आयुर्वेद V/S IMA
दुर्भाग्य से इस कोरोना काल मे देश में इस समय IMA नाम की NGO तथा भारतीय आयुर्वेद के बीच घमासान चल पड़ा है जिसमे देखा जाए तो IMA योगगुरु स्वामी रामदेव की आड़ में सनातन धर्म के महान आयुर्वेद को निशाना बना रही है।
इस सारे प्रकरण में प्रसिद्ध क्रिकेटर जयसूर्या का नाम अवश्य ही लिया जाना चाहिए।
जयसूर्या को कोई घातक रोग हो गया था जिस कारण वह चलने फिरने में भी असमर्थ हो गए थे जिस कारण जयसूर्या ने मेलबर्न में न सिर्फ आपरेशन कराया अपितु श्रीलंका के कोलंबो स्थित नवलोक अस्पताल में भी भर्ती रहे। बहुत इलाज करवाने के बावजूद जब जयसूर्या स्वस्थ्य नहीं हो पाए तो वो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से इलाज करने वाले डॉ. प्रकाश टाटा के पास इलाज कराने मुंबई आए। डॉ. टाटा ने उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य होने का विश्वास दिलाया। डॉ टाटा जानते थे कि जयसूर्या इस बीमारी का आस्ट्रेलिया एवं श्रीलंका में इलाज करा चुके है, किन्तु ठीक नहीं हुए।
उन्होंने जयसूर्या को वापिस श्रीलंका भेज दिया और स्वयं वैद्यराज माखन विश्वकर्मा के साथ पातालकोट के जंगलों में चले गए। पतालकोट के घने जंगलों में उन्होंने जयसूर्या के लिए जड़ी-बूटी इकठी कीं।
72 घन्टे में ही आने पैरों पर खड़े हो गए।
इसके बाद डॉ. प्रकाश टाटा अपने सहयोगी जय हो फाउंडेशन के अध्यक्ष तरूण तिवारी के साथ श्रीलंका रवाना हो गए एवं जयसूर्या का इलाज प्रारंभ किया।
अब आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों ने अपना चमत्कारिक प्रभाव दिखाया तथा मात्र 72 घण्टे में ही सनथ जयसूर्या अपने पैरों पर खड़े हो गए। जो काम श्रीलंका तथा ऑस्ट्रेलिया के बड़े बड़े डॉक्टर नहीं कर सके, वो काम आयुर्वेद की जड़ी बूटियों ने कर दिखाया. ये खबर इस आयुर्वेद तथा जड़ी बूटियों की ताकत व विश्वसनीयता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। और दुनियां देख रही है कि श्रीलंका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सनथ जयसूर्या जड़ी बूटियों के कारण ही अपने पैरों पर चल पा रहे हैं।
यहां खास बात ये भी है की वर्तमान के कोरोनावायरस के चलते लोग अब एलोपैथिक की दुकानों पर जाकर कोई एंटीबायोटिक नहीं मांग रहे हैं बल्कि जहां से उपलब्ध है वहां पर जाकर चव्वनप्रश, आंवला रस, गिलोय नींबू वही प्राचीन काढ़े इत्यादि ही खरीद रहे हैं। इससे स्पष्ट पता चलता है की आयुर्वेदिक ही सर्वश्रेष्ठ है हालांकि इस से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि आपातकाल में शल्यक्रिया में एलोपेथी भी बहुत हितकारी है।
अब जबकि IMA ने आयुर्वेद के ऊपर हमला बोला है तो आम जनता भी अब खुल कर आयर्वेद के पक्ष में बोल रही है और कर रही है खुलासे ….
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