“Become a Christian by taking 2-5 lakhs, strings are connected to Italy, SIT formed to investigate.”
हिंदुओं की सत्संग परंपरा के नाम पे हिंदुओं को बुला कर चलाया जा रहा था ये गोरख धंधा।
सनातन🚩समाचार🌎 निशाने पर गरीब जनता। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का प्रार्थना करने से इलाज, लाखों रुपए, छोटे स्तर से लेकर बड़े-बड़े होटलों तक में आयोजन, 20,000 लोगों को ईसाई बना दिया गया। अब पुलिस ने सारे गोरख धंधे की जांच के लिए बना दी है SIT
पंजाब के चर्चित “मेरा यीशु यीशु” वाले बजिंदर सिंह के चर्चे अब राजस्थान में भी जोरों पर हैं, क्योंकि राजस्थान के भरतपुर में भोले भाले हिंदुओं को ईसाई बना देने का एक बड़ा रैकेट सामने आया है। इस रैकेट को चंडीगढ़ से पास्टर बजिंदर सिंह चल रहा था। पता चला है की भरतपुर में बजिंदर सिंह का अजय सिंह नाम का प्यादा वहां धर्मपरिवर्तन के सारे काम को अंजाम दे रहा था। इस खेल में अजय सिंह का सारा परिवार लगा हुआ था क्योंकि बजिंदर सिंह उसे हर महीने 1 लाख रुपए देता था ताकि वह धर्मांतरण का कार्य धडल्ले से करता रहे।
भरतपुर के पीपला गांव में रह रहे अजय सिंह के घर में सप्ताह में 2 दिन प्रार्थना का कार्यक्रम तो होता ही था और उसके साथ-साथ पीपला गांव में लोगों के घर-घर जाकर भी ईसाई मत की प्रार्थना सभाएं की जा रही थीं। धर्मांतरण के इस खेल में लभाना मिनिस्ट्री का नाम भी सामने आया है। बता दें कि लभाना मिनिस्ट्री मूलतः इटली की एक संस्था है जिसका काम दुनिया में लगातार ईसाइयों की संख्या बढ़ाना है। लभाना मिनिस्ट्री के बारे में यह प्रचलित है कि यह लोग हर तरह के लालच देकर गैर ईसाइयों को ईसाई बनाते हैं।
पता चला है कि धर्म परिवर्तन वाले इस गिरोह के लोग हिंदुओं को धर्म परिवर्तन करने पर 2 लाख से 5 लाख तक दे दिया करते हैं। यहां के पूर्व सरपंच तूही राम के अनुसार अजय सिंह को पहले भी चेताया गया था कि वह हिंदुओं को ईसाई बनाने का काम बंद करदे, किंतु वह नहीं माना। पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला है कि अजय सिंह खुद ईसाई बन चुका है और उसके पास से पुलिस ने उसके ईसाई होने का सर्टिफिकेट भी बरामद किया है।
राजस्थान के भरतपुर में धर्मांतरण के खेल का भंडाफोड़ 11 फरवरी 2024 को उस समय हुआ था जब वहां पर लगभग 500 लोगों को इकट्ठा करके उन्हें ईसाई बनाया जा रहा था। उस आयोजन में चंडीगढ़ से अपने को प्रॉफिट बताने वाला विजेंद्र सिंह लाइव जुड़ा हुआ था, जो वहां जमा हुए लोगों को ईसाई बनने के लिए प्रेरित कर रहा था, और साथ ही जमा हुए लोगों को बता रहा था कि वह मरे हुए बच्चे को जिंदा कर सकता है तथा कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों को भी ठीक कर सकता है।
11 फरवरी के इस आयोजन में लगे हुए शैलेंद्र सिंह और कुंवर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस बारे में पकड़े गए दोनों आरोपियों ने बताया है कि वह केवल व्यवस्था करते हैं किंतु धर्मांतरण का कार्य चंडीगढ़ से ऑनलाइन होकर बजिंदर सिंह ही करता है। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि केवल भरतपुर में ही लगभग 20,000 हिंदुओं को धर्मांतरित करके ईसाई बनाया जा चुका है। दरअसल 11 फरवरी को जब वकील संदीप सिंह अपने किसी मित्र की शादी के लिए हाल बुक करवाने सोनार हवेली पहुंचे थे। तब उन्होंने देखा था कि वहां पर लगभग 400 व्यक्ति उपस्थित थे जिन्हें यीशु की कसम दिलवाकर ईसाई बनाया जा रहा था।
तब संदीप सिंह ने तुरंत उस घटना की जानकारी पुलिस को दे दी और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर धर्मांतरण वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। बता दें कि धर्मांतरण का यह खेल केवल पीपला गांव में ही नहीं चल रहा था अपितु ये भरतपुर के गुड़वा, कंजौली, नोह बहामादी, बहनेरा, बझेरा, गघीना, रूपवास और बयाना इत्यादि गांवों में भी लोगों को ईसाई बनाया जा रहा था। धर्मांतरण के इस खेल के बारे में भरतपुर के जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने कहा है कि धर्म परिवर्तन के दो मामले सामने आए हैं।
एक मामला निजी होटल में सामने आया है जहां कार्यक्रम के दौरान लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते हुए और दूसरे धर्म का अपमान किया जा रहा था। दूसरा मामला एक गांव में सामने आया है। हमने इस मामले की जांच के लिए एक SIT का गठन भी कर दिया है