“Forced girls were trapped by showing them the promise of a job, finally the vicious Mohammad Jameel was caught.”
आर्थिक तंगी की मारी और नौकरी की चाहत की मारी लड़कियों को धकेलता था सीमा पर।
सनातन 🚩समाचार🌎 अब बरोजगार लड़कियों को नौकरी का लालच देकर फंसाने का फर्जीवाड़ा आया सामने। क्या नेपाल बॉर्डर से मानव तस्करी करता था फर्जी इंस्पेक्टर मोहम्मद जमील ?
नेपाल बॉर्डर भेज रहा था
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में नाका पुलिस ने चारबाग स्टेशन से एक शातिर को पकड़ लिया जो फर्जी इंस्पेक्टर बन कर लोगों को लूट रहा था और उनकी लड़कियों को होमगार्ड की नौकरी दिलवाने के लिए उन्हें नेपाल बॉर्डर की ओर भेज रहा था। दरअसल चौक की तीन लड़कियों ने पुलिस को शिकायत दी थी कि किउनके साथ होमगार्ड की नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी हुई है।
पकड़ा गया शातिर
बीवी अमरीन सुलताना
इस सनसनीखेज प्रकरण का खुलासा करते हुए अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक नाका प्रदीप कुमार के बताया है की नाका के एक क्लीनिक पर काम करने वाले चौक के अकबरी गेट निवासी ने आरोप लगाया है की आरोपी जमील पांच सितंबर को अपनी बीवी अमरीन सुल्ताना के साथ मेरे क्लीनिक पर आया था। इस व्यक्ति ने खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताते हुए मेरी बहनों की होमगार्ड की नौकरी दिलाने की बात कही थी। उसके झांसे में आकर हमने उसे 85 हजार रुपये दे दिए थे।
महिलाओं ने मोहम्मद जमील पे आरोप लगाया
इसके बाद आरोपी के कहने पर 23 सितंबर को दोनों बहने बलरामपुर अस्पताल में अपना मेडिकल करवाने पहुंचीं, जहां मदेयगंज की दो और युवतियां भी पहुंची हुई थीं। उनमें से एक रानी नाम की महिला से मोहम्मद जमील ने 40 हजार रुपये लिए थे। पकड़ा गया आरोपी मोहम्मद जमील देवरिया के भटनी हरैया का रहने वाला है। आरोपी की शिकायत करने वाली महिलाओं ने आरोप लगाया है की 29 सितंबर को मोहम्मद जमील ने हमे ट्रेन का टिकट भेजा।
पुलिस ने बताया
इसके साथ ही उन्हें कहा गया कि वे अपने परिजनों को साथ लेकर ना आएँ। इसके साथ ही जहां हमारी ट्रेनिंग होनी थी उसका भी हमे सही पता जमील ने नहीं दिया। इन सब बातों के कारण हमे जब जमील पर शक हुआ तो हमने थाने में मोहम्मद की शिकायत दे दी। पुलिस का इस बारे में कहना है की जमील महिलाओं को नेपाल बार्डर के जिलों में ट्रेनिंग के लिए क्यों बुलाता था ? इस पर भी जांच चल रही है। हो सकता है की आरोपी का संबंध किसी मानव तस्करी गिरोह से भी हो।
मानव तस्करी का संदेह
क्योंकि मोहम्मद जमील केवल महिलाओं को ही अपना शिकार बना रहा था और इसके निशाने पर निजी अस्पताल ही होते थे क्योंकि वहां अधिकतर महिला कर्मी ही होती हैं। इस बारे में ADCP पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा का कहना है कि आरोपी जमील ने चारों युवतियों का महराजगंज के आनंदनगर का टिकट कराया था, जहां से नेपाल केवल 30 किलोमीटर दूर है। ऐसे में इसके मानव तस्करी गिरोह से जुड़े होने की आशंका को बल मिल रहा है।
सनातन समाचार खुद भुक्तभोगी है
बता दें कि सनातन 🚩समाचार🌎 का खुद का यह अनुभव रहा है कि देश के कई हिस्सों से गायब की गई लड़कियों को नेपाल के बॉर्डर के नजदीक पड़ते इलाकों में पहुंचा दिया जाता है। क्योंकि हमने लव जिहाद की शिकार जितनी लड़कियों को बचाया है उनमें से भी अधिकतर को नेपाल बॉर्डर के आसपास के इलाकों में ही ले जाया गया था।