अपने बयानों से चर्चा में बने रहने वाले शायर के पापी बोल – वाल्मीकि डाकू था…😡हिन्दू आस्था को ठेस।

भगवान वाल्मीकि जी

——————————————————

हिंदुओं की आस्था भगवान वाल्मीकि जी को डाकू कहने वाला ये पापी है दुष्ट शायर मुनव्वर राना।
शायर मुनव्वर राना अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहता है। अब उसने तालिबान का महिमामंडन किया है। उन्होंने कहा है कि तालिबान ने अपने मुल्क को आज़ाद कराया। इसके बाद ‘न्यूज नेशन’ चैनल पर बात करते हुए मुनव्वर राना ने कहा कि दो बड़े दुश्मनों को, जो रूस और अमेरिका से ज़िंदगी भर लड़े हों, तो उन पर कितने जुल्म हुए होंगे इसका भी हिसाब निकाला जाना चाहिए। इसके साथ ही उसने “भगवान वाल्मीकि जी” से तालिबान की तुलना कर डाली।

मुनव्वर राना ने कहा कि तालिबान के जुल्म को लेकर हमें परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन अफगानिस्तान के हजार वर्ष का इतिहास कहता है कि हिंदुस्तान ने उनसे हमेशा मोहब्बत की है। उसने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहाँ संसद भवन बनाया और कई परियोजनाएँ चलाई, क्या इसे ‘तालिबान फरामोश’ कह देंगे ? उसने कहा कि बंदूक तो हमारे आदमी भी लेकर बैठे रहते हैं।

उसने दावा किया कि बलिया के एक नेता ने कहा कि मुनव्वर राना का एनकाउंटर करना पड़ेगा। उसने कहा कि ये समझना पड़ेगा कि आतंकवाद क्या है। साथ ही दावा किया कि तालिबान ने भारतीयों के खिलाफ कोई खराब कदम नहीं उठाया और उन्हें जाने के लिए नहीं कहा, लेकिन हालात बिगड़ने पर लोग आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाद में हिंदुस्तानी वहाँ वापस चले जाएँगे। तालिबानी आतंकी हैं या नहीं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक वो आतंकी ही हैं।

ये सब कहते कहते उसने यह भी कहा कि,
“वाल्मीकि रामायण लिख देता है तो वो देवता हो जाता है, उससे पहले वो डाकू होता है। इंसान का कैरेक्टर बदलता रहता है। वाल्मीकि का जो इतिहास था, उसे तो हमें निकालना पड़ेगा न। वाल्मीकि को आप भगवान कह रहे हैं, लेकिन आपके मजहब में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है। वो लेखक थे। उनका काम था रामायण लिखना, जो उन्होंने किया।”

मुनव्वर राना ने कहा कि अफगानियों पर क्या जुल्म हुआ और क्या नहीं हुआ, इस कहानी को बाद के लिए रख कर मौजूदा हालात में क्या होना है ये सोचना चाहिए। उसने पूछा कि भारत तालिबान को क्यों दुश्मन बना रहा है ? उसने तालिबानियों को ‘अफगानी’ कहने की वकालत करते हुए कहा कि कल को वो बादशाह होंगे तो हमारा दूतावास वहाँ खुलेगा और वहाँ हमारे लोग व्यापार करेंगे। उसने ‘तालिबान’ को एक ‘अच्छा लफ्ज’ बताते हुए कहा कि इसका मतलब होता है ‘छात्र’, अर्थात पढ़ने वाला।

मुनव्वर राना ने कहा कि जितनी बहस अफगानिस्तान व तालिबान पर हो रही है, उसे हिंदुस्तान की मॉब लिंचिंग और कानपुर में गुंडागर्दी पर होनी चाहिए। उसने दावा किया कि भारत में मुस्लिमों को कातिल बोला जाता है। उसने इस पर बहस करने को कहा कि क्या कानपुर की वारदात पर बहस हुई, शर्मिंदगी का इजहार किया गया ?

सुनिये जहरीले बोल

मुनव्वर राना ने ये भी कहा कि अभी तालिबान ने आपको नहीं सताया न। 9/11 और कंधार हाइजैकिंग में तालिबान का नाम आने पर उन्होंने कहा कि दुनिया ने कुछ साबित नहीं किया न, ये सब तो इल्जाम हैं और ये भी कहा जा सकता है कि सब मुनव्वर राना ने करवाया है। उसने उदाहरण दिया कि सद्दाम हुसैन को आतंकी बताया गया और उसके मुल्क में परमाणु बम होने की बात कही गई, लेकिन वहाँ से कुछ नहीं निकला।

उसने पूछा कि इस पर अमेरिका की आलोचना क्यों नहीं की गई? वहीं ‘नवभारत टाइम्स’ से बात करते हुए इसने कहा कि अपने मुल्क के लिए लड़ने वाले को आतंकी कैसे कहा जा सकता है? उसने कहा कि इसे समझने के लिए दूर तक जाना पड़ेगा और हिंदुस्तानी होकर नहीं सोचना चाहिए। इसने कहा कि तालिबान ने अपने मुल्क को आज़ाद कराया। उसने ये भी कहा कि अफगानिस्तान हजारों वर्षों से हिंदुस्तान का दोस्त है और उनका वीजा भी नहीं लगता।

NBT से बात करते हुए मुनव्वर राना ने कहा कि अमेरिका और रूस पर अफगानों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमें इससे कोई मतलब नहीं होना चाहिए, हमारा इसमें कोई रोल नहीं। उसने भारत को सही समय का इंतजार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान कभी हिंदुस्तान का हिस्सा रहा था। उसने कहा कि तालिबान का जो व्यवहार है, उसे आतंकी नहीं कह सकते।, वो बस आक्रामक हैं। उसने कहा कि हिंदुस्तान में आतंकी की कोई परिभाषा ही नहीं तय की गई है।

मुनव्वर राना ने कहा, “जो पीड़ित लोग हैं वो यही हैं जो अब तक अशरफ गनी के साथ थे, अमेरिका के साथ लड़ रहे थे। आम अफगानी क्यों वहाँ से भागेगा ? जो वहाँ ऐश कर रहे थे, इसीलिए उन्हें भागना पड़ा। हिंदुस्तान जल्दबाजी में फैसले करता है। इससे ताल्लुकात खराब होंगे। अफगानिस्तान में बड़ी फ़िल्में बनीं। ‘काबुलीवाला’ एक कहानी है। हिंदुस्तान से वो क्यों झगड़ा मोल लेंगे ? किसी से क्यों झगड़ा मोल ले गए ?

बहरहाल मुनव्वर राना ने भगवान वाल्मीकि जी के बारे में जो भी कहा है उसकी सनातन🚩समाचार🌎 घोर निंदा करता है और सरकार से मांग करता है कि जल्द से जल्द इस हिन्दुद्रोहि जहरीले कीड़े को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए।

हिंदू द्रोही मीडिया के लिए बहुत फंडिंग है, किंतु हिंदुत्ववादी मीडिया को अपना खर्चा चलाना भी मुश्किल है। हिंदुत्व/धर्म के इस अभियान को जारी रखने के लिए कृपया हमे DONATE करें। Donate Now या 7837213007 पर Paytm करें या Goole Pay करें।

By Ashwani Hindu

अशवनी हिन्दू (शर्मा) मुख्य सेवादार "सनातन धर्म रक्षा मंच" एवं ब्यूरो चीफ "सनातन समाचार"। जीवन का लक्ष्य: केवल और केवल सनातन/हिंदुत्व के लिए हर तरह से प्रयास करना और हिंदुत्व को समर्पित योद्धाओं को अपने अभियान से जोड़ना या उनसे जुड़ जाना🙏

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *