“Uproar over “Adipurush” in Chhattisgarh, Maharashtra, Punjab, saints on the streets in Haridwar, Kashi, Ayodhya. Strong opposition.”
विरोध बढ़ रहा है हिंदू आस्था पे बड़ी चोट करने वाली फिल्म का।
सनातन 🚩समाचार🌎 आदि पुरुष फिल्म का विरोध अब लगातार तेज होता जा रहा है। रविवार की छुट्टी वाले दिन भी बॉक्स ऑफिस पर फिल्म गिरती हुई दिखाई दी है, और उसके बाद से लगातार इस फिल्म का ग्राफ गिर रहा है। बताने की आवश्यकता नहीं है कि इस फिल्म में हिंदुओं की आस्था पर कुठाराघात करने वाले डायलॉग बोले गए हैं और साथ ही भगवान श्री राम, माता सीता जी और हनुमान जी के वस्त्र भी पूरी तरह से सनातन मर्यादाओं के प्रतिकूल हैं। जिसके चलते अब हिंदुओं के मन में इस फिल्म के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हिंदुओं ने भारी संख्या में इकठ्ठे होकर इस फिल्म के विरोध में रैली निकाली और साथ ही सिनेमा हॉल में घुसकर भारी नारेबाजी की। मॉल के अंदर भारी संख्या में हिंदू नारेबाजी करते हुए घुसे गए। हालांकि पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी की हुई थी, किंतु आक्रोशित लोग बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ गए तथा मॉल के सामने बैठकर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। इस बीच पुलिस ने श्री हनुमान चालीसा पाठ कर रहे लोगों को बीच में ही पकड़ कर उठा लिया।
बताने की आवश्यकता नहीं है कि किसी भी राज्य में पुलिस के द्वारा कभी भी किसी नमाज पढ़ने वाले को बीच में नहीं उठाया जाता है भले ही वह अकेला सड़क रोक कर नमाज पढ़ रहा हो। बहरहाल कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया। उधर महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के नालासोपारा में भी हिंदू समुदाय के लोगों ने चल रही फिल्म आदि पुरुष को रुकवा दिया, जिस समय यह फिल्म चल रही थी उसी समय हिंदू समुदाय के लोग जय श्रीराम के नारे लगाते हुए हॉल में पहुंच गए और फिल्म देख रहे लोगों को बाहर जाने के लिए कहा।
जिसके बाद वह शो रद्द कर दिया गया। आदिपुरुष फिल्म का विरोध करते हुए पंजाब के लुधियाना महानगर में भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रोष रैली निकाली और जहां फिल्म दिखाई जा रही थी वहां पैविलियन मॉल के बाहर जमकर फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किया, जिसके चलते वहां यातायात पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आदिपुरुष नाम की फिल्म का पुतला भी फूंका। इस फिल्म में हिंदू आराध्यों के अपमान से आक्रोशित होकर काशी और अयोध्या जी के संत भी विरोध में उतर आए हैं।
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्र सरस्वती जी ने कहा है कि संतों को फिल्म के डायलॉग से घोर आपत्ति है। उन्होंने कहा की सनातन धर्म के साथ हो रही इस छेड़छाड़ को सहन नहीं किया जाएगा। उधर वाराणसी में भी मल्टीप्लेक्स के बाहर भारी प्रदर्शन किया गया। वहां इस फिल्म के पोस्टर फाड़ दिए गए और बजरंगबली जी का ध्वज फहराया गया। उत्तर प्रदेश का ही लखनऊ भी इस विरोध से अछूता नहीं रहा। यहां पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने कोतवाली थाने में जाकर फिल्म के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।
संगठन का इस बारे में कहना है कि इस फिल्म के द्वारा बच्चों के मन में भगवान श्री राम जी के प्रति अपमानजनक छवि बनाने का प्रयास किया गया है। हिंदू आस्थाओं पर आघात करने वाली फिल्म का विरोध श्री हरिद्वार में भी देखा गया। यहां पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, शंकराचार्य परिषद, महामंडलेश्वर जूना अखाड़ा और बड़ा अखाड़ा के संत भी इस फिल्म के विरोध में उतर आए हैं।
कुल मिलाकर सारे देश में इस फिल्म का विरोध हो रहा है, और लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर हिंदुत्ववादी बीजेपी सरकार के होते हुए ये घोर हिंदू विरोधी फिल्म आखिर सेंसर बोर्ड ने पास कैसे कर दी ? सोशल मीडिया पर लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि सारे देश में इस फिल्म पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जाए।