“Instead of reading the Quran, if you read Hanuman Chalisa, the college gave this punishment, then the Vishwa Hindu Parishad announced.”
फैज ऐ आम मुस्लिम कालेज के इस मामले में विश्व हिंदू परिषद आया सामने।
मुस्लिम कॉलेज
सनातन 🚩समाचार🌎 मजहबी/धार्मिक मामले इन दिनों देश में बहुत तेजी से गर्मा रहे हैं। देश का कोई भी कोना इससे अछूता नहीं है। अब इस नए मामले में विश्व हिंदू परिषद ने यह घोषणा कर दी है की अगर 3 दिन में कॉलेज के प्रिंसिपल और मैनेजर की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
यह सब हुआ है उत्तर प्रदेश के अयोध्या जी में। यहां के इंटर कॉलेज में यह है घटना घटी है। यहां के एक कॉलेज से दो छात्रों को इसलिए कॉलेज से निकाल दिया गया क्योंकि उन्होंने श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया था।
उसे कुरान पढ़ने के लिए कहा
इस बारे में कॉलेज प्रबंधन का कहना है की कॉलेज से निकाले गए हिंदू छात्र कॉलेज में धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास कर रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार फैज ऐ आम मुस्लिम कॉलेज में पढ़ रहे पल रहे 11वीं कक्षा के विद्यार्थी सौरभ यादव ने बताया कि वह अपने मुस्लिम सहपाठी के साथ बैठकर रहीम के दोहे पढ़ रहा था। इस पर साथ बैठे हुए मुस्लिम छात्र ने उसके द्वारा रहीम के दोहे पढ़े जाने पर एतराज किया और उसे दोहों की जगह कुरान पढ़ने के लिए कहा। इस पर सौरभ यादव ने एतराज जताया तो वह मुस्लिम छात्र अकबर की तारीफें करने लगा। छात्र सौरव यादव के अनुसार जब उसका सहपाठी नहीं माना तो वह श्री रामायण और श्री हनुमान चालीसा पढ़ने लगा। जिस पर नाराज हुए उसके मुस्लिम सहपाठियों ने उसकी कॉलेज प्रबंधन से शिकायत कर दी।
दूसरे छात्र को पता ही नहीं की उसे क्यों निकाला गया है
सौरव के अनुसार कॉलेज प्रबंधन ने उसकी कोई भी बात सुने बिना कॉलेज से उसका नाम काट दिया और टीसी भी जारी कर दिया। वहीं दूसरी ओर कॉलेज से निकाले गए दूसरे छात्र का कहना है कि मुझे तो कुछ पता ही नहीं है कि मुझे किस कारण कॉलेज से निकाला गया है। इस निकाले गए दूसरे छात्र का नाम है माधवेंद्र प्रताप सिंह। इस प्रकरण के बारे में माधवेंद्र सिंह का कहना है कि वह कक्षा में बैठकर साइंस का अपना होमवर्क कर रहा था इस बीच क्या हुआ इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। इन दोनों छात्रों को कॉलेज से निकाले जाने के बारे में कॉलेज प्रबंधक मोहम्मद अख्तर सिद्दीकी ने कहा है की यह सब कॉलेज की गरिमा को खत्म करने की एक साजिश है जिसके चलते जानबूझकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है।
छात्र सौरभ ने लगाए गंभीर आरोप
छात्र सौरभ का आरोप है कि स्कूल वाले छात्रों को शरिया कानून के हिसाब से चलाना चाहते हैं। उसका कहना है कि वह क्लास-8 से वहां पढ़ रहा है, लेकिन अभी तक स्कूल में भारत माता की जय नहीं होती न वंदे मातरम पढ़ाते हैं। केवल इस्लाम मजहब की प्रार्थना होती है और राष्ट्रगान होता है। अब सौरभ ने किसी और स्कूल में एडमिशन ले लिया है। बताया जा रहा है कि इस स्कूल के प्रिंसिपल ने फिर से फोन कर उन्हें वापस बुलाया था, लेकिन सौरभ ने कह दिया कि अब वह वहां नहीं पढ़ेगा। मामला मीडिया में आने के बाद अब स्कूल वालों ने सौरभ की टीसी रोक दी है, और कहा कि वापस स्कूल में आकर पढ़ सकता है। डीएम नीतीश कुमार का इस बारे में कहना है कि इस सारे मामले की जांच करवाई जाएगी।
वहीं दूसरी ओर इस मामले की जानकारी मिलने के बाद विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कॉलेज प्रिंसिपल और मैनेजर को तुरंत गिरफ्तार किए जाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने यह घोषणा भी की हैं कि अगर 3 दिन के भीतर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह आंदोलन करने को विवश होंगे, तथा साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।