“Stop chanting, stop praying, the Muslim mob reached the school and said all this ji.”
हिंदुओं द्वारा जानबूझ कर अपनी जनसंख्या घटा ली है तो अब मंत्रों का विरोध तो होना ही है।
सनातन 🚩समाचार🌎 बहुत कुछ बदल रहा है हिंदुओं के हिंदुस्तान में। 9 राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं, और उसके बाद अब लगातार अन्य राज्यों में भी हिंदुओं की जनसंख्या घटने के कारण वहां भी अल्पसंख्यक होने ही वाले हैं, और साथ ही सामने आ रहे हैं हिंदुओं द्वारा बच्चे पैदा ना करने के दुष्परिणाम।
वैसे ये कोई नई खबर नहीं है, क्योंकि इससे पहले हिंदुस्तान के कई स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब के नाम पर बवाल हो चुका है, और कई जगहों पर राष्ट्रगान का भी विरोध हो चुका है। उसी कड़ी में अब गुजरात के ढोंडियावाड़ी पालनपुर स्थित एन कोठरी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक उस समय स्तब्ध रह गए जब वहां पर मुस्लिम समाज के लोग पहुंच गए, और स्कूल में चल रही प्रार्थना को बंद करने के लिए कहने लगे।
इस घटना के बाद हैरान परेशान हुए शिक्षकों में से एक शिक्षक ने प्राथमिक शिक्षा अधिकारी से इसके बारे में शिकायत दी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मुस्लिम समुदाय के द्वारा स्कूल में प्रतिदिन होने वाली 20 मिनट की प्रार्थना को बंद करवाने की धमकी दी गई है। उन्होंने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि कुछ अपराधिक तत्व स्कूल में घुस आए और प्रार्थना बंद करने की बात कहने लगे। उन्होंने हंगामा भी किया।
प्राप्त हुई अन्य जानकारी के अनुसार मुस्लिम समाज के द्वारा यह हंगामा उस समय किया गया जब सुबह की प्रार्थना आरंभ हुई। उसी समय लगभग 12 लोग इकट्ठा होकर वहां पहुंच गए उन्होंने बवाल करते हुए स्कूल से कहा यह प्रार्थना बंद कर दो। बता दें कि इस स्कूल में 500 से ज्यादा बच्चे पढ़ाई करते हैं और उनमें से लगभग 175 विद्यार्थी मुस्लिम समाज के हैं। इस बारे में स्कूल में कार्यरत संगीत के शिक्षक महेश भाई सोलंकी ने बताया है कि हर रोज स्कूल के विद्यार्थी प्रार्थना के समय 20 मिनट मंत्रों के उच्चारण सहित प्रार्थना करते हैं।
इन 20 मिनटों में बच्चों के बीच प्रश्नोत्तरी इत्यादि करवाई जाती है। शिक्षक के अनुसार मुस्लिम लोगों की भीड़ जब पहुंची उस समय स्कूल में प्रार्थना चल रही थी। इन लोगों ने शिक्षकों के साथ बहुत दुर्व्यवहार किया और चल रही प्रार्थना को बंद करने के लिए कहने लगे। इनके व्यवहार को देखकर स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी सहम गए।
इस बारे में स्कूल प्रिंसिपल ने प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को इस बारे में लिखित शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि स्कूल के आसपास रहने वाले कुछ लोगों को स्कूल में प्रतिदिन सुबह होने वाली प्रार्थना पसंद नहीं है। वह अक्सर स्कूल में आकर हमारे लिए समस्या पैदा करते हैं, और प्रार्थना बंद करने के लिए कहते रहते हैं।
पता चला है कि सुबह 20 मिनट के समय में स्कूल के छात्र मंत्रोच्चारण, प्रार्थना और अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। जिनमें सामान्य ज्ञान, क्विज, समाचार पढ़ने और स्किट जैसे अन्य विषय शामिल होते हैं। इन गतिविधियों से बच्चों के सामान्य ज्ञान में बढ़ोतरी होती है।