“Baba found Nandi? Har Har Mahadev resonated in disputed structure, survey completed.”
🚩हर हर महादेव, हर हर महादेव, हर हर महादेव, हर हर महादेव
सनातन🚩समाचार🌎जैसे ही वो समय आया …… नंदी को जिनकी प्रतीक्षा थी वो ……… उम्मीद से बहुत ज्यादा मिला है, बोले याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य।
विवादित ढांचे ज्ञानवापी परिसर में आज सोमवार को भी सर्वे हुआ। यह सर्वे का तीसरा दिन था। अब रिपोर्ट तैयार कर अदालत में पेश की जाएगी। वाराणसी की जिला अदालत ने इसके लिए 17 मई तक का समय दिया था। तीन दिन के सर्वे की वीडियोग्राफी की गई है। इसकी रिपोर्ट एडवोकेट कमिश्नर तैयार करेंगे, जिस पर दोनों पक्षों के हस्ताक्षर रहेंगे। इस बीच, सर्वे टीम का हिस्सा सोहनलाल आर्य ने बड़ा बयान दिया है। कोर्ट में केस होने के कारण उन्होंने साफ-साफ कुछ नहीं कहा, लेकिन इतना संकेत जरूर दिया कि नंदी को जिसकी तलाश थे, वो बाबा मिल गए हैं। यानी साफ है कि मस्जिद मे मंदिर के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। 🚩हर हर महादेव🚩
सीढ़ी संकरी होती चली गई
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में रविवार को एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही सुबह ठीक आठ बजे शुरू हुई। उस समय तक धूप तीखी हो चुकी थी। गर्मी ज्यादा बढ़े उससे पहले ही मस्जिद परिसर के खुले हिस्से में और गुबंद की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करना तय हुआ था। नमाज की जगह पर सभी लोग नंगे पैर दाखिल हुए। सर्वे टीम के द्वारा गुबंद के अंदर की संरचना को ज्यादा से ज्यादा करीब से देखने का प्रयास किया गया। ऊपर गुम्बद तक जाने वाली सीढ़ी संकरी होती चली गई और ऊपर सांस लेना भी मुश्किल था। चर्चा रही कि गुंबद की बनावट हर किसी को चौंका रही थी। इसलिए हर कोई उसे देखना चाहता था। थोड़ा समय तो लगा लेकिन कई महत्वपूर्ण तथ्यों को समेटकर टीम सीढ़ियों से चढ़कर ऊपर छत तक पहुंची।
कई चौकाने वाली कई चीजें थीं
तब तक तेज धूप से छत तपने लगी थी और नंगे पैर चलना मुश्किल हो रहा था। इसके बावजूद फोटोग्राफर व वीडियोग्राफर ने विवादित ढांचे के कोने-कोने तक जाकर अपना कार्य पूरा किया। इसके साथ ही नमाज वाली जगह पर हालनुमा बड़े कमरे की छत से लेकर फर्श की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी हुई। पता चला है की यहां भी कई चौकाने वाली कई चीजें थीं। दीवारों और सीलिंग पर बनी कई आकृतियां ऐसी थीं जो मंदिर पक्ष के वकीलों को रुककर उसकी फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कराने के लिए विवश कर रही थीं।
नंदी को बाबा मिल गए हैं
सर्वे टीम की दीवारें और खंभों पर विशेष नजर रही। जैसे-जैसे कार्यवाही बढ़ रही थी, उत्सुकता भी बढ़ती जा रही थी। 100 से ज्यादा फोटो यहां खींचे गए। वीडियोग्राफी भी लंबे समय तक चली। इस सारे सर्वे के बारे में आपको यह बताते हुए “सनातन🚩समाचार🌎” को बड़ी प्रसन्नता हो रही है कि इस मामले में याचिकाकर्ता सोहनलाल आर्य जी ने विवादित ढांचे का सर्वे खत्म होने के बाद बाहर आकर बहुत गदगद स्वर से मीडिया को बताया है कि हमारी आशा से ज्यादा अंदर बहुत कुछ है। और उन्होंने अस्पष्ट शब्दों में यह भी बता दिया कि नंदी को बाबा मिल गए हैं, अर्थात उन्होंने कहना चाहा कि अंदर भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग विराजमान है।
इसके साथ ही उन्होंने बहुत मुस्कुराते हुए यह भी बताया है कि हम इस सर्वे से वह संतुष्ट हैं। त्रिशूल कमल का फूल इत्यादि सभी प्रकार के हिंदू चित्र वहां पाए गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया है कि विवादित परिसर के अंदर एक बहुत बड़ा मलबे का ढेर है। हमें लगता है कि उस मलबे के ढेर में हमारे मंदिर के पवित्र अवशेष हैं तथा इसमें खंडित की गई मूर्तियां हो सकती हैं, जिसकी जांच करवाने के लिए हम न्यायालय से प्रार्थना करेंगे। उनसे और सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सर्वे टीम की एक मर्यादा है इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता। मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने बताया है कि इस सारे सर्वे की रिपोर्ट शायद आज अथवा कल अदालत में सबमिट कर दी जाएगी।
🚩हर हर महादेव🚩 🚩हर हर महादेव🚩 🚩हर हर महादेव🚩