वर्तमान में सारे देश मे धर्मपरिवर्तन की आंधी चल रही है, जिसके चलते बहुत तेजी से हिन्दू ईसाई बन रहे हैं। बार बार हर तरफ से यही सूचनाएं मिलती रहती है कि गरीब असहाय हिंदुओं को धन का लालच दिया जाता है जिस कारण आर्थिक दृष्टि से कमजोर हिन्दू धर्म बदल रहे हैं। तथा इसके साथ ही इस प्रकार के धर्मपरिवर्तन के मामले अक्सर सामने आते भी रहते हैं।
ये घटना असम की है, जहां पुलिस ने ईसाई मिशनरी रंजन सूतिया को डिब्रूगढ़ से जबरन धर्मपरिवर्तन कराने एवं इससे जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार डिब्रूगढ़ पुलिस ने ईसाई मिशनरी रंजन को मोरन स्थित उसके क्लिनिक से गिरफ्तार किया है। बतादें की इस बारे में “हिंदू युवा छात्र परिषद” ने मोरन थाने में रंजन सुतिय के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि मिशनरी रंजन सुतिय भोले लोगों को भृमित करता है, तथा ये सनातन धर्म का अपमान करने के लिए श्रीमंत शंकरदेव जी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रचनाओं को तोड़ मरोड़ कर लोगों को बताता है।
और ये षड्यंत्रपूर्वक घूम फिरा कर सनातन धर्म के भक्ति भाव वाले गीतों में ईसा मसीह का नाम जोड़ देता है तथा साथ ही ये भक्ति गीतों के मूल भाव को ही बिगाड़ देता है।
पता चला है कि रंजन सूतीया सहित अन्य मिशनरी कथित तौर पर ‘वर्ल्ड हीलिंग प्रेयर सेंटर’ नाम से एक प्रार्थना घर चला रहे हैं। जहां पर रोगियों को ठीक करने के बहाने उनका ब्रेनवाश करके उन्हें ईसाई बनाया जाता है। अब तक ये मिशनरी कितने गरीब, नासमझ और भोले हिन्दुओं को कन्वर्ट कर के ईसाई बना चुके हैं, यह जांच का विषय है।
बहरहाल “हिंदू युवा छात्र परिषद” द्वारा मिली शिकायत के बाद डिब्रूगढ़ पुलिस ने रंजन सूतिया को गिरफ्तार कर लिया है, तथा उसके खिलाफ IPC की धारा 195 A, 153 A के अंतर्गत मामला दर्ज करके आगे की करवाई आरम्भ कर दी है।