चुनाव के माहौल में ये भी एक मुद्दा है हिंदुओं का
सनातन🚩समाचार🌎 यह कोई षड्यंत्र है या मात्र संयोग ? पिछले 56 सालों से आज तक पंजाब को एक भी हिंदू मुख्यमंत्री नहीं मिला है। बार बार यह बात उठती तो रहती है परंतु खुशी की बात यह है कि पंजाब के निवासी हिंदुओं और सिखों में इतनी ज्यादा एक रस्ता है कि यह बात कभी भी चुनावी मुद्दा नहीं बनी, परंतु इस बार सन 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में अब यह मुद्दा सारे पंजाब में गरमाया हुआ है। अब लोग आपस में चुनावों के बारे में बातें करते हुए करते यह चर्चा भी कर रहे हैं कि पंजाब में कभी भी कोई हिंदू मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया ?
हालांकि पंजाब में तीन मुख्यमंत्री हिंदू बने हैं परंतु ये तब बने थे जिस समय पंजाब बहुत बड़ा था उसमें हरियाणा भी शामिल था। परंतु 56 साल पहले जब से पंजाब का विभाजन हुआ है तब से लेकर आज तक एक भी हिंदू चेहरा मुख्यमंत्री के रूप में पंजाब को नहीं मिला है। सोशल मीडिया की बात की जाए तो सोशल मीडिया पर भी यह चर्चाएं हो रही हैं। ज्यों ज्यों अब चुनाव नजदीक आ रहे हैं अब यह बातें खुलकर बोली जा रही हैं, तथा लोग सभी राजनीतिक पार्टियों से सवाल भी करने लगे हैं। इस बारे में राजीव टंडन ने शिरोमणि अकाली दल से सवाल पूछा है कि अकाली दल जब भी चर्चा करते हैं तो कहता है कि हमारा मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल होगा या सुखबीर सिंह बादल जी होंगे। अकाली दल में यह चर्चा क्यों नहीं होती कि हमारा अगला मुख्यमंत्री पवन होगा या एलके शर्मा होगा।
राजीव टंडन ने आगे कहा कि एक वीडियो वायरल हुई जिसमें एक सिख समाज की लड़की जो कि कराटे की चैंपियन है और वह खेतों में काम कर रही है। इसके बाद पंजाब के सिख समाज के मुख्यमंत्री की आंखें खुलती हैं उसके कान खुलते हैं वह वीडियो वायरल होने के बाद तुरंत उस लड़की को सरकारी नौकरी पर रख लेते है। और दूसरी तरफ एक तरुण नाम का लड़का है जो विदेशों से भी गोल्ड मेडल लेकर आया है। जो आजकल सब्जियां बेचकर अपने घर का गुजारा कर रहा है। बार-बार गुहार लगाए जाने के बावजूद भी उस व्यक्ति की कोई सुनवाई नहीं की जा रही उसको कोई भी सरकारी नौकरी नहीं दी जा रही।
राजीव टंडन ने यही सवाल कांग्रेस से भी करते हुए कहा है की कांग्रेस में जब भी चर्चा होती है यही होती है कि हमारा अगला मुख्यमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू होगा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी होगा या रंधावा मुख्यमंत्री बनेगा। कांग्रेस में ये चर्चा क्यों नहीं होती की हमारा मुख्यमंत्री भारत भूषण आशू हो राजकुमार वेरका हो या राकेश पांडे होगा इनके नामों पर चर्चा क्यों नहीं होती ? क्या इसलिए क्योंकि ये हिंदू समाज से हैं ? उन्होंने आगे का कि पंजाब में मलेरकोटला एक ऐसी जगह है जहां पर मुस्लिम समाज की संख्या ज्यादा है वहां पर मुस्लिम आबादी ज्यादा होने के कारण सभी राजनीतिक पार्टियों के द्वारा हमेशा ही वहां पर मुस्लिम प्रत्याशी ही चुनावों में उतारा जाता है।
हमारी भी यह मांग है कि पंजाब की 72 विधानसभा सीटों में से जहां-जहां भी हिंदू समाज की आबादी ज्यादा है वहां वहां हिंदू समाज के उम्मीदवार उतरे जाएं। इसके साथ साथ ठीक यही बातें संदीप थापर ने भी करते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों से सवाल पूछा है कि पंजाब में कोई भी हिन्दू मुख्यमंत्री क्यों नहीं हो सकता ? इस खबर के साथ दी गयी वीडियो में कई और भी लोग यही बातें बोल रहे हैं।
Big question: Why is there not even a single Hindu Chief Minister till date?