हवन कर शुद्ध हुए, श्री गंगा जल का आचमन किया और कर ली घर वापिसी।
उत्तर प्रदेश में ज्यों ज्यों गुंडों का आतंक खत्म होता जा रहा है त्यों त्यों अब उन लोगों का हौसला भी जाग रहा है जो कभी जमीन, धन अथवा डर के कारण अपना धर्म बदल चुके थे। अब वह लोग भी घर वापसी की राह पर चल पड़े हैं।
ऐसा ही हुआ है उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में। यहां के बदरा ब्लॉक के योग साधना आचार्य यशवीर महाराज आश्रम की देखरेख में घर वापसी का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में 6 परिवारों के 26 लोगों ने विधिवत हिंदू धर्म अपनाकर घर वापसी की है। इन घर वापसी करने वाले लोगों ने कुछ साल पहले ही इस्लाम मजहब कबूल किया था। इन सभी ने हवन यज्ञ करके तथा श्री गंगा जल का आचमन करके शुद्धीकरण प्रक्रिया पूर्ण की जिसके बाद यह सभी लोग पुनः हिंदू धर्म में वापिस आ गए।
गत सोमवार 22 नवंबर 2021 की प्रातः यह शुद्धिकरण और घर वापसी की प्रक्रिया संपन्न की गई। इस अवसर पर सनातन धर्म की सभी क्रियाओं को करते हुए इन लोगों के हाथ में कलावा बांधा गया और उनका शुद्धिकरण करवाया गया। इस अवसर पर आर्य समाज मंदिर के स्वामी यशवीर सिंह महाराज ने बताया कि जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब कुछ मौलवियों के द्वारा इन्हें मुसलमान बनाया गया था यह मौलवी लोग मुजफ्फरनगर बागपत, रामपुर, सहारनपुर सहित कई स्थानों में घूम घूम कर गरीब लोगों को मुसलमान बनाने का काम कर रहे थे।
तब इन्हें कई तरह के लालच और डर भी दिखाए गए थे। उन्होंने आगे बताया कि इन्हें यह भी कहा गया था कि अगर तुम लोग मुसलमान नहीं बनोगे तो तुम्हें जेल में डाल दिया जाएगा। इस सब के चलते लगभग 25 साल पहले यह सभी लोग मुसलमान बन गए थे। लेकिन अब जबकि उत्तर प्रदेश में माहौल बहुत बदल गया है, तथा हर तबके के गुंडों पर सरकारी कार्रवाई चल रही है, तो ऐसे में इन लोगों के भी हौसले खुले हैं और यह लोग अब खुशी खुशी से पुनः हिंदू धर्म में घर वापसी कर रहे हैं।
घर वापसी की इस प्रक्रिया में सभी परिवारों के सदस्यों के गले में फूल मालाएं पहनाई गई गंगाजल का आंचमन करा कर जनेऊ धारण करवा कर मंगल ध्वनि के साथ उनका हिंदू धर्म में स्वागत किया गया। इस आयोजन में उपस्थित साधु संतो ने पवित्र गायत्री मंत्र और ॐ के उच्चारण करते हुए सबका शुद्धीकरण करवाया। इस अवसर पर घर वापसी करने वाले लोगों ने बताया कि अपने मूल धर्म में 25 वर्षों बाद वापस आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है इनमें से कई लोगों ने आपबीती बताते हुए कहा कि हम में से किसी को डरा कर किसी को लालच से तो किसी को जेल में डलवा देने के भय से मुसलमान बनाया गया था।
घर वापसी करने वाले सभी लोगों को गले में लाल धागे में पिरोया हुआ पवित्र ओम का चिन्ह भी पहनाया गया। घर वापसी करने वाले लोगों के पहले के नाम थे – नजमा असगर समीर गुल सभा अमजद आरिफ यान सलीम समीना मिलाद अकेला समीर इमराना शाइस्ता आलिया जासमीन शाइस्ता इलीना अख्तर नाजरीन नसीर अल गुलाब सा सकीना नदीम और अहमद।
अब इनके नए नाम इस प्रकार होंगे -” सिद्धार्थ शारदा अभय महेंद्र सोनिया साक्षी आयुष सुशीला अजय अनिरुद्ध सुनीता अनिल पूजा अनीता सुमन वंदना कविता कुलदीप कृष्णा सविता सपना प्रतिमा प्रदीप जयंती इत्यादि
25 years ago, 26 people who became heretics for fear of going to jail returned home