“Woman judge had to write an FIR, stalks, chases, sends dirty messages, lawyer Mohammad Haroon.”
वकील होने का अर्थ ये नहीं होता की अंदर समाई हुई गंदी सोच भी बदल जाती है।
न्यायालय परिसर
सनातन 🚩समाचार🌎 भले ही कोई इंसान कितना भी पढ़ लिख जाए परंतु वह अपने उन संस्कारों को कभी नहीं छोड़ता है जो उसे परंपरा से मिले हुए होते हैं, ये बात पूरी तरह से प्रमाणिक है। कुछ ऐसा ही मामला आया है उत्तर प्रदेश से। यहां के हमीरपुर में एक महिला न्यायाधीश को पुलिस में उस समय शिकायत दर्ज करवा देनी पड़ी जब उनके लाख मना करने पर भी हारून नाम का एक व्यक्ति नहीं समझा। महिला न्यायाधीश ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि मोहम्मद हारून उनको आपत्तिजनक संदेश तो भेजता ही था, साथ में उन्हें घूरता भी था और ईवनिंग वॉक के दौरान उनका पीछा भी करता था। उन्होंने अपनी शिकायत के साथ पुलिस को हारून के मैसेजों के स्क्रीनशॉट भी दिए हैं।
आरोपी वकील
बतादें की उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक महिला सिविल जज ने अपने साथ बदसलूकी करने वाले जिस व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है उसकी पहचान अधिवक्ता मोहम्मद हारून के तौर पर हुई है। हारून पर आरोप है कि उसने महिला जज हर्षिता सचान के ऊपर भद्दे-भद्दे कमेंट किए और उनसे बदसलूकी भी की। महिला न्यायाधीश ने इस संबंध में हमीरपुर कोतवाली में आईपीसी की धारा 354 (क) और 354 (ख) के अंतर्गत केस दर्ज करवाया है।
मोहम्मद हारून को चेतावनी दी थी
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार मोहम्मद हारून हमीरपुर की जिला अदालत में नियुक्त महिला जज को गंदे गंदे मैसेज भेजता था और काम के दौरान उनको घूरता भी रहता था। इसके साथ ही वह शाम के समय भी उनका पीछा करता था।महिला जज के अनुसार इस तरह मैसेज भेजे जाने पर कई बार उन्होंने आपत्ति भी जताई थी और मोहम्मद हारून को चेतावनी भी दी थी। लेकिन उसने कोई बात नहीं सुनी और महिला जज को लगातार परेशान करना जारी रखा। और जब वकील मोहम्मद हारून की हरकतें बर्दाश्त से हो हो गईं तब आखिर महिला जज ने हमीरपुर थाने में FIR दर्ज करवा दी।
FIR की कॉपी
इस बारे में हमीरपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा है की: हर्षिता मैडम ने छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। मोहम्मद हारून ने जो किया हम उसका विरोध करते हैं, उसकी निंदा करते हैं। हम ऐसे अधिवक्ता के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की माँग करते हैं। अगर FIR सच्ची घटना पर है तो हम बार काउंसिल को लिखकर हारून का लाइसेंस को कैंसिल करवाने की माँग करेंगे। ऐसे व्यक्ति और अधिवक्ता समाज में कलंक हैं।
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद बारीकी से इस केस की जांच आरंभ कर दी है। मिली शिकायत के आधार पर पूरी जांच पड़ताल की जा रही है तथा जाँच पूरी होने पर अधिवक्ता मोहम्मद हारून के विरुद्ध बनती कार्रवाई की जाएगी।