“Mathura ji: Namaz continues in Sanskriti Vishwavidyalaya, now Hindu Mahasabha has also announced this.”
हमे श्री हनुमान चालीसा पढ़ने की मनाही है तो उन्हें नमाज पढ़ने की इजाजत क्यों ???
सनातन 🚩समाचार🌎 उत्तर प्रदेश में श्री कृष्ण भगवान जी की जन्म स्थली के रूप में प्रसिद्ध मथुरा जी में स्थित संस्कृति विश्वविद्यालय में मुस्लिम छात्रों के द्वारा नमाज़ पढ़े जाने का मामला सामने आया है जिसकी जानकारी मिलने पर हिंदू संगठनों ने इसका जमकर विरोध किया है इस बारे में हिंदू महासभा का कहना है कि अगर संस्कृति विद्यालय में नमाज पढ़ने वालों पर कार्रवाई नहीं की गई तो हम विश्वविद्यालय में श्री हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने के लिए विवश होंगे
दरअसल मथुरा जी की प्रतिष्ठित संस्कृति यूनिवर्सिटी में जम्मू कश्मीर के 82 मुसलमान छात्र पढ़ते हैं। इन्हीं के द्वारा इस विश्वविद्यालय में नमाज पढ़ी जाती है। भगवान श्री कृष्ण जी की नगरी मथुरा जी में नमाज की के संस्कृति विश्वविद्यालय में नमाज़ पढ़े जाने को लेकर हिंदू संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। दरअसल यह मामला तब गरमाया जब विश्वविद्यालय में नमाज पढ़ने वाले विद्यार्थियों की किसी ने वीडियो बना ली और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जिसका पता चलने पर हिंदू महा सहित अन्य हिंदू संगठन भी इसके विरोध में सामने आ गए। उनका कहना है कि श्री कृष्ण भगवान जी की जन्म स्थली के इस शहर में स्थित प्रतिष्ठित संस्कृति विश्वविद्यालय में जब हिंदुओं को सार्वजनिक रूप से श्री हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने की अनुमति नहीं है तब किस आधार पर मुस्लिम छात्रों को यहां पर नमाज पढ़ने की छूट दी जा रही है ?
बता दे की इस विश्वविद्यालय में नमाज पढ़ने का विरोध करते हुए अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने कलेक्ट्रेट में जाकर भारी प्रदर्शन किया और साथ ही कलेक्ट्रेट को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस बारे में हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष छाया गौतम का कहना है कि यूनिवर्सिटी में काफी लंबे समय से नमाज पढ़ी जा रही थी जिसकी सूचना उन्हें समय-समय पर मिलती रहती थी किंतु हमारे पास कोई पक्का प्रमाण नहीं था अब जबकि वहां पर नमाज़ पढ़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है तो अब किसी और प्रमाण की आवश्यकता भी नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर विश्वविद्यालय की गरिमा को खंडित करने के आरोपी छात्रों पर कार्यवाही नहीं की गई तो हम बड़ा आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। हिंदू महासभा की छाया गौतम ने आगे कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि इस विश्वविद्यालय में सरकारी छात्रवृत्ति प्राप्त 82 मुस्लिम छात्र पढ़ते हैं। इनमें से अधिकांश छात्र जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। हमारी जानकारी के अनुसार इस विश्वविद्यालय के नियमों को ताक पर रखकर यहां पिछले 6 महीनों से लगातार नमाज पढ़ी जा रही है,जिसका अब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
उधर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ने को गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा है कि विद्या के मंदिर में इस तरह से नमाज पढ़ने को अखिल भारतीय हिंदू महासभा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि इस मामले में जल्दी कार्रवाई नहीं होती है तो हिंदू महासभा यूनिवर्सिटी में श्री हनुमान चालीसा जी का पाठ करेगा। उन्होंने आगे कहा कि लगातार विरोध और कार्रवाई के बाद भी यहां पर नमाज पढ़ी जा रही है। हमारा मानना है कि इस कृत्य से हमारे संस्कृति विश्वविद्यालय की पवित्रता खंडित हुई है अब जल्दी ही हिंदू महासभा इस कैंपस को श्री गंगा जल से धोकर शुद्धिकरण करेगी।
इस सारे मामले के बारे में विश्वविद्यालय के पी आर ओ किशन चतुर्वेदी ने कहा है कि यह पुराना मामला है उनके अनुसार 25 किस दिन पहले नमाज पढ़ी गई थी मामला संज्ञान में आने के बाद नमाज पढ़ने वाले छात्रों को समझा दिया गया है जिसके बाद आपको छात्र अपने हॉस्टल के कमरों में ही नमाज पढ़ते हैं।