मंदिर से माथे पर तिलक लगाकर स्कूल जाने वाला छात्र आया अध्यापिका निशात बेगम के निशाने पर,गुंडों से पिटवा दिया मासूम।
अस्पताल में घायल बच्चा
अवश्य ही ये कोई मानसिक रोग है जिसके मरीज देश भर में फैले हुए हैं। ये वो लोग हैं जो अपनी मान्यताओं को जबरन हिंदुओं पे थोपने पे उतारू हैं। इस बीमार प्रजाति में कई शिक्षक भी हैं जो कभी हिन्दू बच्चों के कलावा काटते हैं, कभी मन्दिर जाने पे पीटते हैं, कभी व्रत रखने पे दण्डित करते हैं तो कभी माथे पे तिलक देख कर आग बबूला हो जाते हैं।
बच्चे को बुरी तरह से पिटवाया
हिंदुओं को चिंता में डाल देने वाला अब ऐसा ही मामला हुआ है मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में। यहां आठवीं कक्षा के एक छात्र को स्कूल में तिलक लगाकर जाने पर बेरहमी से पीटने का मामला प्रकाश में आया है। कथित तौर पर स्कूल में पढ़ाने वाली निशात/निशाद बेगम नाम की टीचर ने गुंडों से पवन सेन नाम के एक बच्चे को बुरी तरह से पिटवाया है। घायल बच्चा पवन अब अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज करके केस की जाँच शुरू कर दी है।
अध्यापिका निशात बेगम
उधर आरोपी निशात बेगम ने मामले में अपने शामिल होने से मुकर रही है। हालांकि घायल बच्चा उसका नाम ले रहा है। इस अन्याय के खिलाफ लोगों ने मिल कर अध्यापिका निशात बेगम के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन दिया है। जिसमे उसके खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। ये मामला गैरतगंज तहसील के शासकीय नवीन माध्यमिक शाला गैरतगंज का है। उस घटना के बारे में बच्चे की एक वीडियो सामने आई है इसमें वह अपने साथ हुई मार पीट के बारे में बता रहा है।
बेहोश हो गया मासूम
प्राप्त विवरण के अनुसार हिन्दू विद्यार्थी पवन को तिलक लगाकर स्कूल आने से उसकी अध्यापिका निशात बेगम बार-बार मना करती थी लेकिन छात्र क्योंकि स्कूल जाने से पहले मंदिर जाता था और मंदिर से तिलक लगवाकर ही अपने स्कूल जाता था। इसलिए उसके तिलक माथे पर रहता था। बस इसी बात से नाराज अध्यापिका बेगम ने पवन को गुंडों से इतना पिटवाया कि वो बेहोश हो गया।
अस्पताल में दाखिल
इसके बाद छात्र को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहाँ उसे प्राथमिक उपचार दिया गया, और बाद में उसे जिला अस्पताल में दाखिल किया गया। ये खौफनाक मामला दो संप्रदायों से जुड़ा होने के कारण क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। शिक्षिका बेगम का कहना है कि इस सबमे उसका हाथ नहीं है। निशात बेगम के अनुसार पीड़ित छात्र को बाहरी लड़कों ने पीटा है। इस बारे में पीड़ित छात्र के पिता ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर शिक्षिका के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की माँग की है।
इस घटना के बाद इस मामले NCPCR ने संज्ञान लेते हुए रायसेन जिला अधिकारी को इस बारे में अवगत कराते हुए अधिकारी से बच्चे के आयु के प्रमाण, मेडिकल रिपोर्ट इत्यादि विभिन्न दस्तावेज माँगे हैं।
आपको बतादें कि ये पहली बार नहीं जब मध्य प्रदेश में किसी नाबालिग छात्र को तिलक लगाकर स्कूल आने पर पीटा गया हो। इससे पहले सन 2017 में एक खबर आई थी किं खंडवा के मिशनरी स्कूल में धर्म के आधार पर हिंदू बच्चों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा था।
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Penalty for going to school by applying tilak on the forehead from the temple, the child said teacher in the hospital – Nishat Begum