“After the uproar over the hijab / burqa, now the faith of the Hindus attacked, the holy idols were broken in many schools.”
कोई तो बहाना बनाना है असल में हिंदू ही निशाना है।
सनातन🚩समाचार🌎 कर्नाटक में शुरू हुआ हिजाब पर बवाल क्या अब हिंदुओं की आस्था पर हमले के रूप में बदलना शुरू हो गया है ? पहले स्कूलों और कालेजों में यूनिफार्म कोड की परवाह न करते हुए मुस्लिम लड़कियां हिजाब और बुर्का पहन कर जा रही थीं। जिस मामले ने बहुत तुली पकड़ा था और फिर वह मामला अदालत में भी पहुंच गया था। उसके बाद अब कर्नाटक के स्कूलों में हिंदुओं की आस्था पर प्रहार करना चालू कर दिया गया है। कर्नाटक के स्कूलों में हिंदुओं की आस्था का प्रतीक और विद्या दायिनी मां सरस्वती जी की मूर्तियां तोड़ दी गई हैं, जिससे हिंदुओं में भारी रोष फैल गया है।
मां सरस्वती जी की प्रतिमा
मिल रही जानकारियों के अनुसार कर्नाटक में दो भिन्न-भिन्न जिलों में सरकारी स्कूलों के अंदर स्थापित की गई मां सरस्वती जी की प्रतिमाओं को खंडित कर दिया गया है। इन दो स्थानों में से एक घटना बेलगावी जिले की है। यहां के चिकोड़ी इलाके में कुछ अज्ञात लोगों ने प्राइमरी स्कूल के अंदर स्थापित की गई मां सरस्वती जी की प्रतिमा को तोड़ दिया है। और दूसरी घटना शिवमोग्गा जिले में हुई है। यहां भी इसी प्रकार का घिनौना कार्य किया गया है। चिकोड़ी जिला में मूर्ति तोड़े जाने की तस्वीरें प्राप्त हुई हैं। इस तस्वीर में मूर्ति खंडित दिखाई दे रही है शुद्ध मार्बल से बनी मां सरस्वती जी की मूर्ति की चार भुजाओं में से दो भुजाएं तोड़ दी गई हैं।
पुलिस तैनात
पवित्र स्वरूप के हाथ में पकड़ी हुई वीणा को भी तोड़ दिया गया है, और खंडित की गई मूर्ति के टुकड़े आसपास बिखरे हुए भी दिखाई दे रहे हैं। यह वीभत्स घटना 24 मार्च 2022 की शाम को घटी है। बता दें कि जिस स्कूल में यह कुकृत्य किया गया है वह स्कूल चिचणा गांव में स्थित है। स्कूल प्रबंधन द्वारा इस घटना की जानकारी अगले 25 मार्च को पता चली तथा इसकी शिकायत चिकोड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवा दी। मां सरस्वती जी की मूर्ति तोड़े जाने की इस घटना से क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया और तनाव को देखते हुए प्रशासन द्वारा घटनास्थल पर पुलिस को तैनात कर दिया। स्कूल द्वारा दी गई शिकायत के बाद अब पुलिस इस घटना के अपराधियों को ढूंढने में लगी हुई है।
गुस्साए हुए हैं
उधर कर्नाटक के ही शिव मोगा जिला में भी मां सरस्वती जी की प्रतिमा को खंडित किया गया है। यहां मात्मा गांधी और स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमाओं को भी तोड़ा गया है। बता दें कि यह घटना भी एक प्राइमरी स्कूल में ही घटी है। जिस स्कूल में यह तोड़फोड़ हुई है वह शिवमोगा के हरौली गांव में स्थित है। प्राप्त विवरण के अनुसार इस स्कूल के पिछले भाग में भी काफी तोड़फोड़ की गई है। इस घटना से आसपास के गांवों के लोग काफी गुस्साए हुए हैं और शीघ्र ही दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इस घटना की भी स्कूल प्रशासन द्वारा स्थानीय पुलिस थाना में कर दी गई है।
सरस्वती पूजा पर आपत्ति
इन दोनों घटनाओं में चिंता बढ़ाने वाली बात यह है कि कर्नाटक में हिजाब पर बवाल के समय हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले लोग स्कूलों में सरस्वती पूजा पर आपत्ति जता रहे थे, तो ऐसे में अब यह आरोप भी लग रहे हैं कि शायद यह कुकृत्य हिजाब समर्थकों के द्वारा ही किए गए हैं।
बहरहाल जो भी कारण रहा हो आशा की जानी चाहिए कि कर्नाटक सरकार बहुत जल्दी ही सारी स्थितियों को काबू में कर लेगी और आगे से कहीं पर भी इस तरह हिंदुओं की आस्था पर प्रहार नहीं होने देगी।
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