकार मनीष कश्यप आवाज उठा रहे थे। जिसके चलते उन पर कई तरह के आरोप लगे और आखिर उन्हें पुलिस के आगे समर्पण करना पड़ गया है। अपने आत्मसमर्पण से पहले मनीष कश्यप ने अपनी माता जी के साथ बैठकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा की है।
जिसमें उन्होंने कहा है कि कानून अंधा है किंतु अंधा कानून भी न्याय करता है। उन्होंने बिहारियों के साथ तमिलनाडु में हो रही हिंसा के बारे में नेताओं द्वारा की गई ट्वीट अखबारों द्वारा छापी गई खबरें और अन्य पोस्टों को दिखाया। और कहा इनसे कोई सवाल नहीं पूछा गया किंतु सभी सवाल मुझसे ही पूछे जा रहे हैं। 18 मार्च 2023 शनिवार को को जारी किए गए इस वीडियो के कैप्शन में मनीष कश्यप द्वारा लिखा गया है कि मेरे बिहार वासियों मैं जा रहा हूं, आप मेरी मां की आंखों में आंसू मत आने देना।
बता दें कि मनीष कश्यप ने यह वीडियो अपने टि्वटर हैंडल “आज तक न्यूज़” में शेयर किया है अपने माता जी के साथ बैठकर बनाई गई इसी वीडियो में मनीष कश्यप ने कहा है कि घर पर पुलिस वाले आते हैं और कहते हैं कि बेटे को गिरफ्तार करवाइए। तो ठीक है मैं गिरफ्तारी दे रहा हूं जेल जा रहा हूं। अपनी वीडियो में मनीष ने आरजेडी नेता अनिल साहनी द्वारा बिहारी मजदूरों के बारे में की गई पोस्ट की चर्चा की है, साथ ही उन्होंने प्रभात खबर, अमर उजाला, दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान का नाम लेते हुए उन अखबारों को दिखाया भी है जिनमें तमिलनाडु में हुई मैं बिहारियों के साथ हुई हिंसा की खबरें दिखाई गई हैं।
मनीष कश्यप ने आगे का है की आज मेरे माता-पिता परेशान हैं। वह मुझसे पूछते हैं कि मैंने ऐसा क्या कर दिया है ? परंतु मैं आज अपनी मां के सामने कहना चाहता हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। बस मैंने कई माताओं के आंसू पूछे हैं। और मुझे आशा है कि बिहार में आप लोग मेरी मां की आंखों में आंसू नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा है कि मेरे लड़ाई अपने परिवार वालों के लिए नहीं थी बल्कि बिहार के लिए थी। खबरें चलाई गई हैं कि मेरे अकाउंट में 42 लाख पकड़ा गया है अकाउंट में पैसा पकड़ा नहीं जाता है बल्कि लोग पैसा रखते हैं।
मनीष कश्यप ने अपने खिलाफ दर्ज हुए केस के बारे में कहा है कि मेरे ऊपर और भी केस दर्ज हैं। छात्रों के लिए लड़ा इसलिए मेरे ऊपर केस हुआ, एक हरीहर व्यक्ति के बेटे के हृदय में छेद था उनके बैंक का पैसा इधर-उधर हो गया उनके लिए लड़ा तो मेरे ऊपर केस हो गया। एक अंग्रेज जो चंपारण में हमारे खेतों से नील की खेती करवाता था, उसकी मूर्ति तोड़ने का मेरे ऊपर केस दर्ज है। इन सब की चर्चा हो ना हो लेकिन बिहार की बर्बादी पर हमें चर्चा जरूर करना होगा। उन्होंने वीडियो में बड़ा सवाल उठाया है कि आखिर बिहार के मजदूर अन्य राज्यों में जाकर मार क्यों खाते हैं ?
यदि यह बात गलत है तो सारे अखबार गलत हैं, सारे मजदूर गलत हैं। जिन्होंने रेलवे स्टेशन पर आकर हिंसा की बात कही वो और सारी रिकॉर्डिंग भी गलत हैं। में अपनी मां से मिला लिया हूं अब जेल जा रहा हूं। आशा है कि आप लोग खड़े रहेंगे। मुझे पता है कि कानून अंधा है लेकिन आप लोग अंधे नहीं होंगे। बताने की आवश्यकता नहीं है कि बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप के घर की जब्ती कुर्की करने के आदेश भी जारी कर दिया था जिसके बाद उन्होंने गत शनिवार को बेतिया जिले के जगदीशपुर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है।
मेरे बिहारवासियों मैं जा रहा हूँ, तुम मेरी माँ की आंखों में आँशु मत आने देना ।।
— SACH TALKS (@SachTalks) March 18, 2023
आत्मसमर्पण करने से पहले मनीष कश्यप ने अपनी माँ के साथ बिहार के लोगों से की भावुक अपील ।।
@Mksonofbihar#ManishKasyap #ManishKashyap#ISupportManishKasyap pic.twitter.com/35Y5dFb8KQ
इस सारे मामले में खास बात यह रही कि मनीष कश्यप की गिरफ्तारी की खबर मिलने पर उनक समर्थकों ने जगदीशपुर थाने के बाहर भारी संख्या में ईकट्ठे होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की है।