“After Friday prayers, Hindu targets attacked temples with religious slogans, broke heads, burnt country’s properties.”
कहते हैं की हम देश प्रेमी हैं पर फूंक रहे हैं देश की संपत्ति तोड़ रहे हिंदुओं के मंदिर।
कोई अपने देश को जलाता है क्या ?
सनातन🚩समाचार🌎 कल 10 जून 2022 शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद देश के बहुत सारे हिस्सों में एक ही समय पर एक ही तरह की आक्रामक कार्रवाई की गई हैं जिससे एक तरफ जहां देश की संपत्ति को तो भारी नुकसान पहुंचा ही है वहीं दूसरी ओर दंगाइयों ने कई स्थानों पर बहुत सारे पुलिस वालों पर हमले करके उन्हें भी घायल कर दिया है। साथ ही बहुत सारे वाहनों को आग के हवाले भी किया गया है। हदीस में लिखी गई बातों को नूपुर शर्मा द्वारा दोहराए जाने के बाद सारे देश में मुसलमानों में गुस्सा उफान पर है, और वह अब पूरी तरह आक्रामक हो चले हैं।
इस्लाम को मानने वालों ने जमकर हिंसा और पत्थरबाजी की
गत शुक्रवार जहां एक और पुलिस के हाथ पांव फूले रहे वहीं दूसरी ओर हिंदू भी पूरी तरह जुम्मे के बाद सड़क पर आई हुई भीड़ के निशाने पर रहे। इन लोगों ने पथराव करते हुए और मजहबी नारे लगाते हुए देश के कई हिस्सों में मंदिरों पर पथराव किया है। झारखंड की बात करें तो यहां रांची में इस्लाम को मानने वालों ने जमकर हिंसा और पत्थरबाजी की है, साथ ही पुलिस के एक बड़े अधिकारी का सिर भी फोड़ दिया गया है। इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत भी बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार जुम्मे की नमाज के बाद इकरा मस्जिद इलाके में भटके हुए लोगों ने जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की है।
मजहबी नारे लगाने वालों ने भगवान बजरंगबली जी के मंदिर पर भी हमला बोल दिया।
इन्होंने पुलिस पर भी जबरदस्त हमले किए इन हमलों में पत्थरों का तो खुलकर प्रयोग किया ही गया साथ ही पुलिस पर गोलियां भी दागी गई और पेट्रोल बम भी फेंके गए। पता चला है कि नमाज के बाद भड़के हुए लोगों के द्वारा चलाई जाने वाली गोली एक पुलिस वाले को लगी है। इस सारे बवाल के बीच मजहबी नारे लगाने वालों ने भगवान बजरंगबली जी के मंदिर पर भी हमला बोल दिया। जिस पर उन्होंने ताबड़तोड़ पत्थरबाजी की और तोड़फोड़ भी की। मंदिर पर इतना जोरदार हमला किया गया कि वहां पर आसपास के पुलिस वालों को भी जान बचाने के लिए मंदिर में छिपना पड़ा, परंतु उन्मादी लोग लगातार मंदिर पर पथराव करते रहे और अल्लाह हू अकबर के नारे भी लगाते रहे।
इस सारी घटना की जानकारी मंदिर में फंसी हुई एक महिला पत्रकार ने दी है जिसके खुद के सिर के ऊपर पत्थर लगने से वह घायल हो चुकी थी। हमले में दो दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को चकनाचूर कर दिया गया है। दंगाइयों ने एसएसपी को भी बहुत जोर से पत्थर मारा लेकिन हेलमेट पहना होने के कारण उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई परंतु उनका हेलमेट अवश्य टूट गया।
यहां बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या ये दंगाई इस देश को अपना मानते हैं ? और अगर अपना मानते हैं तो इसकी बर्बादी क्यों करते हैं ?