“NSA was imposed on Manish Kashyap, the matter reached the Supreme Court, filed this petition.”
बिहार और तमिलनाडु में दर्ज सभी केस एक ही स्थान पर करने की अपील
सनातन 🚩समाचार🌎 बिहार के प्रसिद्ध यूट्यूब पर और पत्रकार मनीष कश्यप पर अब तमिलनाडु की पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्रवाई की है। इस बीच मनीष कश्यप ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है। जिसमें उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार और तमिलनाडु में दर्ज सभी मामले एक साथ किए जाएं।
पता चला है कि तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर हमलों की फेक वीडियो प्रचारित करने के आरोप में मनीष कश्यप के खिलाफ NSA के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। मदुरै कोर्ट ने मनीष को 14 दिनों के लिए 19 अप्रैल 2023 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उधर मनीष कश्यप के वकील एसपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है, जिसमें नियमित जमानत देने की मांग की गई है साथ ही बिहार तथा तमिलनाडु में दायर किए गए सभी मामलों की सुनवाई एक ही जगह पर करने का निवेदन किया गया है।

इस बारे में मनीष कश्यप के वकील एपी सिंह ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा है कि बिहार और पूर्वांचल के मजदूरों के साथ हुई हिंसा का मुद्दा कई अन्य मीडिया संस्थानों और पत्रकारों ने भी उठाया था, लेकिन कार्रवाई केवल मनीष के खिलाफ हो रही है। बता दें की 29 मार्च को तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर बिहार से तमिलनाडु ले गई थी। इसके बाद वहां उन्हें मदुरै कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने पहले उन्हें तीन दिनों के रिमांड पर भेजा, उसके बाद मनीष कश्यप को फिर से 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
बताने की आवश्यकता नहीं है कि बिहार के मनीष कश्यप इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं। उन्हें बिहार के बहुत सारे लोग पसंद करते हैं, क्योंकि वह बेधड़क होकर बिहार की जनता के मुद्दे सोशल मीडिया में उठाते रहे हैं। जिसके चलते मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थन में कुछ लोगों ने प्रदर्शन भी किए थे।