“The hijab ruckus that started from Karnataka has now happened in Rajasthan, Punjab, Madhya Pradesh as well.”
शिक्षण संस्थानों में घुल रहा ये विष आगे क्या क्या दिखायेगा राष्ट्र को ?
सनातन🚩समाचार🌎 कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब का विवाद अब लगता है धीरे-धीरे सारे देश में पैर पसार लेगा। यह मामला शुरू हुआ था केवल 6 लड़कियों से जो हिजाब पहनकर स्कूल में आ गई थीं। तब स्कूल वालों ने उन्हें स्कूल की यूनिफार्म पहनने को कहा था इसके बाद यह मामला अदालत में चला गया परंतु उसके बाद तो यह उन्माद बढ़ता ही जा रहा है। हर रोज नई नई खबरें आ रही हैं। कभी किसी कॉलेज में हिजाब पहनने की जिद और कहीं पर बुर्का पहनकर पहुंच रही लड़कियां और इसके साथ ही भगवा वस्त्र ओढ़े हिंदू लड़के भी इसके जवाब में आने लगे हैं।
वास्तव में ये देश के लिए एक बहुत दुखद संकेत है क्योंकि सारे देश में तो इस समय मजहब और धर्म के नाम पर तनातनी तो हो ही रही है परंतु ऐसे में जब शिक्षण संस्थानों में भी मजहब अथवा धर्म के नाम पर उन्माद फैलने लगे तो यह अवश्यंभावी है कि आने वाला समय देश के लिए घातक है। क्योंकि स्कूलों और कॉलेजों से ही देश के भविष्य का निर्धारण होता है। बहरहाल अब यह हिजाब और बुर्खे का मामला सारे देश में फैल रहा है तथा अब इसकी चपेट में मध्य प्रदेश राजस्थान कर्नाटक और आज पंजाब भी आ चुका है।
कर्नाटक के उडुपी के प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब विवाद के चलते मुस्लिम महिलाएँ हिजाब के समर्थन के नाम प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं। मुस्लिम छात्राएँ हिजाब और बुर्का पहनकर लगातार शैक्षणिक संस्थानों में आ रही हैं, और हर जगह इसका विरोध भी जारी है। कहीं पर कॉलेज प्रबंधन इन मुस्लिम छात्राओं को यूनिफॉर्म पहनने की हिदायत दे रहा है तो कहीं पर चेतावनी दी जा रही है।
पंजाब के लुधियाना में बुरखा वाली महिलाएं सड़कों पर।
कर्नाटक में हिजाब विवाद के बीच पंजाब की मुस्लिम महिलाएं भी सामने आ गई हैं। आज शनिवार 12 फरवरी 2022) को लुधियाना में मुस्लिम महिलाओं ने भरी संख्या में हिजाब के समर्थन में बुर्का पहनकर मार्च निकाला। ये मार्च सिविल अस्पताल रोड से ब्राउन रोड, सुभानी बिल्डिंग, जामा मस्जिद और जेल रोड होते हुए निकाला गया। इससे पहले जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान लुधियानवी ने अल्लाह-हू-अकबर वाली मुस्कान खान को शाबाशी देते हुए उसका समर्थन किया था।
राजस्थान में यूनिफार्म पहनकर आने को कहा तो को हुआ बवाल, नारेबाजी।
जयपुर के चाकसू में पड़ते कस्तूरी देवी कॉलेज में कुछ मुस्लिम छात्राएँ हिजाब और बुर्खा पहन कर पहुँच गईं। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें कॉलेज में घुसने से रोक दिया और उन्हें यूनिफॉर्म पहन कर आने को कहा। जिसके कुछ देर बाद कॉलेज के बाहर भारी भीड़ इकट्ठी हो गई तथा उन्होंने कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी कीं। इस बीच मामले को बढ़ता देख कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर दिया। कर्नाटक के मुस्लिम छात्राओं की ही तरह बोलते हुए मुस्लिम छात्राओं ने कहा कि संविधान के अनुसार उन्हें किसी भी तरह के पहनावे की छूट है।
इस बारे में कॉलेज के सहायक निदेशक सुमित शर्मा का कहना है कि कुछ दिनों से मुस्लिम छात्राएँ कॉलेज के यूनिफॉर्म की जगह बुर्का और हिजाब पहनकर आने लगी हैं। इन छात्राओं को लगातार ड्रेस कोड का पालन करने के लिए समझाया जा रहा था, लेकिन ये कॉलेज के निर्देशों को अनदेखा कर रही थीं। इसी कारण हमे विवश होकर आज ये कदम उठाना पड़ा है।
मध्य प्रदेश में छात्रा बुरखा पहन कर परीक्षा देने पहुँच गईं।
मध्य प्रदेश के सतना जिले के एक डिग्री कॉलेज में एमकॉम थर्ड सेमेस्टर की परीक्षाएँ चल रही हैं। यहां पर एक मुस्लिम छात्रा बुर्का पहनकर परीक्षा देने के लिए पहुँच गई, जिसका अन्य छात्रों ने जमकर विरोध किया। विरोध के बीच कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य शिवेश सिंह ने छात्रा को परीक्षा देने से रोक लिया इसके बाद जब छात्रा आगे से यूनिफॉर्म पहन कर आने को सहमत हुई तब उसे परीक्षा देने की अनुमति दी गई। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस बारे में कॉलेज का कहना है कि सभी छात्रों को ड्रेस कोड का पालन करना होगा।
इतना ही नहीं शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने को लेकर बढ़ते तनाव के बीच कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के कदबा तालुक के अंकथाडका में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय की कक्षा के अंदर मुस्लिम समुदाय के कुछ छात्रों द्वारा कथित तौर पर नमाज करते हुए एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
पता चला है की ये वीडियो 4 फरवरी को शूट किया गया था। इस वीडियो में कुछ छात्र कथित तौर पर कक्षा में घुटने टेकते और अपने सिर को जमीन से छूते हुए देखे जा सकते हैं।