लुधियाना: के ऋषि नगर में कोविड रिस्पांस टीम द्वारा G.T.B. Ludhiana Isolation Centre के नाम से पहला केंद्र, ऋषि नगर स्थित दिव्यांग सेवा केंद्र में खोला गया है।
इसके बारे में सरदार गुरदर्शन सिंह जी ने बताया के लुधियाना में मरीजों को अस्पताल में जगह ना मिलने के कारण, इलाज महंगा होने के कारण या अपने घर में आइसोलेशन की जगह न होने के कारण जिन लोगों को परेशानी आ रही है वह इस केंद्र में अपना स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।रिटायर्ड सिविल सर्जन डॉक्टर जैन इस सेंटर के इंचार्ज हैं।यहां महिलाओं और पुरुषों के लिए दो अलग अलग वार्ड बनाए गए हैं तथा प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग की बात कही गई है।
उन्होंने आगे बताया कि लुधियाना में दूर-दूर से लोग इलाज करवाने आते हैं। लेकिन इस महामारी के दौर में चिकित्सा सुविधाओं की कमी ना रह जाए इसे देखते हुए इस सेंटर के निर्माण की आवश्यकता समझी गई। यहां 24 घंटे डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ,सफाई कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे। आवश्यक दवाइयां और आवश्यक स्वास्थ्य संसाधन यहां उपलब्ध हैं। उसके साथ ही सभी मरीजों के लिये शुद्ध खाने की व्यवस्था भी है।आवश्यकता पड़ने पर स्वयंसेवक दिन रात उपलब्ध रहेंगे।
स्वाथ्य लाभ ले रहे मरीजों के लिये योग, मानसिक चिंता को दूर करने हेतु प्रेरक विशेषज्ञ, गीत,भजन की विशेष व्यवस्था की गई है।सेवा में लगी टीमों द्वारा महामारी नियमों का विशेष पालन किया जा रहा है।
इस महाकार्य का उद्घाटन डिप्टी कमिश्नर श्री विरेंद्र शर्मा जी द्वारा किया गया और उनके साथ लुधियाना के पुलिस कमिश्नर श्री राकेश अग्रवाल जी भी विशेष रुप से उपस्थित थे। टीम के कन्वीनर सरदार गुरदर्शन सिंह आईपीएस (रिटायर्ड एडीजीपी), सह कन्वीनर श्री राजेन्द्र गुप्ता (चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप) सह कन्वीनर श्रीमती मृदुला जैन (वाइस चेयरमैन शिंगोरा टैक्सटाइल्स लिमिटेड) ने सभी के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
कोविड रिस्पांस टीम में शहर के गणमान्य महानुभाव ओंकार सिंह पाहवा (एवन साइकिल) श्री मलकीत जनागल (जनागल एक्सपोर्ट्स) डॉ राजेश महाजन ,डॉ रेशम सालोह, सुभाष जैन सीए, मनोज जैन (टॉम एंड जेरी) बलवीर अरोड़ा( ओकटेव अपैरल) डॉ उमेश वधवा, सुनील ढींगरा (जनकसन) भी शामिल हैं।
ये सारी व्यवस्था किसकी ? योजना किसकी और खर्चा किसका ?
ये बात काबिले जिक्र है कि इस सारे अभियान के पीछे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ही है। बड़ा सवाल ये है कि इस सारे आयोजन में संघ का कोई बैनर नहीं है ना ही कोई स्वयं सेवक गणवेश में दिखता है। आखिर इसका रहस्य क्या है ??
इस बारे में RSS के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सेवा में विश्वास रखता है ना कि प्रचार में।उन्होंने आगे बताया कि हमारी सेवा को दुनियां जाने चाहे ना जाने परन्तु परमात्मा तो हमेशा देखता ही है।
यहां बहुत खास बात ये है कि आज जहां कई लोग करते नाम मात्र को हैं परन्तु उससे कई गुना अधिक हो हल्ला कर देते हैं वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की यह सोच निश्चय ही सराहनीय है।
संघ के आदर्श वास्तविक रूप में प्रेरनात्मक हैं।
धन्य है ऐसी विचारधारा।
जी सही कहा आपने।