New example of brotherhood, idols of Hanuman ji and Shani Dev found in the excavation of Dargah.”

धर्म का चाहे जितना नाश हो जाए बस भाईचारा मजबूत रहना चाहिए।

सनातन🚩समाचार🌎मस्जिदों के नीचे मंदिरों का होना हिंदुस्तान में कोई नई बात नहीं है। ऐसे बहुत सारी मस्जिदें आपको मिल जाएंगे जिनके नीचे मंदिर दबे हुए हैं। इनमें भगवान श्री राम जी की जन्म स्थली भाग बन रहा भव्य श्री राम मंदिर इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है यहां पर पहले कभी एक विवादित ढांचा हुआ करता था जिसे हटा दिया गया था। जब अदालत के आदेश से वहां पर मंदिर का निर्माण आरंभ किया गया तो खुदाई होने पर नीचे मंदिर होने के असंख्य प्रमाण निकले और साथ ही मूर्तियां भी। इसके साथ ही बहुत सारे स्थान ऐसे हैं जिनके बारे में दावा किया जाता है कि यहां पर पहले मंदिर हुआ करते थे।

मूर्तियां प्रकट हो गई

परंतु हिंदुस्तान के हिंदुओं में भाईचारे की भावना बहुत जबरदस्त है जिस कारण सब चलता है। ऐसी ही भाईचारे की एक जबरदस्त मिसाल अब देखने को मिली है उत्तर प्रदेश के एटा जिले में, जहां पर उस समय सनसनी फैल गई जब एक दरगाह की जमीन की खुदाई करते समय वहां से भगवान श्री हनुमान जी और शनिदेव जी की मूर्तियां प्रकट हो गई। इसकी सूचना एटा में फैलते ही लोग वहां जमा होने लगे और अपने आराध्य देवताओं की प्रतिमाओं के दर्शन करने लगे। दरअसल यहां पर एक बड़े मियां की मजार है इस मजार के पास काफी भूमि है। यहां पर एक पुलिस चौकी का निर्माण किया जाना था, जिस की खुदाई करते समय यह पवित्र मूर्तियां मिली हैं।

मंदिर के अस्तित्व को खत्म कर दिया गया

पुलिस चौकी के निर्माण के लिए यह खुदाई गत शुक्रवार 15 अप्रैल 2022 को हो रही थी। बता दें की बनने वाली पुलिस चौकी बड़े मियां की मजार से लगभग 10 मीटर दूर बनाई जा रही थी। इसी दौरान जमीन में से श्री हनुमान जी और शनिदेव जी की मूर्तियां निकली हैं। इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय भाजपा विधायक संजीव दिवाकर भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद हनुमान जी की प्रतिमा को जल से और शनि देव जी की प्रतिमा को तेल से विधिवत धोया गया। मिली मूर्तियों के बारे में स्थानीय लोग बता रहे हैं की जहां बड़े मियां की मजार बनी है वह स्थान पहले मंदिर ही था बाद में यहां पर दरगाह बना दी गई और फिर धीरे-धीरे अतिक्रमण करते हुए मंदिर के अस्तित्व को ही खत्म कर दिया गया था।

पहले एक मंदिर ही था

बेशक यहां पर वर्तमान में दरगाह है परंतु स्थानीय हिंदुओं के मन में अभी भी यहां पर एक मंदिर की छवी बसी हुई है, जिसके चलते पिछली 13 अप्रैल को इस दरगाह पर कुछ हिंदुओं ने भगवा ध्वज लहराया था जिसकी फोटो भी काफी वायरल हुई थी। अब खुदाई में मूर्तियों के मिलने से प्रमाणित हुआ है कि वहां पर पहले एक मंदिर ही था जिसे ध्वस्त करके उसके ऊपर यह मजार बनाई गई है। मूर्तियां मिलने के बाद यहां पर हिंदुओं के आने का तांता लगा हुआ है।

एफआईआर भी दर्ज है

वैसे इस दरगाह का रखरखाव भी कोई संतुष्टि जनक नहीं रहा है, क्योंकि इस दरगाह के चढ़ावे में करोड़ों रुपए के घोटाले होने का भी मामला सामने आया हुआ है, जिसके बारे में बकायदा एफआईआर भी दर्ज है और अब पुलिस उस घोटाले की जांच कर रही है। इस बारे में जैसलमेर के एसएचओ इंस्पेक्टर शंभू नाथ ने बताया की कानून व्यवस्था पूरी तरह काबू में है तथा मौके पर पीएसी को भी तैनात किया गया है।

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By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

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