“Mosque, Madrasa, riot, fire, bloodshed and then CM Dhami did this.”
घायल की गईं महिला पुलिस कर्मियों के हाथों फीता कटवा दिया अब बिलबिलायेंगे दंगाई।
सनातन🚩समाचार🌎 ठीक उसी स्थान पर पुलिस चौकी बना दी गई है जहां पर कुछ दिन पहले ही उन्मादियों के द्वारा बुरी तरह से पथराव करते हुए अनेक पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया था। इसके साथ ही बहुत सारे पत्रकारों को भी जख्मी कर दिया गया था। उन्मादियों ने मजहबी नारे लगाते हुए एक पुलिस चौकी को आग लगाकर उसमें फंसे हुए पुलिस कर्मियों को जिंदा जला देने का प्रयास भी किया था।
बताने की आवश्यकता नहीं है यह सब हुआ था उत्तराखंड के हल्द्वानी में, जहां पर एक अवैध बनी हुई मस्जिद और मदरसे को प्रशासन ने गिरा दिया था। इसके बाद अवैध कब्जाधारी लोग और उनके साथ ही बहुत सारे लोग तकबीर अल्लाह हू अकबर जैसे नारे लगाते हुए पुलिस बल पर टूट पड़े थे। इन लोगों के द्वारा महिला पुलिस बल को भी अपने निशाने पर लिया गया था तथा मार पीट करते हुए उन्हें पैरों से भी कुचल था। यह बवाल उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हुआ था।
इस बवाल में दंगाइयों ने भारी संख्या में वाहनों को भी जला दिया था। पुलिस पर हमला करने में मजहबी नारों वाली महिलाएं सबसे आगे थीं। बता दें की उस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई तथा 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। 8 फरवरी 2024 को हुई इस हिंसा के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि अतिक्रमण हटाकर खाली करवाई गई जगह पर पुलिस थाना बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया और मुख्यमंत्री की घोषणा के 24 घंटे के अंदर-अंदर खाली करवाई गए स्थान पर पुलिस चौकी की स्थापना कर दी गई है।
बनभूलपुरा, हल्द्वानी में जिस जगह से अवैध अतिक्रमण हटाया गया वहां पर अब पुलिस थाने का निर्माण किया जाएगा।
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) February 12, 2024
उपद्रवियों और दंगाइयों के लिए हमारी सरकार का यह स्पष्ट संदेश है कि देवभूमि की शांति से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा, ऐसे उपद्रियों के लिए उत्तराखण्ड… pic.twitter.com/kUQsHCCpeq
पता चला है की इस स्थान पर पुलिस चौकी बनाए जाने से आसपास रहने वाले दंगाई समाज के लोग सकते में हैं। इसके बारे में नैनीताल के SSP प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 8 फरवरी 2024 को हुई हिंसा के बाद कहा था कि खाली करवाई गई जगह पर पुलिस थाना बनाया जाएगा, ऐसे में मुख्यमंत्री जी के आदेश का पालन करते हुए वहां पर पुलिस चौकी बना दी गई है जिसकी कमान एक हेड कांस्टेबल को सौंप दी गई है। जिसका साथ देने के लिए चार कांस्टेबल और PAC के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।