Trapped badly in the clutches of Khushnuma Pathan, Nargis and Mazhari, Vineet took the dreadful step “death”.

रूप जाल में फंस कर लाखों लुटाता रहा, देता रहा बेशुमार दौलत और आखिर में दे दी जान।

सनातन 🚩समाचार🌎 लड़का हो या लड़की, पुरुष हो या स्त्री, कुचल देने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं शैतान। इस बार किसी नाबालिग लड़की का नहीं बल्कि एक व्यापारी का शिकार किया है शैतान स्त्रियों ने। जिन के चक्कर में पढ़कर एक अच्छे खासे धनवान व्यापारी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। मामला मध्य प्रदेश के खंडवा का।यहां के एक विनीत अग्रवाल नाम के व्यापारी की लाश नदी से बरामद हुई है।

विवरण ……….

दरअसल यह मामला हनी ट्रैप का है। खंडवा में थोड़े ही दिनों में जमीन से उठकर उच्च स्तर के व्यापारी बने विनीत अग्रवाल की एक आर्केस्ट्रा पार्टी में गुड़िया/खुशनुमा पठान से मुलाकात हुई थी ऑर्केस्ट्रा पार्टी में। डांस कर रही खूबसूरत डांसर खुशनुमा पठान पर विनीत अग्रवाल उस समय मोहित हो गए जब खुशनुमा पठान ने विनीत अग्रवाल की वेशभूषा और पहने हुए आभूषणों को देखकर अनुमान लगाया कि वह एक मोटी असामी है। जिस पर वह नाचते हुए बार-बार विनीत अग्रवाल के आसपास मंडराती रही।

अम्मी और बहन भी शामिल

इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ उनकी मुलाकातों का जो दिनोंदिन बढ़ता गया और जब गुड़िया/खुशनुमा पठान ने देखा कि उसके शिकार के पास बेशुमार दौलत है तो उसने भी अपने हर तरह के जाल फैंके। जिनमें विनीत अग्रवाल पूरी तरह फंसता चला गया। व्यापारी को फसाने के षड्यंत्र में खुशनुमा पठान ने अपनी बहन नरगिस और मम्मी मजहरी को भी अपने साथ मिला लिया। और वे तीनों मीठी मीठी बातें करके विनीत अग्रवाल को अपने चंगुल में उलझती रहीं। पुनीत अग्रवाल भी इनके जाल में पूरी तरह फंस चुका था उसने इन तीनों के ऊपर अपना बहुत सारा पैसा लुटा दिया।

बेतहाशा लाखों की शॉपिंग

संपन्न व्यापारी के पास पैसों की कमी नहीं थी और खुशनुमा पठान भी अब उस पर उसकी बीवी की तरह ही अपना अधिकार जताने लगी थी। पता चला हैं कि वह, उसकी बहन और उसकी अम्मी हर महीने लाखों लाखों की शॉपिंग किया करती थीं। जब उनके खर्चे बेतहाशा बढ़ते गए विनीत ने उनसे अपने खर्चे कम करने के लिए कहा तो वह नहीं मानी और उल्टा उसे धमकाने लगी की तुम्हारे मोहल्ले में जाकर हंगामा कर देंगी, हम तुम्हारी पत्नी को तुम्हारी सारी करतूतें बता देंगी।

फिर जान भी दे दी

इस प्रकार लगातार ब्लैक मेलिंग का शिकार हुआ व्यापारी उन पर अपनी बची खुची दौलत भी लुटाता रहा। और आखिर जब उनकी मांगे खत्म नहीं हुई तो उनकी ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर विनीत अग्रवाल ने नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार खंडवा के हरसूद में रहने वाले विनीत अग्रवाल शुक्रवार 11 नवंबर 2022 की शाम को लगभग 7:00 बजे अपने घर से निकला जिसके बाद उसका कहीं पता नहीं चला।

मिली लाश

जब उसकी तलाश की गई तो अगले दिन 12 नवंबर 2022 की शाम के समय उसकी कार चारखेड़ा ओवर ब्रिज पर खड़ी पाई गई। पुलिस को जांच करने पर कार में से दो मोबाइल मिले। इसके बाद पुलिस अनुमान के आधार पर पुल के नीचे इंदिरा सागर के बैक वाटर में विनीत के शव की तलाश करती रही, और 14 नवंबर 2022 की सुबह व्यापारी का शव वहां से मिल गया।

भेज दिया सही जगह

इस बारे में हरसूद थाना के टीआई अंतिम पवार का कहना है कि मामले में लिप्त पाई गई गुड़िया/खुशनुमा पठान उसकी बहन नर्गिस और उसकी अम्मी मजहरी के खिलाफ धारा 306 के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है। इन तीनों पर आरोप है कि उन्होंने व्यापारी विनीत अग्रवाल को आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

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By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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