“Say Jai Shri Ram, we will get your burqa removed —— but what is this? .”

ये सब तो केवल बहाना है असल में तो हिंदू हर तरह से निशाना है।

सनातन🚩समाचार🌎एक मुस्लिम महिला के झूठ की उस समय हवा निकल गई जब पता चला कि उसके द्वारा लगाए हुए आरोप झूठे हैं। परंतु इस महिला के झूठ बोलने के बाद से उसके झूठ से पर्दा उठने तक समाज में अशांति तो फैली ही है। दरअसल दिल्ली के सदर बाजार इलाके की एक महिला स्त्री ने आरोप लगाया था की तीन हिंदू लड़कों ने उसका बुर्का खींचा है। तथा वह तीनों उसे जय श्री राम बोलने पर मजबूर कर रहे थे। जब इस मुस्लिम महिला ने आरोप लगाया तो मुस्लिमों में काफी बेचैनी हुई। परंतु जब पुलिस ने इस सारे मामले की जांच पड़ताल की तो उस महिला के द्वारा लगाया गया आरोप पूरी तरह झूठा पाया गया।

मुसलमान औरतों के बुर्के उतरवा देंगे

पुलिस को जांच करने पर यह पता चला कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था, बल्कि यह एक मकान मालिक और किराएदार के बीच का विवाद था। प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल 2022 को एक महिला के द्वारा पुलिस में शिकायत दी गई थी कि वह 11 अप्रैल की रात को 2:00 बजे अपनी वालिदा को देखकर अपने घर वापस जा रही थी। मेरा भाई मुझसे थोड़ा पीछे चल रहा था। तभी मेरे पड़ोस में रहने वाले 3 लड़के वहां पर आ गए और मुझसे बदतमीजी करने लगे। उन्होंने मेरे बुर्के के आस्तीन को खींचा और गालियां बकने लगे। उन्होंने कहा कि हम मुसलमान औरतों के बुर्के उतरवा देंगे जब मेरे भाई ने मुझे उसे बचाने का प्रयास किया तो उन्होंने उसके साथ भी दुर्व्यवहार किया और उससे जय श्री राम बोलने को कहा।

शिकायत पूरी तरह झूठी

अपनी शिकायत में महिला ने बताया कि वह तीनों युवक कह रहे थे कि हम मुसलमानों को रहने नहीं देंगे। शाहीन नाम की इस महिला की शिकायत पर पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो उसकी शिकायत पूरी तरह झूठी पाई गई। इस बारे में उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि 12 अप्रैल को दिल्ली के सदा थाना सदर में सुबह के समय एक झगड़ा होने की सूचना प्राप्त हुई थी। फोन करने वाली महिला ने बताया था कि कुछ लड़कों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया है। फोन आने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और महिला की शिकायत लेकर जांच आरंभ कर दी।

अपना बयान बदल दिया

इस जांच में पाया गया कि यह सभी लोग आपस में एक दूसरे को जानते हैं, इनका किराए संबंधी एक मामला अदालत में चल रहा है। उन्होंने बताया की कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग देना चाह रहे हैं जिन्हें सफल नहीं होने दिया जाएगा। अन्य मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरोप लगाने वाली शाहीन ने भी पुलिस के आगे अपना बयान बदल दिया है। जिन जिन लड़कों पर उसने आरोप लगाया था वह उस घर के मालिक हैं जिस घर में शाहीन बतौर किराएदार रहती है।

जबरन जय श्रीराम के नारे

वह शाहीन से अपना घर खाली करवाना चाह रहे थे इसी बात के चलते रात को उनका आपस में विवाद हुआ था। सोशल मीडिया के जमाने में फरहान नाम के एक व्यक्ति ने हिंदुस्तान लाइव नाम के फेसबुक पेज पर इस मामले को शेयर करते हुए लिखा था कि “बुर्के में भाई के साथ जा रही महिला से बदसलूकी जबरन जय श्रीराम के नारे लगवाने का भाई-बहन का दावा थाना सदर में दी गई शिकायत है। एक लड़के को पुलिस ने पकड़ा दो गिरफ्त से बाहर।

सारी सच्चाई सामने

ये जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने फरहान से अपनी पोस्टर तुरंत डिलीट कर देने को कहा जिसके बाद फरहान ने फेसबुक पर से अपनी पोस्ट डिलीट कर दी इसके साथ ही शादाब नाम के एक व्यक्ति ने अपने यूट्यूब चैनल द शादाब वर्ल्ड न्यूज़ पर 13 अप्रैल को घटना को सांप्रदायिक बनाते हुए शेयर किया था। इसे भी दिल्ली पुलिस ने चेतावनी दी है परंतु इसने वह वीडियो डिलीट नहीं की है। सारी सच्चाई सामने आने के बाद अब दिल्ली पुलिस थोड़ासहज महसूस कर रही है क्योंकि अगर इस मामले का शीघ्र पटाक्षेप ना होता तो अवश्य ही अब तक दिल्ली में बुर्का वाले समुदाय के द्वारा दंगे कर दिए जाते।

आशा की जानी चाहिए की पुलिस अब आगे भी इसी तरह मुस्तैदी से काम करते हुए शैतानों के मंसूबों को सफल नहीं होने देगी।

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By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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