कुछ ही दिन पहले ही वाराणसी से श्री हनुमान जी की मूर्ति लायी गयी थी।
ये जघन्य हत्याकांड हया है उत्तर प्रदेश में। उतर प्रदेश के महराजगंज जिले में एक मंदिर से पुजारी और साध्वी का शव बरामद हुआ है। इन दोनों के हत्या की आशंका जताई जा रही है। यह घटना परसा मलिक थाना क्षेत्र में पड़ते महदेइया गाँव की है। घटना गुरुवार 18 नवम्बर 2021 रात की बताई जा रही है। ग्रामीणों ने दोनों शव शुक्रवार 19 नवम्बर 2021 की सुबह मंदिर परिसर में देखा। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
महराजगंज पुलिस
ये दहला देने वाला घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार दुर्गा मंदिर में एक साधू और साध्वी की हत्या कर दी गई है, तथा हत्या करने के लिए मंदिर की ही एक मूर्ति का इस्तेमाल किया गया है। इस घटना की पुष्टि महराजगंज पुलिस ने की है। घटनास्थल पर गोरखपुर जोन के ADG अखिल कुमार और महाराजगंज SP प्रदीप गुप्ता ने दौरा किया। पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए फील्ड यूनिट, डॉग स्क्वॉड व कई अन्य टीमों को लगाया है।
पता चला है कि महदेईयां गांव के रहने वाले रामरतन मिश्र गांव में मंदिर बनवाकर पूजा पाठ करते थे। मंदिर में करीब 20 साल से नेपाल के ढ़कधइयां चेनपुरवा गांव की कलावती भी पूजा करती थी। इन दोनों लोगों का गांव के लोग बहुत सम्मान करते थे। पुजारियों ने वाराणसी से कुछ दिन पहले ही हनुमान जी की मूर्ति लाकर स्थापित कराई थी। शुक्रवार की सुबह गांव के लोग मंदिर की ओर गए तो दोनों के शव खून से लथपथ पड़े थे। उनके शरीर पर चोटों के गहरे निशान थे। ऐसा लग रहा था कि दोनों को बेरहमी से पीट- पीट कर मार डाला गया हो। हत्या की सही वजह का पता अभी नहीं चल रहा है।
श्री दुर्गा माता मंदिर
बताया जा रहा है कि महदेईया गांव निवासी 73 वर्षीय राम रतन मिश्र ने शादी नहीं की थी। उन्होंने गांव में अपने निजी खर्च से श्री दुर्गा माता मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर पर पिछले ढाई दशक से नेपाल के धकढाई चेनपुरवा की महिला कलावती भी रहती थीं और पूजा-पाठ करती थीं। लोग उन्हें भी साध्वी के नाम से पहचाते और सम्मान देते थे। जिस मूर्ति से पुजारी जी और साध्वी जी पर हमला किया गया, वह एक हाथी की थी।
कुछ ही दिन पहले मिश्रा वाराणसी से हनुमान जी की लायी गयी मूर्ति की मंदिर में स्थापित करवाने के बाद उन्होंने भंडारा भी करवाया था। मूर्ति को मंदिर में स्थापित कराने के बाद उन्होंने भंडारा कराया था। शुक्रवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर की तरफ गए तो उन्होंने राम रतन मिश्र और कलावती का खून से लथपथ शव देखा। ग्रामीणों ने आनन-फानन में घटना की सूचना पुलिस को दी। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों की पीट-पीटकर हत्या की गई है। मंदिर में रखी हाथी की छोटी प्रतिमा से दोनों पर वार किया गया था।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक महाराजगंज ने बताया कि हत्या से जुड़े हर पहलू की जाँच की जा रही है। पुलिस ने संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए कुछ लोगों को बुलाया है। दोनों मृतकों का एक-एक कमरा बना हुआ है वो उसी में रहते थे। मंदिर गाँव के बाहर सुनसान इलाके में है।
Sadhu and Sadhvi killed in temple after hitting holy idol, search for killer continues