“By giving greed, not only a Christian is made a Muslim too. When Sudhanshu exposed, the police caught Mohsin, Yasin and Maulvi absconding.”
अभी तक तो लालच देकर ईसाई बनाने की ही खबरें आती थीं पर अब इस्लामिक बनने के लिए मकान और अच्छी नौकरी का लालच।
बंधक बनाने वाले
सनातन🚩समाचार🌎 एक बेरोजगार हिंदू युवक के उस समय हाथ पांव फूल गए जब उसका भविष्य बनाने का आश्वासन देने वाले लोग उसका धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास करने लगे और जब वह नहीं माना तो उसे मदरसे के एक कमरे में बंधक बना कर उसे कई तरह से शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं।
गोरखधंधे का पर्दाफाश हो गया
यह सनसनीखेज मामला सामने आया है योगी जी के उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से। यहां पर एक गिरोह के द्वारा बेरोजगार हिंदू युवक को झांसे में लेकर उससे पहले पैसे ऐंठे गए फिर उसके बाद उसे मुसलमान बनने के लिए विवश किया गया। मिली जानकारी के अनुसार एक इस्लामिक संगठन मदरसे में मजबूर और बेरोजगार युवकों को नौकरी और अच्छा मकान मिलने का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कर रहा था। परंतु उनके इस गोरखधंधे का उस समय पर्दाफाश हो गया जब वाराणसी जिला के रहने वाले एक नवयुवक ने अपना हिंदू धर्म त्याग कर मुसलमान बनने से साफ इनकार कर दिया। दरअसल बेरोजगार हिंदू युवकों को इस्लाम कबूल करवाने के लिए यह संगठन उन्हें बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरियां, बड़े मकान और लाखों रुपए कमाने के सपने दिखाता था।
इंकार कर दिया गया तो बुरी तरह पीटा गया
फिर उन्हें अपने संगठन का सदस्य बनाता था, इसके बाद जब कोई हिंदू युवक इस्लामिक इस्लामिक संगठन का सदस्य बन जाता तो उसे मदरसे में भेजा जाता जहां पर मदरसे का मौलवी और उसके साथी हिंदू युवकों को मुसलमान बनने और उसका प्रचार प्रसार करने की ट्रेनिंग देते थे। इसी क्रम में एक हिंदू युवक सुधांशु चौहान ने जब इस्लामिक संगठन की बातों को मानने से इंकार कर दिया गया तो उसे बुरी तरह पीटा गया और उसे मदरसे के कमरे में बंद कर दिया गया। इस बात का पता जब युवक के परिजनों को लगा तो वो इस मामले मैं मदरसे के शामिल होने के कारण केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के पास अपनी गुहार लेकर गए और उनसे अपने बेटे को इस्लामिक संगठन के चंगुल से आजाद करवाने के लिए कहा।
मदरसे में दबिश दी और सुधांशु को बचा लिया
उनकी पूरी बात सुनकर मंत्री कौशल किशोर ने फतेहपुर जिले के मंत्री प्रतिनिधि अंशु सिंह सेंगर को फोन करके तुरंत इस बारे में कार्रवाई करने के लिए कहा। उसके बाद केंद्रीय मंत्री के जिला प्रतिनिधि अंशु सिंह सेंगर ने सुधांशु चौहान के परिवार वालों से सारी जानकारी ली, और इस बारे में पुलिस को भी सूचना दी। सूचनाना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लखनऊ बाईपास के नजदीक बने एक मदरसे में दबिश दी। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मदरसे से बंधक बनाए गए पीड़ित हिंदू युवक सुधांशु चौहान को बचा लिया, तथा साथ ही तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद पीड़ित युवक सुधांशु चौहान ने पुलिस को सारे मामले की बारे में बताया। उसने कहा कि वह वाराणसी के हरीपुरा चंदवा में रहता है। 14 जून को गाजीपुर जिले में रहने वाले अरमान अली ने उसे फोन करके एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में अच्छी नौकरी दिलवाने की बात की थी। इसके बाद वह अरमान अली के बताए अनुसार फतेहपुर आबकारी कार्यालय के पास पहुंच गया जहां से अरमान अली उसे पुरवा ले गया और अगले दिन उसे एक मुस्लिम युवक के साथ लखनऊ बाईपास के नजदीक मार्केटिंग कंपनी के दफ्तर भेज दिया।
20 हिंदू लड़को को मदरसे में ले गए
पीड़ित युवक ने बताया कि उन लोगों ने उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक हजार रुपए ले लिए परंतु फिर उन्होंने उससे ₹10000 और भी ले लिए। सुधांशु चौहान ने और आगे बताया कि जब 17 जून को पुनः मार्केटिंग कंपनी के दफ्तर पहुंचा तो वहां से उसे और लगभग 20 अन्य हिंदू लड़कों को मोहसिन और यासीन नाम के लड़के शहर के एक मदरसे में ले गए। मदरसे में उन्हें कहा गया कि वह लोग अगर उनके अनुसार चलेंगे तो हर महीने 2 लाख तक कमा सकते हैं।
मौलवी ने इस्लाम अपनाने और प्रचार करने को कहा
इसके बाद सेमिनार के नाम पर इस्लामिक तकरीर ही हुई, जिसमें बोलने वाले लोगों ने इस्लामिक संगठन के कार्य करते हुए रुपए कमाने की बात कही थी। सुधांशु चौहान के अनुसार 19 जून की सुबह लगभग 50 हिंदू लड़को को शहर की एक मस्जिद में ले जाया गया जहां उन सभी के फोन ले लिए गए और मस्जिद के मौलवी ने उन्हें इस्लाम अपनाने और उसका प्रचार प्रसार करने को कहा। 1 हफ्ते तक चले इस इस्लामिक ट्रेनिंग कैंप के बाद वहां उपस्थित सभी हिंदू लड़कों को इस्लाम कबूल करने का दबाव डाले डाला जाने लगा।
मकान के मालिक ने उसे जबरन बंधक बना लिया
बता दें कि धर्म परिवर्तन करवाने वाले इस इस्लामिक संगठन का तब पर्दाफाश हो गया जब सुधांशु चौहान ने मुसलमान बनने से साफ मना कर दिया। तब उसके ऊपर कई तरह के दबाव डाले गए। उसे अच्छा मकान और अच्छी कमाई के प्रलोभन भी दिए गए परंतु वह नहीं माना। इसके बाद उस मकान के मालिक ने उसे जबरन बंधक बना लिया परंतु किसी तरह इस सारे घटनाक्रम की जानकारी सुधांशु चौहान के परिजनों को मिल गई और उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत कर दी। तब पुलिस ने इस मदरसे पर दबिश देकर वहां से पीड़ित सुधांशु चौहान को बुरी हालत में छुड़ा लिया।
पुलिस ने साथ ही मार्केटिंग कंपनी के मुखिया इखलाक, मकान मालिक अलीम यासीन मोहसिन अरमान अली और मौलवी के खिलाफ सुधांशु चौहान को बंधक बनाने धर्म परिवर्तन करने के लिए विवश करने और धोखाधड़ी की अन्य धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिए है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों सहित फरार हुए मौलवी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।