“ATS caught Amritpal Singh from Punjab and Riyazuddin from UP because they were doing this work,”
ना जानें ऐसे कितने गद्दार छिपे बैठें हैं हिंदुस्तान में …..
सनातन🚩समाचार🌎 अब ऐसा लगने लगा है कि उत्तर प्रदेश के सारे विभाग पूरी तरह सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। अब एक नए मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने आतंकवाद निरोधक दस्ते ATS ने भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में दो जासूसों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
बधाई आप सभी को। उत्तरकाशी (उत्तराखंड) की टनल से सभी 41 मजदूर सुरक्षित निकाल लिए गए हैं।
पता चला है कि उनके नाम रियाजुद्दीन है और अमृतपाल सिंह है। अपनी इस उपलब्धि के बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 26 नवंबर को जारी किए गए प्रेसनोट में बताया गया है कि एटीएस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोगों को संदिग्ध स्रोतों से पैसा प्राप्त हो रहा है। इन पैसों का प्रयोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए भारत विरोधी जासूसी गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका जताई गई। जांच के दौरान इस सूचना पुष्ट होने पर एटीएस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
पता चला है की जांच के दौरान दोनों आरोपियों के बैंक खातों से मार्च 2022 से अप्रैल 2022 के बीच लगभग 70 लाख रूपों के लेन देन का पता चला। बता दें कि अमृतपाल सिंह पंजाब का रहने वाला है और रियाजउद्दीन उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का रहने वाला है। रियाजुद्दीन ने गाजियाबाद के केनरा बैंक में जो अकाउंट खुलवाया था उसमें बिहार के बेतिया में रहने वाले एक शख्स इज़हारुल का मोबाइल नंबर उसने लिखवाया था।
पता चला है कि रियाजुद्दीन और इज़हारुल की मित्रता राजस्थान में हुई थी, जहां पर यह दोनों वेल्डिंग का काम करते थे, इसी दौरान ये दोनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट के संपर्क में आए थे। इसके बाद यह दोनों मिलकर ISI के लिए काम करने वाले अन्य गुर्गों को पैसा भेजने का काम करने लगे। गहन जांच पड़ताल करने के बाद जब पुलिस को विश्वास हो गया तब एटीएस ने रियाजुद्दीन को पकड़ लिया। पता चला है कि रियाजुद्दीन गाजियाबाद के भोजपुरी का रहने वाला है।
उधर रियाजुद्दीन के साथी इज़हारुल हुसैन को बिहार पुलिस ने शराब पीने के आरोप में 8 नवंबर को गिरफ्तार किया था। उस पर बिहार शराबबंदी कानून के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था और वह अब जेल में है। एटीएस के अनुसार की जा रही जांच पड़ताल के बाद आशा है की और कई लोग उनकी पकड़ में आएंगे। रियाजुद्दीन ने जिन लोगों को पैसे भेजे उन लोगों की ATS नहीं जब बारीकी से जांच की तो रियाजुद्दीन के तार बठिंडा (पंजाब) के रहने वाले अमृत गिल/अमृतपाल सिंह से भी जुड़े सामने आए।
बठिंडा का रहने वाला अमृतपाल सिंह ऑटो चलाता था और उसके खाते में रियाजुद्दीन ने पैसे भेजे थे। एटीएस की माने तो अमृतपाल सिंह ने इन पैसों के बदले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भारतीय सेना के टैंकों इत्यादि की खुशियां जानकारियां भेजी थीं। अमृत गिल को उत्तर प्रदेश के ATS ने 23 नवंबर की रात बठिंडा के तलवंडी साबो क्षेत्र से पकड़ लिया था। इसके बाद उसको ट्रांजिट डिमांड पर पंजाब से लखनऊ लाया गया है।