लगा पोस्टर: ये घर बिकाऊ है मुसलमानों के आतंक से
धीरे-धीरे अब यह प्रमाणित होता जा रहा है कि दिल्ली वास्तव में एक पाकिस्तान ही बन चुका है, क्योंकि यहां पर आए दिन अब ऐसे मामले सामने आने लगे हैं जिन को देखते हुए अब दिल्ली को लोग पाकिस्तान कहने लगे हैं। इसी सिलसिले में अब दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक गंभीर घटना घटी है। हालांकि दिल्ली में ऐसी घटनाएं होना कोई खास बात नहीं है परंतु यहां खास बात यह है कि इस घटना में एक दलित व्यक्ति को इसलिए कत्ल कर दिया गया क्योंकि उसने अपनी अपनी बहन के साथ बलात्कार करने वाले का विरोध किया था। उसी विरोध के अपराध में उसका क्रूरता पूर्ण कत्ल कर दिया गया है और कत्ल करने वाले का नाम इरफान है।
बताया जा रहा है कि इरफान नाम का यह व्यक्ति स्थानीय विधायक मुकेश अहलावत का खासम खास है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 जनवरी 2022 को सुल्तानपुरी में एक दलित हिंदू हीरालाल गुजराती की इरफान सिद्धकी और उसके भाई सोनू ने हत्या कर दी। बता दें कि इरफान कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था। यह व्यक्ति मृतक हीरालाल की बहन के साथ बलात्कार करने के आरोप में जेल में बंद था। पीड़ित परिवार के अनुसार यह आम आदमी पार्टी के विधायक मुकेश अहलावत का खास व्यक्ति है, परंतु विधायक ने इस बात से इनकार करते हुए कहा है कि उसने 6 महीने पहले ही इरफान को अपने पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
हीरालाल की मौत के बाद उसके परिवार वालों ने अपने घर के बाहर एक पोस्टर लगा दिया है जिस पर लिखा है “यह मकान बिकाऊ है मुसलमानों के आतंक से” इस बारे में बीजेपी के सक्रिय नेता कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट ने कहा है कि हत्यारा इरफान आप पार्टी का नेता है साथ ही उन्होंने एक बोर्ड की तस्वीर भी शेयर की है, जिस पर इरफान सिद्धकी को AAP के माइनॉरिटी विंग का अध्यक्ष बताया गया है। कपिल मिश्रा ने अपनी ट्वीट में लिखा है कि अपनी सगी बहन की इज्जत आबरू के लिए आवाज उठाना भी अब मुश्किल है।
17 जनवरी को हुए इस जघन्य हत्याकांड में इस दलित हिंदू व्यक्ति को सरेआम चाकू से गोदा गया और गोलियों से भी उसे मारा गया। इस बारे में आरोपी अपराध के एक अन्य मामले में जेल से पैरोल पर बाहर आया था, और उसने यह हत्या कर दी। इस घटना के बाद सारे क्षेत्र में तनाव फैल गया और जम कर बवाल हुआ साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने भी इस जघन्य हत्याकांड के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। इस हत्याकांड के बाद 20 जनवरी को इसके विरोध में प्रदर्शन करने का आवाहन किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन में लोग हीरा के हत्यारों को फांसी दो फांसी दो के नारे लगा रहे थे।
बता दें कि जब हीरालाल के हत्या की गई थी तब एक 42 वर्षीय नरसिंह नाम का व्यक्ति भी उसके साथ था। उसे भी गोली लगी थी जिसका इलाज चल रहा है। अपने बेटे की हत्या के बारे में मृतक की मां का कहना है की यहां का नेता इरफान की मदद कर रहा है। उसी ने ही उसकी जमानत भी करवाई है। मृतक हीरालाल के भतीजे अर्जुन ने बताया कि इरफान पिछली गली में ही रहता है वह सट्टे का कारोबार करता है। उसने मेरी बुआ के साथ बलात्कार किया था। उस केस में इरफान 4 महीने में ही छूट गया था तथा यह आम आदमी पार्टी के विधायक मुकेश का कारिंदा है।
अर्जुन के अनुसार हमारे इलाके में केवल इरफान का घर ही मुस्लिम है, बाकी हम सभी SC समुदाय से संबंधित गुजराती समाज के लोग ही हैं। अर्जुन के अनुसार यह एक घर ही हमारे सारे इलाके में आतंक मचाए रहता है। मिली जानकारी के अनुसार 38 वर्षीय दलित समाज से संबंधित हीरालाल आर्थिक दृष्टि से काफी कमजोर है। हीरालाल अपने पीछे 3 बच्चों को छोड़ गया है। हीरालाल चिड़ियों को बेचने का व्यवसाय करके अपने परिवार को पालता था। मृतक की पत्नी के अनुसार पहले इरफान का उनके घर में आना-जाना था। तब इसी का फायदा उठाकर उसने उसकी ननंद से बलात्कार किया था तथा इस मामले में जेल जाने के बाद से वह लगातार हमें कई तरह की धमकियां देता रहा था और आखिरकार उसने मेरे पति की हत्या कर दी है।
अपने घर के बाहर लगे पोस्टर के बारे में उसने बताया कि हमें बहुत डर लग रहा है इसलिए अब हम अपना यह मकान बेचकर यहां से चले जाएंगे परंतु हमेशा की तरह फिर से बड़ा सवाल ये है कि आखिर हिंदू कब तक भागेंगे और कहां तक भागेंगे ?
Dalit Hindu killed without regard to Jai Bhim Jai Meem, there is a ruckus, allegations against AAP