“Inshallah, Labbak, the rule belongs only to Mustafa and the conductor’s throat.”
सर तन से जुदा के नारे और गला काट देना – ये कैसी मानसिकता है ?
सनातन🚩समाचार🌎 एक तरफ देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जहां वर्तमान के समय को अमृत कल बता रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर लग रहा है कि यह अमृत कल नहीं बल्कि यह जंगल काल चल रहा है। क्योंकि आए दिन कहीं ना कहीं से गला काटने की खबरें मिलना जारी है।
अब गला काटने के नई घटना घट गई है उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में। यहां पर एक छात्र ने एक बस कंडक्टर पर उस समय धारदार हथियार के साथ हमला कर दिया जब उसने छात्र से बस का किराया मांगा। पता चला है की कंडक्टर का गला काटने वाला यह व्यक्ति कोई अनपढ़ जाहिल व्यक्ति नहीं है बल्कि इंजीनियरिंग का छात्र है और बीटेक कर रहा है। कंडक्टर पर हमला करने वाले इस छात्रा का नाम है लारेब हाशमी।
उधर दूसरी और कंडक्टर को गंभीर रूप से घायल करके भागने के बाद लारेब हाशमी ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि कंडक्टर ने इस्लाम का अपमान किया था। प्राप्त और जानकारी के अनुसार यह घटना प्रयागराज जिले के यमुना पार इलाके में थाना औद्योगिक क्षेत्र में घटी है। शुक्रवार के दिन सिविल लाइंस इलाके में एक इलेक्ट्रिक बस करछना की तरफ से निकल रही थी। उस समय बस को मंगला प्रसाद नाम के ड्राइवर चला रहे थे, और कंडक्टर का कार्य कर रहे थे 24 वर्ष के हरकेश विश्वकर्मा।
प्रत्यक्ष दर्शी के अनुसार इस बस में यूनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक का फर्स्ट ईयर का 20 वर्ष की आयु का छात्र लारेब हाशमी भी सवार हो गया। बस चलने के थोड़े समय बाद जब कंडक्टर ने हाशमी से किराया मांगा तो तो हाशमी ने कहा कि किराया कम है। इस पर कंडक्टर और हाशमी की बहस हो गई। इसके बाद जब बस हाशमी के कॉलेज के गेट के पास पहुंची तो उसी समय उसने अपने बैग में रखा हुआ एक धारदार हथियार निकाल लिया और बस के कंडक्टर पर लगातार हथियार से हमला करने लगा।
बस के ड्राइवर के अनुसार हाशमी डॉक्टर की गर्दन पर विशेष रूप से चापड़ से वार कर रहा था। अचानक हुए इस हमले से बस में सवार लोग सकते में आ गए। किंतु इससे पहले की वह कुछ संभल पाते, हाशमी दौड़ता हुआ अपने कॉलेज के गेट के अंदर घुस गया। इसके बाद बस के ड्राइवर मंगला प्रसाद ने कुछ लोगों की सहायता से हरकेश को अस्पताल में भर्ती करवाया। पता चला है कि अभी तक हरकेश की हालत काफी देर तक उसकी हालत गंभीर बनी रही किंतु उसके पिता के अनुसार अब उसकी तबीयत में सुधार हो रहा है तथा अब वह थोड़ी-थोड़ी बात भी कर पा रहा है।
उधर इस हमले से की सूचना पाकर पुलिस ने हमला करने वाले हाशमी की तलाश शुरू कर दी, तथा उसे चांदी बंदरगाह के पास दबोच लिया। इसके बाद जब उससे पूछा गया कि उसने हमला करने वाला चापड़ कहां रखा हुआ है तो वह पुलिस को हथियार छुपाए जाने की जगह पर लेकर चला गया। किंतु वहां पहुंचकर उसने वहीं झाड़ियां में रखी हुई बंदूक उठा ली और पुलिस पर फायर झोंक दिया।
#प्रयागराज में हुई दिल दहला देने वाली वारदात।
— Mahendra Singh (@Mahendranews18) November 24, 2023
यूनाईटेड इंजीनियरिंग कॉलेज में बी टेक के छात्र ने कंडक्टर को मारा चापड़।
लारेब हाशमी ने कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा की चापड़ से काटी गर्दन।
कंडक्टर गंभीर अवस्था में मेडिकल कॉलेज में भर्ती।
बस ड्राइवर मंगला प्रसाद यादव ने बताया छात्र… pic.twitter.com/DLfMhD4u17
सावधान होने के कारण पुलिसकर्मी आरोपी के द्वारा चलाई गई गोली से बाल बाल बच गए। इसके बाद पुलिस ने हाशमी को काबू में करने के लिए तथा आत्मरक्षा के लिए उसके पैर में गोली मार दी जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया।
बता दें कि इस घटना के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जो हमलावर हाशमी ने खुद बनाया था ? इस वीडियो में हाशमी पूरी तरह से इस्लामिक वेशभूषा में दिख रहा है। वीडियो में हाशमी ने कहा है अस्सलाम वालेकुम रहमतुल्लाह बरकात हूं , वह मुसलमान को गाली दे रहा था हजरत खालिद बिन वलीद रजि अल्लाह ताला अन्हू की बरकत से मैंने उसे हरामजादे को मारा है। इंशाल्लाह वह बचेगा नहीं। इंशाल्लाह वह मरेगा।
इस वीडियो में कंडकर का गला काटने वाले हमलावर ने यही भी कहा है कि यहां से फनाज तक पूरी दुनिया तक यह गरीब नवाज के दरगाह का कुत्ता पैगाम दे रहा है कि जिसने हुजूर के खिलाफ बात की है लब्बैक या रसूल अल्लाह हम जिएंगे आपके लिए मरेंगे आपके लिए। इंशाल्लाह मार देंगे। हुकूमत मोदी की है योगी की है नहीं हमारे दिलों पर राज सिर्फ मुस्तफा का चलता है। इंशाल्लाह मारेंगे। इस वीडियो में हाशमी बार-बार लब्बैक बोल रहा है और सभी मुसलमान से जान और माल हजूर के लिए कुर्बान करने की अपील भी कर रहा है।
इस वीडियो के अंत में आरोपी अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते हुए पंजाबी भी बोलने लगा। पता चला है कि हाशमी प्रयागराज के ही इलाके में रहता है और उसका अब्बा मुर्गी बेचने का कारोबार करता है।
इस घटना में शिकार हुए कंडक्टर के पिता के अनुसार उनका परिवार बहुत गरीब है तथा अब उनके बेटे के इलाज का सारा खर्चा रोडवेज के उसके साथी उठा रहे हैं। बुरी तरह से घायल हुए कंडक्टर हरिकेश के पिता के अनुसार 2 साल पहले ही उनके बेटे को नौकरी मिली थी तथा साल पहले उसकी शादी हुई थी।