Love Jihad में फँसाई जा रही ईसाई लड़कियों को” बचाने के लिए हाथ पांव मार रहा ईसाई चर्च।
हिंदुस्तान में लव जिहाद की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती ही जा रही हैं और ये सिलसिला थमता दिखाई नहीं दे रहा है। लव जिहाद के बढ़ते मामलों से सारा हिन्दू समुदाय बुरी तरह त्रस्त है। और अब लव जिहाद के इस संक्रमण की शिकार ईसाई समाज की लड़कियां भी हो रही हैं। जिसका प्रमाण है केरल से आ रही ये खबर।
केरल की एक चर्च की हैंडबुक में कक्षा X, XI और XII में धार्मिक शिक्षा की कक्षाओं की छात्राओं को सावधान करने और इसके बारे में शिक्षित करने के लिए ‘लव जिहाद’ के तौर-तरीकों की लम्बी चौड़ी जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि लव जिहाद को नौ चरणों में लागू किया जाता है और साथ ही इस पुस्तिका में इसके प्रत्येक फेज के बारे में जानकारी दी गई है।
लव जिहाद के संक्रमण के खिलाफ आवाज
हिंदूओं की लड़कियों को Love Jihad का शिकार बनाकर उनके जीवन को तबाह करने के खिलाफ जब हिंदू संगठन आवाज उठाते हैं तो देश भर के कथित बुद्धिजीवी तथा सेक्यूलर नेता उन्हें सांप्रदायिक घोषित कर देते हैं। लेकिन अब लव जिहाद के इस संक्रमण के खिलाफ आवाज उठाई है केरल के एक चर्च ने तथा कहा है कि इस्लामिक मौलवी जादू टोना करके ईसाई लडकियों को लव जिहाद में फंसाकर उनके जीवन को बर्बाद कर रहे हैं।
मिली खबर के अनुसार दक्षिण भारत के राज्य केरल के सिरो मालाबार चर्च के पाला सूबा के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट की हालिया टिप्पणियों ने इस बात को उजागर किया है कि केरल की ईसाई युवतियां न केवल ‘लव जिहाद’ बल्कि ‘नारकोटिक्स जिहाद’ की भी शिकार होते जा एहि हैं। इस मामले में चिंताओं को बढ़ाते हुए थमारसेरी सूबा के कैटेसिस विभाग ने राज्य में इस्लामी संगठनों द्वारा किए जा रहे ‘लव जिहाद’ के खिलाफ ईसाई समुदाय को चेतावनी देते हुए एक पुस्तिका जारी की है।
लव जिहाद नौ चरणों में लागू किया जाता है
केरल के इस चर्च की हैंडबुक में कक्षा X, XI और XII में धार्मिक अध्ययन की कक्षाओं की छात्राओं को सावधान करने और इसके बारे में शिक्षित करने के लिए ‘लव जिहाद’ के तौर-तरीकों को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि लव जिहाद को नौ चरणों में लागू किया जाता है और इस पुस्तिका में इसके प्रत्येक फेज के बारे में जानकारी दी गई है। लव जिहाद के खिलाफ जारी चर्च की इस हैंडबुक में लड़कियों को व्यक्तियों के साथ शारीरिक संपर्क या आकस्मिक दोस्ती के खिलाफ चेतावनी दी गई है।
यहाँ तक कि व्यक्तिगत वस्तुओं, उपहारों आदि जैसी साधारण चीजों का भी इस्तेमाल उन्हें ‘फँसाने’ के लिए किया जा सकता है। चर्च की हैंडबुक में बताया गया है कि अक्सर मौलवी ईसाई लड़कियों को बहकाने के लिए कथित तौर पर ‘काले जादू’ का इस्तेमाल करते रहते हैं। काला जादू लड़कियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजों जैसे कि पेन, रूमाल या उसके बालों के स्ट्रैंड का उपयोग करके किया जाता है।
यौन आतंकवाद
एक प्रेस रिलीज में थमारसेरी सूबा के पादरी जॉन पल्लीक्कवयाल ने दावा किया है कि सूबा की 160 महिलाओं को ‘लव जिहाद’ में फँसाया गया था। इसमें आगे कहा गया है कि शिकायत मिलने पर की गई जाँच में यह सामने आया है कि कम से कम 100 से अधिक महिलाओं और लड़कियों को अलग-अलग प्रकार के ‘यौन आतंकवाद’ के जरिए फँसाया गया था।
आपको बता दें कि इससे पहले भी केरल में ईसाइयों को लव जिहाद से बचाने के लिए चर्च संगठन और बिशप बार-बार अपने समुदाय को इसके खतरे को लेकर चेताते रहे हैं। इस मामले में कई पादरियों ने बात करते हुए यह समझाने की कोशिश की है कि कैसे ईसाई लड़कियों का पहले ब्रेनवॉश कर उन्हें मुस्लिम लड़कों के जरिए फँसाया जाता है।
इस्लामिक संगठन ने की किताबें जब्त करने की माँग
उधर चर्च द्वारा जारी की गयी हैंडबुक पर आपत्ति जताते हुए NAM अब्दुल खादर की अध्यक्षता वाली समस्त अधिकार संरक्षण परिषद ने पुस्तक को तत्काल जब्त करने की माँग की।
उन्होंने किताब में की गई टिप्पणियों पर आपत्ति जताते हुए अजीब बयान दिया कि ‘इस्लाम में दूसरे समुदायों की महिलाओं के यौन शोषण को मंजूरी दी गई है, क्योंकि ऐसा करने से जन्नत नसीब होता है।’ मुस्लिम सुन्नी संगठन ने एक बयान में इसे विभिन्न समुदायों के बीच कलह पैदा करने की जानबूझकर की जा रही कोशिश करार दिया है।
सूबा ने माँगी माफी
चर्च के लव जिहाद वाले हैंडबुक पर मुस्लिमों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध के बाद थमारसेरी के सूबा ने माफी माँगी है। उन्होंने कहा है कि किताब को प्रकाशित करने का इरादा केवल युवाओं को ईसाई धर्म में बनाए रखना और महिलाओं की रक्षा करना था। फादर जॉन पल्लिकवयाल ने कहा, अगर किसी को कोई गलतफहमी हुई है या इससे वो आहत हुए हैं तो हम खेद व्यक्त करते हैं।
Church is doing all this to save Christian girls from the clutches of Love Jihad