“Shri Hanuman Jayanti” attack on temple and police station, caught instigating Maulana Wasim.“
हिंदुओं के हर त्योहार पे कहीं ना कहीं हमले होते ही हैं।
सनातन🚩समाचार🌎 पाकिस्तान, बांग्लादेश की बातें तो पुरानी हो चुकी अब तो वो सब हिंदुओं के हिंदुस्तान में हो रहा है। देश में लगभग हर जगह पर हिंदुओं के त्योहारों पर हमले होते हैं। ये हमले चाहे शोभायात्रा पाए हो या मंदिर पर हूं या साधु-संतों पर हों। यह सब होना अब हिंदुओं के हिंदुस्तान में आम बात है। श्री हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर कर्नाटक के हुगली में विधर्मियो के द्वारा जमकर हिंसा की गई थी, जिसमें एक थाने पर पथराव और एक मंदिर पर भी पथराव किया गया था। उस मामले में लोगों को भड़का कर हमला करवाने वाले मौलाना वसीम पठान को पुलिस ने दबोच लिया है।
“भगवान श्री राम एक महान हिंदू सम्राट थे”
पिछली 16 अप्रैल 2022 को श्री हनुमान जयंती केशुभ अवसर पर हुबली में हुई हिंसा में मुस्लिम समुदाय की बड़ी भीड़ ने अचानक हिंसक होकर थाने पर हमला कर दिया था। उन्होंने पुलिस के वाहनों को भी तोड़ फोड़ दिया इसके बाद स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। स्थानीय मीडिया की माने तो एक युवक ने मस्जिद की फोटो को एडिट करके अपना व्हाट्सएप पर स्टेटस बनाया था जिस पर लिखा था “भगवान श्री राम एक महान हिंदू सम्राट थे” यह पोस्ट वायरल होते ही मुस्लिम लोग बेकाबू हो गए इसके बाद उन्होंने उस व्यक्ति पर कार्रवाई की मांग करते हुए उग्र होकर थाने पर और एक अस्पताल पर भी भारी पथराव किया था।
मंदिर और अस्पताल पर भी पथराव
इस बवाल के चलते उस युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसने वह पोस्ट अपने व्हाट्सएप पर लगाई थी। परंतु फिर भी मुस्लिम समाज के द्वारा जमकर हंगामा किया गया औरपुलिस स्टेशन के पास ही स्थित एक मंदिर और अस्पताल पर भी भारी पथराव किया गया। इस पथराव में कॉन्स्टेबल गुरुपप्पा स्वादी और पूर्व यातायात निरीक्षक कददेवरमथ सहित चार पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। हालात बिगड़ने पर हुबली भारवाड़ पुलिस कमिश्नर रघुराम ने मुस्लिम नेताओं के साथ बातचीत करके स्थिति को काबू में करने का प्रयास भी किया, और साथ ही ओल्ड हुबली थाने में भारी पुलिस बल को भी तैनात कर दिया गया था।
आरोप है कि मौलाना वसीम पठान ने ओल्ड हुबली स्टेशन के बाहर मुसलमानों को भड़काया था, जिसके विडियो और चित्र वायरल हो जाएंगे।वायरल हुई तस्वीरों में यह मौलाना नीले रंग के कपड़े में और ऊंची जगह पर खड़ा होकर लोगों को भड़काता दिख रहा है। साथ ही वायरल हुई वीडियो में वसीम के पास खड़े स्थानीय कांग्रेसी नेता अल्ताफ हल्लूर को भी भड़काऊ भाषण देते हुए देखा जा सकता है। पता चला है कि मौलाना वसीम ने पहले हुबली की एक दरगाह पर भड़काऊ भाषण दिया फिर पुलिस स्टेशन के बाहर भी उसने भड़काऊ भाषण दिया था। बता दें कि इस हुए बवाल के बाद यह मौलाना फरार हो गया था जिसे मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया तथा उसे हुबली पुलिस अपने साथ हुबली ले गई है।
मैं इसका जवाब दूंगा।
मंदिर अस्पताल और थाने पर हुए हमले के बाद फरार हुए मौलाना ने एक वीडियो मैसेज भी जारी किया था जिसमें उसने कहा था कि > सोशल मीडिया में मेरे हवाले से माहौल बनाया जा रहा है जैसे कि मैं ही उसका मास्टरमाइंड हूं। यह सरासर गलत है ऐसा न कोई इरादा था ना कोई ख्याल था। यह मेरे खिलाफ रची गई एक साजिश है। उस वीडियो में अचानक वहां लाइट बंद हो जाती है फिर कुछ नकाबपोश आते हैं और पथराव करते हैं। मैं इसका जवाब दूंगा।