जहां एक ओर पूरी दुनियां में कोरोना का कोहराम है वहीं कुछ लोग इस महामारी में भी अपनी जिहादी मानसिकता से नहीं निकल पा रहे हैं।
मामला अलीगढ़ के जमालपुर का है जो तब प्रकाश में आया जब जमालपुर अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण के दौरान कोविड-19 वैक्सीन से भरी 29 सिरिंज कूड़ेदान में पाई गयीं। इसके बाद तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भानु प्रताप कल्याणी के द्वारा जांच के निर्देश दिए गए और जांच में केंद्र में तैनात सभी लोगों के बयान दर्ज किए गए।स्वास्थ्य केंद्र पर उपस्थित अन्य स्टाफ का कहना है नर्स निहा खान टीकाकरण करने के बजाय वैक्सीन को तोड़कर सिरिंज में भरने के बाद कूड़ेदान में फेंक देती थी।जब स्टाफ ने निहा को ऐसा करने से मना किया तो निहा खान का जवाब था “मेरा मूड खराब है मैं ऐसा ही करूंगी”
यहां गौरतलब ये है कि यूपीएचसी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ आफरीन एएनएम निहा खान के द्वारा की जा रहे इस भयंकर कार्य से अवगत थी। लेकिन दोनों एक धर्म की होने की वजह से डॉ आफरीन ने कोई कार्यवाही नहीं की थी, ना ही संबंधित विभाग को सूचना दी और निहा खान के इस कुकृत्य पर मौन रही।
बहरहाल अब इस मामले में एएनएम नर्स निहा खान को कारण बताओ नोटिस जारी करके उसकि सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया गया है और टीकाकरण केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आफरीन के खिलाफ भी कार्रवाई के संकेत मिले हैं।
इस बारे में अलीगढ़ जिला अधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ अवश्य बनती कार्रवाई की जाएगी।