“Sandeshkhali: Shahjahan Sheikh should be beautiful whether virgin or married – finally SC Commission took this step.”
बंगाल पुलिस के अनुसार एक भी रेप नहीं हुआ, मीडिया पर एक्शन लिया जाएगा।
सनातन🚩समाचार🌎 हमेशा जय भीम जय मीम जपने वाला गैंग अब फिर से पूरी तरह गायब है क्योंकि सारे देश के हिंदू अब बेचैन हो रहे हैं पश्चिम बंगाल में रहने वाले अपने SC समाज की महिलाओं के बारे में।
प्राप्त हुए विवरणों के अनुसार पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के एक टापू में रहने वाले हिंदुओं के SC समाज की महिलाओं पर बहुत लंबे समय से भयानक अत्याचार किए जा रहे हैं। वहां से प्राप्त हो रही खबरों के अनुसार सरकारें तो बदली किंतु वहां पर रहने वाली SC समाज की महिलाओं के भाग्य में लगातार बलात्कार ही लिखे जाते रहे। अब वर्तमान में ममता बनर्जी की सरकार पर यह आरोप लग रहे हैं कि उसकी पार्टी के नेता संदेशखाली के इलाके की महिलाओं को रात में उठाकर ले जाते हैं तथा जब उनका मन भर जाता है तब उनको उनके घरों में पहुंचा दिया जाता है।
पीड़ित महिलाओं के अनुसार टीएमसी के गुंडे लगातार उनके घरों पर नजर रखते हैं और जिस घर में भी कोई सुंदर छोटी लड़की हो या विवाहित महिला उसको जबरन पार्टी कार्यालय में रात को आने के लिए विवश किया जाता है। उन्हें कहा जाता है कि अगर वह ना आई तो उनके भाई अथवा पति को मार दिया जाएगा, जिस कारण वहां SC समाज की महिलाएं यह नरक भोगने के लिए विवश है। किंतु दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की पुलिस ने इन सभी बातों को नकारते हुए कहा है की उस इलाके में एक भी रेप नहीं हुआ है।
यह सब झूठ फैलाया जा रहा है तथा इसके बारे में अब झूठ फैलाने वाले मीडिया पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के इस कथन के साथ-साथ ही संदेशखाली कि पीड़ित महिलाओं का कहना है कि जब वह पुलिस के पास अपनी शिकायत करने जाती हैं तो पुलिस उनसे कहती है कि अपने साथ हुए बलात्कार का पहले सर्टिफिकेट लेकर आओ। यह सारी बातें सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में पढ़ते संदेशखाली इलाके में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की टीम पहुंची है।
वहां पहुंची टीम ने पीड़ित महिलाओं से मिलकर घटनाओं की जानकारी ली है। आयोग की सदस्य अंजू बाला के अनुसार यहां स्थिति बेहद खराब है। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की शिकायत भी दर्ज नहीं करता है। इस सब की जानकारी अब राष्ट्रपति को दी जाएगी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की अंजू बाला के अनुसार यह एक शर्माना घटना है कि आज के समय में भी महिलाओं के साथ ऐसा कुछ हो सकता है। कोई भी महिला उन्हें पसंद आ जाती थी तो वह उसे ले जाते थे।
#WATCH | Sandeshkhali violence | "It is a shameful incident that in today's time as well something like this can happen to women…The state's CM is a woman. 'Naam Mamata rakhti hai lekin dil mein mamata naam ki chiz nahi hai'…," says Anju Bala, member of National Commission… pic.twitter.com/wErOFFTZQi
— ANI (@ANI) February 15, 2024
यहां राजनीति का स्तर इस तरह गिर जाएगा कि आप महिलाओं को यूज करेंगे और यूज़ करने के बाद उन्हें हटा देंगे। इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। यहां की मुख्यमंत्री खुद एक महिला हैं, उनका नाम ममता है लेकिन दिल में ममता नाम की चीज नहीं है। यहां तो 376 तक का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। हम पीड़ित महिलाओं से मुलाकात करेंगे और जो धाराएं लगनी चाहिए वह लगवाने की कोशिश करेंगे। आयोग की सदस्या अंजू बाला ने और कहा है कि CM ममता बनर्जी कुछ भी खुलासा नहीं करना चाहती।
वह महिलाओं पर अत्याचार की एफआईआर दर्ज नहीं करती। देश उन्हें माफ नहीं करेगा, हम चाहते हैं कि संदेशखाली में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए क्योंकि यहां लोग बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हीं की वजह से इस घटनाक्रम के बारे में पूरे देश को पता चला है। इसके साथ ही राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष अरुण हलदर ने बताया है कि मुझे संदेशखाली के बारे में रिपोर्ट मिली है।
#WATCH | Sandeshkhali violence | National Commission for Scheduled Castes, Arun Haldar says, "I have received the report about Sandeshkhali. A lot of people wanted to say a lot of things but they were not given a chance. Members of the commission & I have come here to listen to… pic.twitter.com/3HppKRP2m9
— ANI (@ANI) February 15, 2024
बहुत से लोग बहुत कुछ कहना चाहते थे लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दे रहे। पीड़ित लोग अनुसूचित जाति के हैं, उनको सुनने के लिए पूरा कमीशन आया है। इन लोगों की बातों को सुनकर मैं राष्ट्रपति को रिपोर्ट दूंगा। सच और झूठ लोगों की बात से पता चलेगा एक तरफा राज्य सरकार जो कह रही है उसे पर भरोसा नहीं कर सकते। कल सुबह 11:00 बजे राष्ट्रपति को रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने कहा की हम यहां राजनीति करने नहीं बल्कि लोगों की परेशानियों को सुनने आए हैं।
#WATCH | Sandeshkhali violence: Member of the National Commission for Scheduled Castes, Anju Bala says "…CM Mamata Banerjee does not want to reveal anything, she does not register FIRs of torture against women…The country will not forgive her. We want President's rule to be… pic.twitter.com/ayYgkv0upk
— ANI (@ANI) February 15, 2024
यह आयोग राजनीतिक नहीं है बल्कि संवैधानिक है। आपको बता दें की इन सारी घटनाओं की हल्की-फुल्की चर्चाएं तो होती ही रहती थी किंतु महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में देश को तब पता चला जब 8 फरवरी को संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेता शेख शाहजहां के खिलाफ भारी प्रदर्शन किया था। उस प्रदर्शन में काफी हंगामा हुआ था तथा कई लोग घायल भी हो गए थे। प्रदर्शनकारी महिलाओं के अनुसार सत्ताधारी पार्टी के गुंडे महिलाओं के साथ रेप और गैंगरेप करते रहते हैं।