झील गार्डन में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ तो सक्रिय हो उठा VHP
हरियाणा का गुरुग्राम फिर राजस्थान का कॉलेज और अब गुजरात के अहमदाबाद का सार्वजनिक स्थान झील गार्डन। मसला एक ही: खुले में नमाज के विरोध। दरअसल अमदावाद में पड़ते झील गार्डन में नमाज का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, जिसमे अहमदाबाद के वस्त्रपुर क्षेत्र में झील के बगीचे में मुस्लिम पुरुषों और महिलाओं द्वारा नमाज पढ़े जाना दिखाई दे रहा है। लगभग करीब डेढ़ मिनट के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बुरखा पहने हुए महिलाएँ और पुरुषों का एक सार्वजनिक पार्क में खुले में नमाज पढ़ रहे हैं।
गंगाजल छिड़क कर
मुस्लिम समुदाय द्वारा सार्वजनिक स्थान पर खुले में नमाज पढ़े जाने की वीडियो वायरल होने के बाद गत सोमवार 15 नवंबर 2021 की सन्ध्या को विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यकर्ता वहाँ पहुँच गए जहां नमाज पढ़ी गयी थी, फिर इसके बाद उन्होंने श्री गंगाजल छिड़क कर तथा मंत्रोचारण कर के उस पार्क का शुद्धिकरण अनुष्ठान किया। तदोपरांत विहिप वालों ने वहीं बैठ कर श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया।
इस सारी कार्रवाई के बारे में विश्व हिंदू परिषद के गुजरात सचिव ने बताया कि खुले में नमाज पढ़ने की जानकारी मिलने के बाद वीएचपी के सदस्यों द्वारा अमदाबाद के झील पार्क का शुद्धिकरण किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि जनता के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए ही ऐसा किया गया था। वीएचपी ने कहा कि यह देखा गया है कि मुस्लिम लोग कुछ समय बाद अक्सर नमाज पढ़े जाने वाली जमीन पर अपना मालिकाना दावा करने लगते हैं, जो की बिल्कुल गलत है।
शुद्धिकरण
इस मामले के बारे में वस्त्रपुर थाने के पुलिस इंस्पेक्टर संदीप खंभला ने कहा कि इस बारे में न तो कोई एफआईआर दर्ज की गई है और न ही वीएचपी के सदस्यों द्वारा पार्क के शुद्धिकरण के मामले में उनसे किसी तरह का कोई संपर्क किया गया है। बहरहाल अभी तक उन लोगों के बारे में कोई पुष्टि नहीं हो सकी है, जिन लोगों ने वहाँ नमाज पढ़ी थी। इसके साथ ही उसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है जिसने उस घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया था।
कुछ मीडिया सूत्रों द्वारा ये संभावना जताई गई है कि झील के नजदीक पड़ते एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किसी मरीज के परिजन ने ही ये वीडियो रिकार्ड की गई है।
Instead of offering Namaz in the open, Vishwa Hindu Parishad took this step.