“Angry attackers created havoc due to Navratri’s Kalash Yatra, 5 year old Piyush also injured in the attack near the mosque.”
हिंदुओं ने लाउड स्पीकर बंद भी कर दिया था फिरभी मजहबी नारों के साथ शर्धालुओ पे कर दिया भारी पथराव।
सनातन🚩समाचार 🌎 यह विडंबना ही है कि अब हिंदुओं का कोई भी त्यौहार ऐसा नहीं निकलता है जिस पर हमला ना किया जाता हो। अब जबकि मां दुर्गा जी के नवरात्रि चल रहे हैं तो ऐसे में सारे देश में रह रहे हिंदू पूरी श्रद्धा और भावना के साथ कई तरीकों से मां दुर्गा जी की पूजा वंदना करते हैं। व्रत रखे जाते हैं कीर्तन किए जाते हैं और कलश यात्राएं भी निकाली जाती हैं।
ऐसी ही एक कलश यात्रा पर उसे समय भारी पथराव कर दिया गया जब यह कलश यात्रा मुबारक अली नाम के व्यक्ति के घर के आगे से गुजरने लगी तब घर में रहने वाले मुबारक अली के बेटे ने कलश यात्रा के आगे खड़े होकर उसे जबरन रोक दिया।
यह घटना घटी है उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में। यहां कुबेरस्थान थाना क्षेत्र में पढ़ते गांव लक्ष्मीपुरा में हिंदुओं द्वारा निकाली जा रही कलश यात्रा पर हमला किया गया है। इस हमले के बारे में लक्ष्मीपुर के ही निवासी नरेश शाह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें उन्होंने बताया है कि रविवार के दिन उनके गांव में आयोजित होने वाली सामूहिक श्री दुर्गा पूजा के उपलक्ष में कलश यात्रा निकाली जानी थी। नरेश शाह के अनुसार इस कलश यात्रा में बहुत सारे श्रद्धालुओं के साथ-साथ उनका 5 वर्ष का पोता पियूष भी शामिल था।
जब वह कलश यात्रा पश्चिम टोला में मस्जिद के पास रहने वाले मुबारक अली नाम के व्यक्ति के घर के आगे पहुंची तो वहां पर कलश यात्रा को जबरन रोक दिया गया। अपनी शिकायत में नरेश शाह ने आगे बताया है कि कलश यात्रा का विरोध यह कहकर किया गया की उसमें लाउड स्पीकर क्यों बजाया जा रहा है। इसके साथ ही मुबारक अली ने गाली गलौज करते हुए यह भी कहा कि उसके घर के आगे से यह कलश यात्रा क्यों निकल जा रही है।
कलश यात्रा का विरोध होता देखकर हिंदुओं ने मुबारक अली की बात मानते हुए साथ में चल रहे लाउड स्पीकर को बंद कर दिया, परंतु फिर भी मुबारक अली का गुस्सा शांत नहीं हुआ तथा फिर उसके बेटे ने तबरेज चुन्नू और इंतजार के बेटे के साथ-साथ अन्य कई अज्ञात लोगों के साथ पवित्र कलशों को सर पर उठाए हुए चल रही महिलाओं पर मजहबी नारे लगाते हुए तथा गंदी-गंदी गालियां देते हुए हमला कर दिया। इस दौरान हमला करने वालों ने श्रद्धालुओं पर घर की छत से भारी पथराव भी किया, जिससे कलश यात्रा के साथ चल रही महिलाओं और पुरुषों में अफरा तफरी मच गई।
इसी दौरान यात्रा में शामिल 5 साल का बच्चा पियूष भी पत्थर बाजी की चपेट में आ गया तथा वह बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने तुरंत उसे बच्चे को उठाकर संयुक्त जिला चिकित्सालय अस्पताल में पहुंचा दिया जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस को दी गई शिकायत में यह आरोप भी लगाया गया है कि हमलावरों ने कलश यात्रा निकालने वालों को जान से मार देने की धमकियां भी दीं।
सूत्रों की मानें तो लक्ष्मीपुर गांव में हुए बवाल की पृष्ठभूमि एक दिन पहले तैयार हो गयी थी, गांव के ग्राम प्रधान ने कब्रिस्तान की भूमि की पैमाइश करा दी थी, जिसको लेकर मुस्लिम समाज के लोग नाराज हो गये थे और एक दिन पहले ही छत पर ईट पत्थर इकठ्ठा कर लिए थे। इस हमले की सूचना पर भारी पुलिस बल और अपर पुलिस अधीक्षक रितेश सिंह व क्षेत्राधिकारी पडरौना उमेश चंद भट्ट पहुचकर ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गांव में कुबेरस्थान पुलिस के साथ कोतवाली पडरौना व विशुनपुरा थाने की फोर्स तैनात है। इसके बाद शिकायत मिलने पर पुलिस ने मुबारक अली और इंतजार के बेटे सहित चुन्नू और तबरेज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही कुछ अन्य अज्ञात लोगों को भी FIR में नाम जद किया गया है। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 308, 147, 323, 504 ,336 और 506 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
कुशीनगर के एडिशनल एसपी ने बताया है कि अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा पुलिस की तरफ से गांव में शांति पहल कर दी गई है तथा हालात काबू में है। फिर भी गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है तथा आगे कानून के अनुसार मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
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