“Homecoming wave intensified, 250 people returned to Sanatan, salutations to Prabal Pratap Judev.”
मिशनरी वाले भोले भाले हिंदुओं को तड़पा तड़पा कर ईसाई बना रहे हैं और हिंदू उनके चरण पखार कर घर वापिसी करवा रहे हैं।
सनातन 🚩समाचार🌎 अखिल भारतीय घर वापसी अभियान के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने एक बार फिर से अपने अभियान में आगे बढ़ते हुए धर्मांतरित हो चुके 250 लोगों की घर वापसी करवा दी है।
प्राप्त हुए विवरण के अनुसार एक कार्यक्रम में ईसाई बन चुके हिंदुओं को दोबारा से हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई है। घर वापसी करने वाले सभी लोग अलग-अलग 36 परिवारों के सदस्य थे। घर वापसी का यह आयोजन 21 फरवरी 2023 को बूढ़ी माई धाम, चिकनी पाली, छत्तीसगढ़ में संपन्न हुआ है। इस आयोजन में भारी संख्या में लोग जमा हुए और मंत्रोच्चारण के साथ-साथ यज्ञ का भी आयोजन किया गया था। इस अवसर पर घर वापसी करने वाले सभी लोगों के पैरों को गंगा जल से धोया गया।
घर वापिसी
इस आयोजन में धर्म जागरण समन्वय विभाग और आर्य समाज के लोग भी उपस्थित रहे। घर वापसी करने वाले ढाई सौ लोगों ने भी वहां पर हो रहे हवन यज्ञ में भाग लिया और सभी ने अपने मूल धर्म में आस्था जताते हुए घोषणा की कि अब हम हमेशा के लिए अपने हिंदू धर्म में ही रहेंगे। बता दें कि घर वापसी का यह आयोजन बस्तर संभाग में संत पदयात्रा के दौरान किया गया था। यह यात्रा जशपुर से चलकर रायपुर तक जा रही है। इस यात्रा का मार्ग उन क्षेत्रों में निर्धारित किया गया है जो मिशनरियों से प्रभावित है, तथा इस यात्रा के दौरान ही धर्मांतरित हो चुके आदिवासी लोगों से संपर्क किया जा रहा है।
घर वापसी के इस आयोजन के अवसर पर प्रबल प्रताप जूदेव ने कहा है कि धर्मांतरण की साजिश देश की एकता और अखंडता के लिए भारी खतरा है। ईसाई मिशनरियां हमारी सनातन संस्कृति को खत्म करना चाहती है। प्रबल प्रताप ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और प्रशासन को भी धर्मांतरण के लिए दोषी बताया है।
बताने की आवश्यकता नहीं है कि एक समय में संत श्री आसाराम जी बापू ने बहुत बड़े स्तर पर घर वापिसियां करवा दी थीं। उसके बाद अब जहां एक और बागेश्वर धाम के पंडित हिंदू शास्त्री भी घर वापसी के अभियान पर चल पड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर प्रबल प्रताप जूदेव भी इस अभियान में लगे हुए हैं, और अब तक लगभग 4000 लोगों की घर वापसी करवा चुके हैं।