“Hindus getting ruined in the affair of free, the pastor was converting children into Christians on the pretext of free education.”
झुग्गी झोंपड़ियों में रहने वाले गरीबों के बच्चे हमेशा इनका निशाना रहते हैं।
नोएडा में धर्मपरिवर्तन
सनातन🚩समाचार🌎 (आंचल यादव) हिंदुस्तान में हिंदुओं की आबादी कहने को तो 100 करोड की बताई जाती है, परंतु जमीनी स्तर पर लगता है कि हिंदुओं की आबादी 50 करोड़ ही रह गई होगी। क्योंकि भारत में बहुत तेजी से अनपढ़ और गरीब लोगों को भ्रमित करके अथवा लालच देकर के उनका धर्म परिवर्तन करके उन्हें ईसाई बनाया जा रहा है। अब यह कोई छुपी छिपाई बात नहीं रह गई है। हर दिन कहीं ना कहीं से धर्म परिवर्तन की खबरें आती ही रहती हैं। यह तो वह खबरें होती हैं जिनका पता चल जाता है परंतु ना जाने कितने हिंदुओं का हर रोज धर्मांतरण करवा कर उन्हें इसाई बना दिया जाता है।
बच्चों का धर्मांतरण करवा कर उन्हें ईसाई बनाया जा रहा है
इसी कड़ी में अब एक सनसनीखेज खबर आई है उत्तर प्रदेश से। यहां के नोएडा के सेक्टर 12 के बी ब्लॉक में धड़ल्ले से धर्मांतरण किया करवाया जा रहा था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब विश्व हिंदू परिषद को पता चला कि यहां पर 50 बच्चों का धर्मांतरण करवा कर उन्हें ईसाई बनाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार इस घटना के बारे में विश्व हिंदू परिषद ने नोएडा के सेक्टर 24 थाने में एक लिखित शिकायत भी दी है। इस शिकायत में विश्व हिंदू परिषद ने आरोप लगाया है कि सेक्टर 12 में लिटिल फ्लॉक नाम का एक एन जी ओ सर गर्म है जो भोले भाले हिंदुओं का विशेष कारण गरीब बच्चों का धर्मांतरण करने में लगा हुआ है।
उनका ईसाई मत में धर्मांतरण कर दिया जाता है
बताया जा रहा है कि इसका संचालक केरल का रहने वाला एक पादरी फिलिप अब्राहम है, जो अपनी कोठी के बेसमेंट में यह सारा गोरखधंधा करता है। इस पादरी के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद के नेता उमानंद कौशिक ने शिकायत दी है। इस बारे में विश्व हिंदू परिषद का आरोप है कि बी ब्लॉक में बनी हुई एक कोठी के बेसमेंट में गरीब झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को फ्री में एजुकेशन देने के लिए बुलाया जाता है फिर उनका ईसाई मत में धर्मांतरण कर दिया जाता है। पता चला है कि लगभग 28 वर्षों से ये पादरी नोएडा में रहकर अपना यह एनजीओ चला रहा है। ये अपनी कोठी के बेसमेंट में फ्री शिक्षा के साथ-साथ फ्री में सिलाई की ट्रेनिंग और मेडिकल एजुकेशन भी देने का दावा करता है।
कार्यकर्ता पादरी की कोठी पर पहुंच गए
यह भी पता चला है कि यह पादरी अब भंगेल और दल्लूपुरा में भी इसी प्रकार धर्मांतरण के कार्य जोर-शोर से कर रहा है। धर्मांतरण के इस खेल की जानकारी जब विश्व हिंदू परिषद को मिली तो संगठन के बहुत सारे कार्यकर्ता पादरी की कोठी पर पहुंच गए और उसका विरोध करने लगे। इस हो रहे हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस अवसर पर वीएचपी द्वारा आरोप लगाया गया कि यहां पर 50 बच्चों का धर्मांतरण करवाया जा रहा था। घटना को लेकर वीएचपी के अधिकारी उमानंद कौशिक ने कहा है कि जब किसी के धर्म पर कुठाराघात होता है तो तकलीफ होती है।
हिंदू समुदाय के 5 से 12 साल के बच्चों को बहला-फुसलाकर उन्हें लालच देकर यहां पर उनका धर्म परिवर्तन करवा कर उन्हें ईसाई बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलिप अब्राहम के घर रामायण तो नहीं पढ़ाई जाएगी। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मांग की है कि इस मामले में तुरंत संज्ञान लें। इसके बारे में उन्होंने और अधिक बताते हुए कहा कि जब यहां पर लाए गए छोटे बच्चों से हमने बात की तो
बच्चों ने बताया है कि हम यहां पर ईसा मसीह की प्रार्थना सीखने के लिए आए हैं।
इस बारे में विश्व हिंदू परिषद की शिकायत और हंगामे के बारे में पुलिस ने कहा है कि इस बारे में मुकदमा दर्ज कर लिया है तथा आगे कानून के अनुसार बनती कार्रवाई की जा रही है और साथ ही इस प्रकरण की गंभीरता से जांच पड़ताल भी की जा रही है।
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