“When she protested against the insult to her religion in a Christian school, the student’s family, upset with the threats she was receiving from foreign countries, reached out to them.”
मिशनरी स्कूलों में सनातनी देवी देवताओं का अपमान कोई नई बात नहीं है।
सनातन🚩समाचार🌎 एक हिंदू छात्रा द्वारा अपने ईसाई स्कूल में देवी देवताओं के अपमान की शिकायत करना अब उसके परिवार के लिए जी का जंजाल बन चुका है। क्योंकि अब छात्रा के परिवार को विदेशों से धमकियां मिल रही हैं, और पीड़ित परिवार के फोटो सोशल मीडिया से उठाकर उन्हें गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है। दरअसल कर्नाटक के मंगलुरू में चल रहे एक मिशनरीज स्कूल में हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया गया था।
तब उस स्कूल का हिंदुओं के द्वारा भारी विरोध किया गया था, किंतु अभी तक वह विवाद चल रहा है। जिसके चलते पीड़ित परिवार ने अब 20 फरवरी 2024 को पुलिस में शिकायत दे दी है। यह शिकायत बेंगलुरु के कंकनाडी पुलिस स्टेशन में दी गई है। पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित परिवार ने बताया है कि हमारी बेटी मंगलुरु के सेंट गेरोसा हायर प्राइमरी स्कूल में पढ़ती है।
हमारी सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी ने हमें बताया था कि उसके स्कूल में हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ बुरी टिप्पणियां की जाती हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी को भी बुरा भला कहा जाता है। इसके बाद हमने स्कूल में जाकर अपने धर्म का अपमान किए जाने का विरोध किया था। पीड़ित परिवार के अनुसार स्कूल में शिकायत किए जाने के बाद उनकी सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी की मां को लगातार विदेशी नंबरों से धमकियों वाले फोन आ रहे हैं।
पुलिस को दी गई शिकायत में छात्रा की मां ने बताया है कि उनके परिवार की तस्वीरे सोशल मीडिया से उठाकर गलत गलत कैप्शन के साथ वायरल की जा रही हैं, जिससे उनकी बहुत बदनामी हो रही है। बता दें की छात्रा की मां भी एक अध्यापिका है। छात्रा की माता के अनुसार 15 फरवरी से उन्हें लगातार दुबई, कतर, सऊदी अरब और अन्य देशों से धमकियों भरे फोन आ रहे हैं। गंदी-गंदी गालियों के साथ मुझे कहा जा रहा है की स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन तुम्हारे ही कारण हुआ है।
बता दें कि जब बेंगलुरु के सेंट गेरोसा हायर प्राइमरी स्कूल में हिंदू देवी देवताओं के अपमान की घटना घटी थी तब बड़े स्तर पर उस स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। तब भाजपा के विधायक भरत शेट्टी और वेद व्यास कामत ने भी इस विरोध में हिस्सा लिया था। उन्होंने स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद देवी देवताओं का अपमान करने वाली उसे शिक्षिका को स्कूल ने हटा दिया था। उस शिक्षिका पर आरोप लगे थे कि वह महाभारत और रामायण को काल्पनिक बताती है और छात्रों में हिंदू विरोधी विचार पैदा करने के प्रयास करती रहती है।
उस विरोध प्रदर्शन में भाजपा नेता ने कहा था कि ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है। कुछ स्कूल छात्रों के बीच हिंदू विरोधी भावनाएं फैला रहे हैं। तब BJP एमएलए भरत शेट्टी ने हिंदू परिवारों से अपील की थी कि ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित स्कूलों में अपने बच्चों को दाखिला दिलवाले के बारे में हिंदू पुनर्विचार करें।