“The Hindu weeps, dies and the Hindu entertains when he sees the weapons in the hands of his Gods. save yogi ji we will not be able to survive.”
कितना रोएंगे हिंदू ? और कब तक रोएंगे हिंदू ? पर जो हो जाए धर्म के नाम पर मनरोंजन अवश्य करेंगे हिंदू।
ये आंसू कब तक ?
सनातन🚩समाचार🌎 हिंदू रोता है बार-बार रोता है और बरसों से रो रहा है। आपने भी सोशल मीडिया पर ऐसी बहुत सारी वीडियो देखी होंगी जिनमें आपको हिंदू स्त्रियां पुरुष रोते हुए मिल जाएंगे, और यह कोई नई बात भी नहीं है। कोई लव जिहादी किसी के लड़की को ले जाता है तब हिंदू रोता है। किसी का भाई जब लालच में आकर पैसे लेकर ईसाई बन जाता है तो हिंदू रोता है। अभी पिछले दिनों कानपुर में हुई हिंसा के बाद अब जो बातें निकल कर सामने आ रहे हैं वह भी हिंदुओं के लिए कम चिंताजनक नहीं है। क्योंकि बेशक अब बवाल थम चुका है, परंतु उस उन हमलों के भुक्तभोगी हिंदू अब रो रो कर के अपनी कहानियां बता रहे हैं।
40 हमलावरों के चित्र
यह कहानियां ठीक है वैसी ही हैं जैसी आप ने पश्चिम बंगाल के हिंदू से सुनी हैं दिल्ली दंगों के पीड़ितों के सुनी हैं और आप हर रोज कहीं ना कहीं से आ रही वीडियो में देखते रहते हैं। कानपुर के यतीमखाना इलाके में हुए दंगे के बाद निसंदेह योगी बाबा जी की सरकार पूरी तरह एक्शन में है, अपराधियों पर कार्रवाई की जा रही है, परंतु इस सबके बावजूद उन लोगों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं जिन्होंने इन दंगों की मार झेली है। इन दंगों में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है यतीमखाना में पड़ता एक अहाता।
हड्डियां तथा कूड़ा कचरा
बता दें कि हिंदुओं के इस अहाते के चारों तरफ मुस्लिम आबादी है। बीच में पढ़ते इस अहाते में लगभग 80 परिवार हिंदुओं के रहते हैं जो कि बेहद गरीब हैं। कोई ठेली लगाता है, कोई रिक्शा चलाता है तो कोई मजदूरी करता है। इन लोगों का कहना है की सारा मामला शांत होने के बावजूद अब भी बिल्डिंगों से इनके ऊपर पत्थर फेंके जा रहे हैं, और हड्डियां तथा कूड़ा कचरा तो हमेशा से ही फेंका जाता रहा है जो आज भी फेंक रहे हैं। यहां के लोग रो-रो कर हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से गुहार लगा रहे हैं कि हमें बचा लीजिए नहीं तो हम मारे जाएंगे। इनके अनुसार की इनका 70 – 80 घरों का हिंदुओं का अहाता पूरी तरह से हमलावरों के निशाने पर है।
उनका कहना है की अगर पुलिस मौके पर ना पहुंची तो यह लोग तो हमारे घरों में घुस ही जाते, और तब क्या होता यह बताने की आवश्यकता नहीं है बहरहाल देश के लिए खासकर हिंदुओं के लिए यह बहुत चिंता की बात है की यह सब हिंदुओं के साथ क्यों हो रहा है ? और कब तक होता रहेगा ? हिंदू क्यों रो रहा है ? और आखिर कब तक रोता रहेगा ???