“Farooq became Raju and committed atrocities – Porn Videos – Meet – Blackmail – Vashikaran – Become a Muslim and.”
मानना पड़ेगा की हिंदू अपनी बेटियों को संस्कार देने में असफल हो रहे हैं।
सनातन 🚩समाचार🌎 इसमें कोई संदेह नहीं है कि हिंदुओं की कायरता का फल ही उनकी लड़कियां भोग रही हैं। इसी कड़ी में अब ताजा मामला आया है मध्य प्रदेश के दमोह से। यहां की एक दलित लड़की का कर्नाटक के बेंगलुरु मेंइसलिए बहुत बुरी तरह से शोषण किया गया है, क्योंकि वह मुसलमान नहीं बनना चाहती थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दमोह जिले की एक लड़की ने पुलिस अधीक्षक के पास न्याय की गुहार लगाई है। अपनी दी गई शिकायत में पीड़िता ने कहा है कि वह बेंगलुरु में नौकरी करती थी। वहां पर एक शाहरुख नाम का लड़का भी नौकरी करता था। पीड़िता के अनुसार शाहरुख ने अपनी असल पहचान छिपाकर अपने को हिंदू बताते हुए उसके साथ मित्रता की। पीड़िता के अनुसार तब फारूक ने उसे अपना नाम राजू बताया था। इस प्रकार कुछ समय बाद फारूक ने दलित लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया।
फारुख/राजू दलित लड़की को धोखा देने के लिए उसके सामने पूजा पाठ करता था और मंदिर भी जाता था। जिस कारण पीड़िता को उसके मुसलमान होने के बारे में पता नहीं चला। शिकायत में आगे कहा गया है कि इसी बीच फारूक ने उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध भी बनाए। फिर एक दिन जब फारुख अपने घर से चिकन बिरयानी लाया तब लड़की चौंकी, किंतु शाहरुख राजू ने उस समय उसे अपने प्यार का वास्ता देकर जीवन में पहली बार मांस भी खिला दिया।
इस घटना के बाद पीड़िता को शाहरुख पर शक होने लगा तथा जब उसने उसके बारे में जांच पड़ताल की तो पता चला कि वह वास्तव में राजू नाम का हिंदू नहीं बल्कि उसका असल नाम फारुख है। पीड़िता के अनुसार फारुख की धोखाधड़ी का पता चलने पर उसने शाहरुख से बात करना बंद कर दिया। जिससे गुस्सा होकर फारूक ने उसके सारे कागज और उसका क्रेडिट कार्ड भी छीन लिया, तथा उसे 2 महीने से अधिक समय तक एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। पीड़िता के अनुसार वह उसकी निगरानी में ही फैक्ट्री काम करने के लिए जाती थी।
वहां से छुट्टी होने पर उसे फिर से लाकर कमरे में बंद कर देता था। पीड़िता के अनुसार वह उससे मारपीट भी करता था, जिस कारण वह डर के मारे सब कुछ सहन करती रही। दलित लड़की के अनुसार फारुख ने उसके खाते से ₹40000 भी अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए। पुलिस अधीक्षक को दी गई अपनी शिकायत में पीड़िता ने आगे बताया है इस प्रकार फारुख उसका शारीरिक और मानसिक शोषण करता रहा। जब भी मैंने उसे मारपीट करने से मना किया तो वह कहता कि तू इस्लाम कबूल कर ले, किंतु मैं इस्लाम कबूल करने के लिए राजी नहीं हुई।
पीड़िता के अनुसार फारुख ने उसकी 5 महीने की तनखा भी उससे छीन ली और लगातार हर तरह से मेरा शोषण करता रहा। दलित लड़की लगातार उसके चंगुल से छूटने के बारे में सोचती रही। एक दिन उसने योजना बनाकर फारुख से प्रेम जताने का नाटक किया और कहा कि वह मुसलमान बन कर उसके साथ निकाह करने के लिए तैयार हैं, तथा इसके लिए वह अपने घर वालों को भी मना लेगी। इस प्रकार वह अपने घरवालों को निकाह के लिए मनाने का बहाना करके बेंगलुरु से अपने घर दमोह वापिस आ गई। इसके 3 महीने बाद फारुख ने लड़की को फोन करके अपने पास आने के लिए कहा किंतु पीड़िता ने उसके पास जाने से मना कर दिया।
जिस पर फारूक ने दलित लड़की से कहा की वह उसके पास वापस आ जाए नहीं तो वह उसके अश्लील वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर देगा। इसके बाद उसने पीड़िता को उसके फोन पर कुछ वीडियो भेज दीए। पुलिस को दी अपनी शिकायत में पीड़िता ने एक चौंकाने वाला खुलासा भी किया है कि फारुख ने उस पर जादू टोना करने के लिए कहीं से एक ताबीज लाकर उसके गले में पहना दिया था। जिसके बाद उसकी सोचने समझने की ताकत बहुत घट गई थी। पीड़िता के अनुसार ताबीज पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ था।
जब लड़की वापस अपने परिवार में आ गई तो परिवार वालों ने वह ताबीज उसके गले से निकाल दिया। पीड़िता ने ये आरोप भी लगाया है की फारुख जाकिर नायक को अपना आदर्श मानता है। पुलिस ने दलित लड़की की शिकायत मिलने पर फारुख के खिलाफ धर्मांतरण निरोधक कानून और एससी एसटी एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है।
दमोह के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस की एक टीम को बेंगलुरु भेज दिया गया है, तथा इस सारे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जांच के बाद अगर आवश्यकता पड़ी तो आरोपी के खिलाफ अन्य बनती धाराओं को भी जोड़ दिया जाएगा।