“The Kashmir Files” censor board cut this scene but the censor board could not hide the truth, now the world will know the truth.”
काश्मीर पृथ्वी की जन्नत नहीं बल्कि हिंदुओं के लिए नर्क से भी बदतर।
सनातन🚩समाचार🌎 कश्मीर में हिंदुओं पर किए गए अत्याचारों के बारे में आज तक सारा बॉलीवुड खामोश रहा है। हालांकि बॉलीवुड वाले छोटी से छोटी घटना पर भी तुरंत फिल्में बनाकर मोटा पैसा कमाते हैं, परंतु कश्मीर में हुए हिंदुओं के बहुत बड़े नरसंहार के ऊपर कभी कोई फिल्म नहीं बनी। और अब जबकि विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में द कश्मीर फाइल्स नाम की फिल्म बनी है, तो उसमें से भी उन दृश्यों की काट छांट कर दी गई है जो वास्तविकता को बताने वाले थे। परंतु इस बारे में निर्देशक विवेक अग्निहोत्री का कहना है कि इससे फिल्म पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
भयंकर नरसंहार की सच्चाई
बता दें कि यह फिल्म 11 मार्च 2022 को बड़े पर्दे पर रिलीज होने वाली हैं तथा कुछ एक लोगों के इलावा सारा देश बेचैनी से यह फिल्म देखने की प्रतीक्षा कर रहा है। इस फिल्म को रुकवाने के लिए उन लोगों ने कई तरह के हथकंडे अपनाए जो नहीं चाहते थे कि हिंदुओं के उस भयंकर नरसंहार की सच्चाई दुनिया के सामने कभी आए, परंतु आखिरकार यह फिल्म बन ही गई। इसमें कुछ काट छांट कर के सेंसर बोर्ड ने इसे ए सर्टिफिकेट दिया है। इस फिल्म में JNU का नाम बदलकर ANU किया गया है। इसके साथ ही सेंसर बोर्ड ने सात छोटे-छोटे सीन भी इसमें से कटवा दिए हैं। निर्देशक के अनुसार हाल ही में एक कॉमेडियन कपिल शर्मा ने अपने शो में इस फिल्म का प्रमोशन को करने से इंकार कर दिया था।
हिंदू या पंडित
कपिल शर्मा के इस इंकार की सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा निंदा की जा रही है, तथा लोग अब कपिल शर्मा के बहिष्कार करने की बातें भी कर रहे हैं। द कश्मीर फाइल्स फिल्म में उस दृश्य को सी बी एस सी ने हटा दिया हैं जिसमें तिरंगे को गिरते हुए दिखाया गया था। इसके साथ ही एक खूंखार आतंकवादी के घर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को दिखाए जाने का दृश्य भी कटवा दिया गया है। फिल्म के उन दृश्यों को भी काट दिया गया है जिनमें हिंदू या पंडित शब्दों के साथ अपशब्द लिखे गए थे, तथा साथ ही अब इस फिल्म के पोस्टरों में रेप शब्द को भी ब्लर किया जाएगा। स्पष्ट है यह सब उन लोगों के दबाव में ही किया गया है जिनकी इन दृश्यों से पोल खुलने वाली है।
फिल्म में एक यूनिवर्सिटी जिसे जेएनयू के नाम से दिखाया गया था अब उसका नाम बदलकर एएमयू कर दिया गया है। इस बारे में फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने मीडिया को बताया है कि सेंसर बोर्ड ने उन्हें दृश्यों को काट देने की एक लंबी सूची दी थी, जिससे बचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। विवेक अग्निहोत्री के अनुसार फिल्म सेंसर बोर्ड को “इस्लामी आतंकी” शब्द पर भी आपत्ति थी। निर्देशक अग्निहोत्री ने आगे बताया कि उन्हें अपनी बातों को सिद्ध करने के लिए सेंसर बोर्ड के आगे बहुत सारे सबूत प्रस्तुत करने पड़े, साथ ही उन्होंने यह प्रश्न भी किया कि आखिर प्रमाणिक तथ्यों को कोई कैसे नकार सकता है ?
फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के अनुसार यूनिवर्सिटी का नाम बदले जाने से फिल्म की मुख्य कहानी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। ये फिल्म एक सच्ची घटना पर आधीरित है, जिसमें कश्मीरी हिंदुओं के जीवन से जुड़ी सभी भावनाओं को दिखाया गया है। आप इसे महसूस भी कर पाएंगे। इस फिल्म में दिखाया जाएगा कि कश्मीरी हिंदूओ कितनी दुखद घटनाये घटी थीं। अभिनेता अनुपम खेर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि, ‘कश्मीर फाइल्स रिलीज होगी थिएटर्स में 11 मार्च 2022 को, कश्मीरी पंडितो की कहानी के साथ। कृप्या हमें आशीर्वाद दें और सपोर्ट करें।
बता दें की जी स्टूडियो, आईएएम बुद्धा और अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स बैनर के तले तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक अग्निहोत्री ने इसे निर्मित किया है। इसमें ब्रह्मा दत्त के रूप में मिथुन चक्रवर्ती , पुष्करनाथ की भूमिका में अनुपम खेर, कृष्णा पंडित के रूप में दर्शन कुमार और राधिका मेनन के रूप में पल्लवी जोशी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। जैसे बेहतरीन कलाकार देखने को मिलेंगे।
बहरहाल सारा देश जानने को उत्सुक है कि आखिर वह कौन सी सच्चाई थी ? जिसे आज तक किसी भी फिल्म वाले ने दुनिया को बताने की हिम्मत नहीं की। और लोग 11 मार्च को फिल्म रिलीज होने की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।