Trimbakeshwar Jyotirling” attempt to declare the temple as a tomb? 5 were caught
इलाके में तनाव, मंदिर प्रशासन और ब्राह्मण महासभा ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग।
सनातन 🚩समाचार🌎 महाराष्ट्र के नासिक में विश्व प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में उस समय अचानक से अफरा-तफरी मच गई जब वहां पर अचानक कुछ मजहबी लोग पहुंच गए और मंदिर में घुसने का प्रयास करने लगे। इस बीच वहां पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कार्रवाई करते हुए उन्हें मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया।
विवरण ……….
बताने की आवश्यकता नहीं है कि त्रंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग हिंदुओं का एक विश्वप्रसिद्ध तीर्थ है, जो कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पवित्र मंदिर में मजहबी लोगों ने घुसने का प्रयास किया जिसके बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया है। सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता के चलते वे लोग मंदिर में नहीं घुस पाए। बता दें कि इस मंदिर के पास ही मुसलमानों का उर्स चल रहा था जिस में शामिल होने के लिए यह लोग आए हुए थे। वहीं से यह लोग इकट्ठा होकर मंदिर में आए किंतु मुस्तैद मंदिर प्रशासन ने उन्हें मंदिर में घुसने से रोक दिया।
इस बीच पवित्र मंदिर में काफी देर अफरा-तफरी का वातावरण बना रहा किंतु मंदिर प्रशासन के द्वारा स्थिति को शीघ्र ही नियंत्रित कर लिया गया। अब इस घटना के बारे में मंदिर प्रशासन और ब्राह्मण महासभा ने सरकार से मांग की है कि इस घटना की गहराई से उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए। इसके साथ ही पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने के कारण मंदिर पुजारियों ने विरोध प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है।

यह जगजाहिर है कि इस पवित्र मंदिर को औरंगजेब नाम के एक आतताई ने ध्वस्त कर दिया था। जिसके बाद पेशवा बालाजी बाजीराव जी ने इसका पुनर्निर्माण करवाया था। ये तीर्थ नीलगिरी ब्रह्मगिरि और काल गिरी की पहाड़ियों के बीच में स्थित है। इस मंदिर में ब्रह्मा जी, विष्णु जी और महेश जी 3 लिंगों के रूप में विराजमान हैं। इस सारे घटनाक्रम के बारे में मंदिर प्रशासन ने स्थानीय पुलिस को एक शिकायत पत्र दिया है जिसमें 13 मई 2023 की रात 9.41 बजे हुई इस घटना के बारे में बताया गया है।
पत्र में मंदिर प्रशासन की ओर से लिखा गया है कि मंदिर से कुछ ही दूरी पर मुसलमानों के द्वारा उर्स का आयोजन किया जा रहा है। वहीं आए कुछ मुस्लिमों ने मंदिर में जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया। इस पत्र में यह भी लिखा गया है कि सदियों से यह परंपरा रही है कि मंदिर में केवल हिंदू ही प्रवेश कर सकते हैं। इनके इलाहाबाद उन सभी को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है जिनकी हिंदू धर्म में आस्था नहीं है।
इस बारे में देवस्थान ट्रस्ट ने पुलिस से इस मामले में जांच करके उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है, तथा साथ ही यह भी कहा है कि जानबूझ कर की गई इस घटना से सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है, तथा आगे से इस तरह की घटना ना हो इसके लिए कोई उचित व्यवस्था करने के लिए भी निवेदन दिया गया है।
यह भी पता चला है कि उर्स में आए हुए लोग भगवान भोलेनाथ जी पर चादर चढ़ाना चाहते थे, जबकि सनातन धर्म में चादर चढ़ाने का कोई भी प्रावधान है ही नहीं।
अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने SIT जाँच के आदेश दिए हैं। वहीं, नासिक पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए 5 लोगों को हिरासत में लिया।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई इस घटना की SIT जाँच को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम कार्यालय ने एक ट्वीट किया।