पालायन – ये मकान बिकाऊ है – पालायन – ये मकान बिकाऊ है – पालायन ……….
क्या आपने कभी ध्यान दिया है लगभग हर महीने हिंदुस्तान में से कहीं ना कहीं से हिंदुओं द्वारा पलायन किए जाने की खबरें आती रहती हैं शायद ध्यान नहीं दिया होगा।
अगर कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया है तो अब दीजिए। क्योंकि अब यह कोई इक्का-दुक्का घटना नहीं बल्कि ये निरंतर होने वाली घटनाओं की यह एक लंबी श्रृंखला है। सारी दुनिया जानती है कि हिन्दू कभी एक छत्र सम्राट था जो आज केवल छोटे से भूभाग हिंदुस्तान में सिमट कर रह जाए और यहां भी मारा मारा फिर रहा है। कभी इस प्रदेश में तो कभी दूसरे प्रदेश में। कभी इस इलाके में तो कभी उस इलाके में हिन्दू अपने घरों के बाहर लिख रहे हैं – यह मकान बिकाऊ है।
विवरण ………
इसी श्रृंखला में एक नया नाम जुड़ गया है मुरादाबाद का। यह नई घटना उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पड़ते थाना कटघर इलाके की है। यहां की एक कॉलोनी में वहां के रहने वालों ने अपने सभी घरों के बाहर हमेशा की तरह लिख दिया है “यह मकान बिकाऊ है” मुरादाबाद के लाजपत नगर शिव मन्दिर कॉलोनी में रहने वाले 81 परिवारों ने एक साथ पलायन करने का मन बनाया है और इस बारे में उन सभी परिवारों ने अपने घरों के बाहर पोस्टर लगा दिए हैं यह मकान बिकाऊ है। बता दें कि यह कॉलोनी मुरादाबाद की पौष कालोनी है यानी धनवान लोगों की कॉलोनी है। इस कॉलोनी में अक्सर मकानों की खरीद बिक्री होती रहती है तथा कीमतें निरंतर बढ़ रही है, परंतु फिर भी यहां के रहने वाले 81 परिवारों ने यहां से पलायन करने का यानी भाग जाने का मन बना लिया है।
पाकिस्तान से भाग कर आए शरणार्थी गौरव चड्ढा यहां से भी भागने की फिराक में।
यहां विचित्र बात यह है कि इन परिवारों में एक परिवार ऐसा भी है जो पाकिस्तान से पलायन करके हिंदुस्तान आया है। पाकिस्तान से आए शरणार्थी गौरव चड्ढा का कहना है कि वह पाकिस्तान छोड़कर हिंदुस्तान आए थे और अब इस कॉलोनी में भी पाकिस्तान जैसा माहौल बन चुका है। सूत्रों से पता चला है कि इस कॉलोनी के साथ वाली शिव मन्दिर कॉलोनी के कॉर्नर पर एक मुस्लिम समाज के व्यक्ति ने घर खरीद लिया है। जिसके बारे में कॉलोनी के लोगों का कहना है कि हमारी कॉलोनी के तीन मुख्य रास्ते हैं तीनों रास्तों के प्रवेश पर यहां मुस्लिम समाज के लोगों ने मकान खरीद लिए हैं। हम सभी यहां पर शांति से रहने वाले लोग हैं तथा सफाई पसंद लोग हैं, परंतु इन तीनों प्रवेश द्वारों पर यहां पर रहने वाले विशेष समुदाय के लोग हमेशा बहुत गंदगी फैलाते रहते हैं ये मांस खाकर हड्डियां इत्यादि भी बाहर फेंक देते हैं जिस कारण यहां पर अब हमेशा बदबू का वातावरण बना रहता है।
कॉलोनी के एक निवासी ने बताया की ईद वाले दिन तो हद हो गई थी तब तो इन लोगों ने हमारे तीनों प्रवेश द्वारों पर बहुत जबरदस्त तरीके से गंदगी फैला दी थी। जब हम इन्हें ऐसा करने से मना करते हैं तो यह लोग हमसे बहुत बुरा व्यवहार करते हैं यहां की महिलाओं ने बताया कि यहां से हमारी बेटियों बहुओं का निकलना बहुत मुश्किल हो गया है। यह लोग छतों पर चढ़कर इधर-उधर झांकते रहते हैं। कॉलोनी के एक अन्य निवासी ने बताया की यहां पर इस विशेष समुदाय द्वारा एक एक करोड़ के मकान चार चार करोड़ में खरीदे जा रहे हैं जो इशारा करते हैं कि किसी बड़ी योजना के चलते हमारी इस कॉलोनी को कब्जाने की योजना बन रही है।
इस सब के कारण हमने सामूहिक रूप से सभी 81 परिवारों ने अपने मकान बेच देने का मन बनाया है, क्योंकि अगर हम एक-एक करके मकान बेचेंगे तो हमें उचित दाम नहीं मिलेंगे। अगर हम एक साथ सभी अपने सभी मकान बेच देंगे तो हो सकता है हमें हमारे मकानों का उचित मूल्य मिल जाए। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इलाका के लोगों कह रहे हैं कि हमारी कॉलोनी के तीन मुख्य द्वार हैं तीनों द्वारों पर विशेष समुदाय के लोगों का कब्जा है जिससे यह परेशान हैं।
ऐसे में ये सवाल तो उठता ही है कि 81 परिवार और प्रत्येक परिवार में कम से कम 4 लोग तो होते ही हैं। इतनी बड़ी संख्या होते हुए भी यहां के रहने वाले सभी 81 परिवार यहां से भागने की सोच रहे हैं। अगर भागने का अगर यही कारण है तो कहना पड़ेगा की अब तो हिंदुओं के लिए भागने को इस पृथ्वी पर तो कोई जगह बची ही नहीं है। केवल एक हिंद महासागर ही बचा है जहां पर अब हिंदू भाग कर जा सकते हैं।
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Sir mujhe nhi pta aap kis city se ha lekin ma Ludhiana Punjab ka rehne wala hu kuch same condition Ludhiana ki bhi ha.
khas kar mayapuri, tibba road, Meharban or bhi pta nhi kitne area sabhi jgha same condition ha. Mayapuri me mene apni akho se dekha ha ik udhar phle ek mkan tha lekin ab dhire dhire wo gali par kabij ho gye ha. log mkan bech rhe ha or dusre log kharid rahe ha. agar aap kabhi us area me jao to apko lgega hi nhi k punjab ha UP Lgega ya Pakistan. Corona k time udhar itni bhid hoti thi ma bta nhi skta. or apko jaan kar hairani hogi k wo kaam kya krte ha. jis jgha ki ma baat kr rha hu ludhiana city bht badi or bht mehngi city ha meri family 30+ years se idhar reh rhi ha or abhi tak 50 gaj ka mkan nhi bna ski lekin ye log 4-5 saal me 5 star mkan bna lete or mkan me pura marbel fancy lights sab sukh suwidha. or shakal se nhi lgege k ye sab inka ha. kaam krte ha dhage ka punjabi me Kho bolte ha wo dhage jo bunai k samay bach jate chote chote tukde. mujhe samjh nhi ati is kaam ma kidhar se itni kmai hoti ha. or ek or baat har saal nya bacha. ek lekar ayge 6 kr lege. likhe or bhi bht kuch ha but apki post padi to socha apni bhi bta du.
बहुत सुंदर
मेरे विचार से यह लोग केवल अपने व्यवसाय में ही विश्वास रखते है और किसी सामाजिक या धार्मिक कार्यों में इन्हें कोई रुचि नहीं है और इनकी सोच है कि चन्द्र शेखर आजाद और भगत सिंह फिर से अवश्य पैदा हो लेकिन हमारे घर में नहीं। क्योंकि इनको कम से कम अरबपति बनने का शौक है इसलिए यह लोग स्वयं लड़ने की जगह भागने में विश्वास रखते है। वर्ना हम लोग भी अपने यहां 15% होकर 85% के बीच जय श्री राम कहते हुए योगी आदित्यनाथ जी का विश्वास बढ़ाते हैं।