Have Hindus gone through this too? If survival is to be saved then now take inspiration from this animal.”

जहां से भी कोई अकल की बात मिले उसे ग्रहण कर लेना चाहिए।

सनातन🚩समाचार🌎आप माने या ना माने परंतु यह अकाट्य सत्य है कि अब हिंदू अपने खात्मे की ओर बढ़ रहे हैं। आप याद करें कि आप हिंदू कभी सारे विश्व के एकछत्र सम्राट थे। अफगानिस्तान, इरान, इराक, जावा, सुमात्रा, मलेशिया, मलाया पाकिस्तान, बांग्लादेश से हिंदू खत्म हो गए। फिर छोटे से बचे टुकड़े में से कश्मीर, कैराना,मेवात, असम, मिजोरम, नागालैंड, पश्चिमी बंगाल और बहुत सारी दिल्ली सहित अन्य कई स्थानों से भी हिंदू खत्म हो ही चुके हैं। और अब तो हिंदुओं के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में यह अर्जी भी लगाई जा चुकी है कि हम देश के 9 राज्यों में अल्पसंख्यक हो चुके हैं, इसलिए हमें अल्पसंख्यकों वाली सुविधाएं दी जाएं।

हम हिंदू तो शेर हैं, हमें कौन मिटा सकता है ?

परंतु क्या कभी आपने सोचा हैं कि स्नातनियो के इस खात्मे की आखिर क्या वजह है ? और अब ऐसा क्या करें जिससे आगे हम पूरी तरह खत्म होने से बच सकें। इस संदर्भ में सबसे पहला प्रमाण तो सनातनियों के देवी देवता ही हैं जो सदैव अपने हाथों में हथियार धारण किए रहते हैं, परंतु न जाने क्यों हिंदू निहत्थे हैं। अगर आपको यह श्रेष्ठ संकेत समझ में नहीं आते हैं तो कम से कम अब हमें जानवरों से ही प्रेरणा ले लेनी चाहिए। क्योंकि अच्छी बात कहीं से भी मिले उसे तुरंत जीवन में धारण कर लेना चाहिए। हम अक्सर आपसी बातचीत में यह कहते हैं कि हम हिंदू तो शेर हैं, हमें कौन मिटा सकता है ? हम आज तक नहीं मिटे आगे क्या मिटेंगे ? परंतु यह भी सत्य है की जमाना वोटों का है और वोट देने वाले शेर निरंतर घट रहे हैं जिस कारण शेर बेबस हो चले हैं इसलिए अब ,,,,,,,,,

शेर नहीं भेड़िया बनें….

केवल भेड़िया ही ऐसा जानवर है जिसे अब तक पट्टा नहीं पहनाया जा सका है!

  1. आप अगर भेड़ियों के नवजात बच्चे को उठा लाएंगे तो 24 घण्टे के अंदर भेड़ियों का पूरा समूह आपके घर, मोहल्ले को पूरी तरह तहस नहस कर देगा।
  2. भेड़ियों का एक ही नेता होता है और किसी भी स्थिति में वही हमेशा लीड करता है। बाकी हर स्थिति में उसके निर्देश का पालन करते हैं।
  3. भेड़ियों में कभी भी मादा भेड़िया के लिए झगड़ा नही होता!
  4. किसी भेड़िये के बुजुर्ग हो जाने पर उसके बच्चे उनके लिए शिकार करते हैं, और भोजन ले आते हैं। बच्चे भोजन तब तक ग्रहण नहीं करते जब तक बुजुर्ग भेड़िया ग्रहण ना कर लें।
  5. भेड़ियों के सूंघने की क्षमता लगभग 14km तक होती है। इसलिये वे अपने विरुद्ध हो रहे किसी भी षडयंत्र को पहले ही भांप लेते हैं। अपने इलाके में यदि आप हर कोई 14 किलोमीटर तो छोड़ो अपने घर के दो 2 किलोमीटर तक भी अपने इलाके को सुरक्षित रखने के लिए कार्य करेंगे तब आप अपने बच्चों को सुरक्षित रख सकेंगे (अवश्य ध्यान दें)।
  6. भेड़िये अपना समूह, अपने लोगों को भली भांति पहचानते हैं ! बड़ी बात ये की उनके बीच कोई सेक्युलर नहीं होता है।

ये लेख सेकुलरो को समर्पित है।

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By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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