“Flight ruins tomb and dacoits, police arrested Bangladeshi gang leader Aslam Khan.”

वोटों के लालच में देश में बसा लिए गए बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों ने हिंदुस्तान को नर्क बना दिया है।

सनातन 🚩समाचार🌎 (योगेश द्विवेदी) बताने की आवश्यकता नहीं है कि आज बंगलादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या हिंदुस्तान और हिंदुस्तान के हिंदुओं के लिए बहुत बड़ी आफत बन चुके हैं। देश के सभी हिस्सों में हो रहे अपराधों में कहीं ना कहीं इन घुसपैठियों का ही हाथ सामने आ रहा है। विडंबना यह है की देश की सुरक्षा के लिए नासूर बन चुके इन घुसपैठियों को एक बड़ी राजनीतिक पार्टी का संरक्षण प्राप्त है।

इन लोगों का कोई पक्का ठिकाना नहीं है इसलिए ये लोग खाना बदोशों की तरह सारे देश में घूमते रहते हैं और अपराध करते रहते हैं। ऐसे ही बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा संगठित रूप से डाके डालने वाले गिरोह के सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लखनऊ के चिनहट इलाके से। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस के द्वारा पकड़े गए इस बांग्लादेशी डकैत को पकड़ने के लिए 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था।

पकड़े गए इस डाकू का नाम है असलम खान। यह एक बांग्लादेशी अवैध घुसपैठिया है, जिसने भारत के कई हिस्सों में कई तरह के अपराध किए हैं। पता चला है कि इस घुसपैठिए का एक गिरोह है जिसमें सभी लोग बांग्लादेशी हैं। यह गिरोह रेलवे लाइनों के पास के खंडहरों और मजारों को अपना ठिकाना बनाता था। जहां से इसके सदस्य दिनभर आसपास के इलाकों में रेकी करते थे और रात को यह लोग योजनाबद्ध तरीके से डाके डालते थे। पुलिस ने असलम का आधार कार्ड, हेल्थ कार्ड और कोरोना वेक्सिन का सर्टिफिकेट भी बरामद किया है।

इस बांग्लादेशी घुसपैठिए डकैत की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस उसके साथियों नूर इस्लाम , सुमान, नासिर और शाहीन नाम के अन्य बांग्लादेशी घुसपैठियों को ढूंढ रही है। लखनऊ पुलिस की माने तो इस गिरोह ने 1 दर्जन से अधिक डकेतियां कि हैं। यह लोग अलग-अलग टोलियों में शहरों में घूमा करते थे, और रात को डाके डालते थे। यह लोग डाके डालते समय क्रूरता भी करते थे। यह लोगों को बंधक बनाकर उनसे मारपीट करते थे और उनके घरों की स्त्रियों से बलात्कार भी करते थे।

लखनऊ पुलिस ने बताया है की इस गिरोह के लोग लगातार अपने ठिकाने बदलते रहते थे। जिस क्रम में यह लोग कभी हवाई जहाज में यात्रा करते थे और कभी शताब्दी जैसी महंगी रेलगाड़ियों में भी सफर करते थे। यह लोग अलग-अलग गुटों में बंट कर अपराध करते थे। उसके बाद यह फिर से किसी नई योजना के लिए कहीं पर इकट्ठा हुआ करते थे। इकट्ठा होने के लिए यह लोग रेल लाइनों के आसपास बनी हुई मजारों और खंडहरों का प्रयोग करते थे। पता चला है कि पकड़े गए इस बांग्लादेशी डाकू की आयु 36 वर्ष है और इसके अब्बा का नाम मुस्लिम खान है।

https://youtu.be/Y7U3GY0tfmo
देखें और समझें

यह मूलतः बंगलादेश के गुरसल जिले का रहने वाला है। इस अपराधी की गिरफ्तारी के बारे में पुलिस ने बताया है कि असलम खान लखनऊ की जेल में बंद अपने साथियों बिलाल और रबीउल से मिलने के लिए आया था, तथा वह इनकी जमानत करवाने की व्यवस्था में लगा हुआ था। इसी क्रम में वह लखनऊ जेल में बंद बिलाल और रबीउल से मिलने गया था, परंतु मुलाकात नहीं हो पाने के कारण वह लखनऊ के चिनहट इलाके में ठहरने के लिए कोई जगह ढूंढ रहा था, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने इससे 2174 रुपए भी बरामद किए हैं।

इस बांग्लादेशी डकैत पर सन 2020 में लखनऊ में डकैती और 2021 में विदेशी नागरिकता अधिनियम के साथ-साथ हत्या का मामला भी दर्ज हो चुका है। और अब तक इसके खिलाफ 8 मामलों की जानकारी पुलिस को मिल चुकी है। पुलिस को आशा है कि बांग्लादेशी असलम से पूछताछ की दुकान दौरान कई और महत्वपूर्ण खुलासे होंगे।

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By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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