“Islamic flag on the statue of freedom fighter After Eid prayers, vehicles were broken, stabbing swords entered the localities, stone pelting acid bottles.”
हिंदुओं को अपनी जनसंख्या घटाने के धड़ाधड़ पुरुस्कार मिल रहे हैं।
सनातन🚩समाचार🌎पहले कश्मीर से ऐसी सूचनाएं मिलती रहती थी कि ईद की नमाज के बाद पथराव कर दिया गया गाड़ियां तोड़ दी गईं परंतु अब यह सिलसिला लगभग सारे देश में ही चालू हो चुका है, जो देश के लिए बहुत खतरनाक है। इस बार भी ईद के बाद देश में बहुत स्थानों पर नमाज के बाद बवाल होने की घटनाएं घटी हैं।
तेजाब की बोतलें घरों पर
राजस्थान : यहां जोधपुर में लगातार दूसरे दिन भी हिंसा का दौर जारी रहा वह भी तब जब जिले भर में कर्फ्यू लगा हुआ था, इसके बावजूद हमला करने वाले लोग सड़कों पर निकल आए और उन्होंने जमकर हथियारों का प्रयोग किया आगजनी की। लगभग डेढ़ दर्जन मुहल्लों में घुसकर पथराव किया तलवारे लहराई और तेजाब की भरी हुई बोतलें घरों पर फेंकी। ईद की नमाज के बाद सड़कों पर उतरे उन्मादियों ने जमकर मजहबी नारे लगाए तथा कबूतरों का चौक में दीपक परिहार नाम के एक युवक की पीठ में छुरा घोंप दिया। अब गांधी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है जहां पर उसकी पीठ में से छुरा निकाल दिया गया है।
मोहल्लों में घुस रहे थे
इन हैवानों ने जोधपुर शहर के लगभग 18 से अधिक मोहल्लों में 3 मई 2022 मंगलवार को जमकर उत्पात मचाया है। शहर को बर्बाद कर देने की नियत वाले इन लोगों ने जालोरी गेट से अपना खूंखारअभियान चालू किया। जोधपुर के जालपा मोहल्ले में विधायक के घर के बाहर ही उन्मादियों ने एक मोटरसाइकिल को आग लगा दी। यह लोग बड़े-बड़े समूह बनाकर अलग-अलग दिशाओं में चल रहे थे। यह लोग अलग-अलग मोहल्लों में योजनाबद्ध तरीके से घुस रहे थे और वहां रहने वाले लोगों के घरों पर पथराव के साथ-साथ तेजाब के भरी हुई बोतलें भी फेंक रहे थे। इस उपद्रव में इन लोगों ने 40 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया और जब स्थानीय लोग अपनी गाड़ियों को बचाने के लिए आगे आए तो उनकी जबरदस्त पिटाई कर दी गई।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
इस हुई हिंसा में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए बताए जा रहे हैं। इस समय जोधपुर के 10 इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। इन हमलों के बारे में केंद्रीय जले शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि दंगाई भीड़ मजहबी नारे लगाती रही और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में हिंसा हो रही है, लेकिन एक दिन तक उन्होंने कोई ट्वीट भी नहीं किया है । “रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था” यह वही बात हो गई सीएम का शहर जल रहा था और वह गुलदस्ते लेने में व्यस्त थे।
ईद की नमाज के बाद कहर
बता दें की इन हमलों में सबसे पहले स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा जी की प्रतिमा पर इस्लामिक झंडा लगा दिया गया था और साथ ही आसपास भगवान परशुराम जी की जयंती और अक्षय तृतीया के उपलक्ष में लगे हुए भगवा ध्वज को अपमानजनक तरीके से हटा दिया गया था मुस्लिम समाज के लोगों ने सर्किल पर लगे हिंदू भगवा ध्वजों को भी हटा दिया था।
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फिर उसके बाद ईद की नमाज के बाद तो शहर में कहर ही बरपा दिया गया। दंगा करने वालों को रोकने के लिए पुलिस ने कई जगह आंसू गैस के गोले दागे और बल प्रयोग भी किया। बहरहाल अब बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स जोधपुर शहर में तैनात हैं और विशेषकर ईदगाह के चारों तरफ पुलिस तैनात है।
ताजा जानकारी के अनुसार अभी तक 98 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस हाई अलर्ट पर है।
अगर गौर किया जाए तो राजस्थान में यह सब कुछ एक षड्यंत्र के तहत हो रहा लगता है क्योंकि दिल्ली की जहांगीरपुरी में श्री हनुमान जयंती की शोभा यात्रा पर हुए हमले के बाद जो स्थितियां बनी और वहां पर अवैध लोगों के अवैध कब्जों को हटाने का प्रयास किया गया तो उसके तुरंत बाद राजस्थान में एक 300 साल पुराना मंदिर ध्वस्त कर दिया गया
फिर अगले ही दिन एक बड़ी गौशाला को भी तोड़ दिया गया। उसके बाद स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा पर मजहबी झंडा लगाया गया, फिर बहुत भव्य तरीके से भारी संख्या में लाउडस्पीकर लगाकर बहुत बड़ी सड़क को घेर कर उस पर नमाज पढ़ा जाना और फिर नमाज के बाद यह उत्पात।
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यह सब कुछ देख कर लगता तो यही है कि अवश्य ही इस सब के पीछे इस प्रदेश की बहुत बड़ी शक्तियां काम कर रही हैं। फिर भी यही कामना की जानी चाहिए की राजस्थान की गहलोत सरकार शीघ्र ही अपना आचरण सुधार लेगी और राजस्थान में रह रहे हिंदुओं को और पीड़ित नहीं होने देगी क्योंकि करोली हिंसा श्री राम दरबार तोड़ा जाना, गौशाला तोड़ा जाना और अब इस हमले से राजस्थान के हिंदू बहुत खौफ में हैं।