हर हर महादेव हर हर महादेव के जयघोष से हुआ स्वागत।
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन रिजवी ने गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर में कर अपना धर्म परिवर्तन। इस दौरान मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि ने सभी अनुष्ठान करवाये। वसीम रिजवी के सनातन धर्म अपनाने के ऐलान से राजनीति में हलचल मच गई है। इसे लोग घर वापसी बता रहे हैं। वसीम रिजवी ने खुद इसे घर वापसी करार दिया है। धर्मपरिवर्तन करने के बाद वसीम रिजवी ने कहा कि अब वो सिर्फ हिंदुत्व के लिए काम करेंगे। पिछले काफी सनी से वो ऐसे बयान देते आए हैं जिन्हें इस्लाम विरोधी और मुस्लिम विरोधी माना गया है।
बतादें कि वसीम रिजवी ने ऐसी बहुत सी बातें की हैं जिससे इस्लामिक जगत में काफी गुस्सा है। उन्होंने कहा है कि देश की नौ विवादित मस्जिदों को मुसलमान हिंदुओं को सौंप दें।
बाबरी ढांचा हिन्दुस्तान की धरती पर कलंक की तरह है। पैगम्बर मोहम्मद साहब अपने कारवां में सफेद या काले रंग का झंडा प्रयोग करते थे। इस्लामी मदरसों को बंद कर देना चाहिए क्योंकि ये आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। जानवरों की तरह बच्चे पैदा करने से देश को नुकसान होता है। चांद तारे वाला हरा झंडा इस्लाम का धार्मिक झंडा नहीं है, ये पाकिस्तान मुस्लिम लीग से मिलता जुलता है।
वसीम रिजवी ने कुरान की 26 आयतों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दी है। अपनी याचिका में वसीम रिजवी ने कहा है कि कुरान की इन आयतों से आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है। इस्लाम त्याग कर हिन्दू बनने के बाद जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) ने कहा की धर्म परिवर्तन की तो यहां कोई बात नहीं है। जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन सा धर्म स्वीकार अपनाऊं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं और किसी धर्म में नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस्लाम को हम धर्म ही नहीं समझते। सोमवार को गाजियाबाद के डासना स्थित मंदिर में यति नरसिंहानंद गिरी ने वसीम रिजवी को हिन्दू धर्म में शामिल कराया। परिवर्तित होने के बाद उनके माथे पर त्रिपुंड नजर आया और उन्होंने गले में भगवा पहना हुआ था। हाल ही में एक पुस्तक ‘मोहम्मद’ लिखने के कारण मुसलमानों में इनके खिलाफ काफी गुस्सा है। इसके साथ ही रिजवी ने हरे झंडे को इस्लाम का प्रतीक और झंडा मानने को भी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। रिजवी पर बड़ा बवाल तब मचा जब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कुरान शरीफ की 26 आयतों पर आपत्ति जताते हुए उन्हें कुरान पाक से हटाने की अर्जी लगाई थी।
अपनी अर्जी में रिजवी ने दलील थी कि ये आयतें कट्टरता और नफरत सिखाती हैं। इसके बाद से रिजवी को खत्म करने की बहुत से धमकियां मिल रही थीं। और उन्होंने हिन्दू धर्म ही स्वीकार कर लिया है।
Whoever he wanted to kill was converted into a Hindu by Nrsinghanand Giri.