“Open and shut case “Marriage after hiding the real identity, then murder of wife and her parents, Najibur Rahman in custody.”
लगता है की काफी सारी हिंदू लड़कियों ने अपनी और अपने परिवार की बर्बादी का पक्का निश्चय कर लिया है।
सनातन🚩समाचार🌍 इस बार एक हिंदू लड़की ही नहीं कटी है बल्कि वह अपने साथ अपने माता-पिता को भी ले डूबी है।
ये खौफनाक तिहरे हत्याकांड की घटना घटी है असम के गोलाघाट में। जहां पर रहने वाली एक हिंदू युवती को अपनी असल पहचान छुपाकर खुद को हिंदू बताते हुए नजीबुर्रहमान ने अपने प्रेम जाल में फंसा लिया और उससे शादी कर ली तथा हिंदू लड़की से उसने एक बच्चा भी पैदा कर लिया। किंतु इसके बावजूद जो हमेशा होता आया है उसी को दोहराते हुए नजीबुर्रहमान ने अपने हिंदू पत्नी संघमित्रा का कत्ल कर दिया और साथ ही उसने उसके माता-पिता को भी काट डाला।
इस खौफनाक तिहरे हत्याकांड की जानकारी मिलने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पीड़ित परिवार के घर शोक व्यक्त करने के लिए पहुंचे, तथा मृतकों के परिजनों से सारे घटनाक्रम के बारे में चर्चा की। और साथ ही आश्वासन दिया कि इस मामले में असम पुलिस 15 दिनों के भीतर चार्जशीट दायर कर देगी। उन्होंने स्पष्ट किया यह लव जिहाद का मामला है। इस अवसर पर बात करते हुए असम के मुख्यमंत्री सर्मा ने बताया कि फेसबुक पर नजीबुर्रहमान ने खुद को हिंदू बताकर संघमित्रा घोष से जान पहचान की थी।
उन्होंने परिवार से बात करते हुए चिंता जताई की नाम बदलकर प्यार में फंस जाने के बाद महिला जब वापस लौटती है तो समाज उसे नहीं स्वीकारता है। इस कारण लड़कियां मजबूर होकर धर्मांतरण कर लेती हैं। सीएम ने दुखी परिवार से बात करते हुए दोषी को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करने का आश्वासन देते हुए इसे एक ओपन एंड शर्ट केस करार दिया।
दहलाने वाले इस तिहरे हत्याकांड के बारे में पता चला है कि जून 2020 में नजीबुर्रहमान ने फेसबुक पर अपने को हिंदू बताते हुए संघमित्रा से दोस्ती की थी। उस समय सारे देश में कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा हुआ था। फेसबुक पर नजदीकियां बढ़ाते हुए नजीबुर्रहमान ने संघमित्रा को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया और आखिर अक्टूबर 2020 मैं वह दोनों कोलकाता भाग गए और कोर्ट में शादी कर ली। इसके बाद इस शादी से नाराज हुए संघमित्रा के परिजनों ने अपनी बेटी पर चोरी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी।
जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था तथा उसे एक महीना न्यायिक हिरासत में भी रहना पड़ा था। इस घटना के बाद संघमित्रा अपने माता पिता के पास लौट आई थी किंतु जनवरी 2022 में नजीबुर्रहमान एक बार फिर से संघमित्रा को लेकर भाग गया, और जब अगस्त में वह दोनों लौटे कब तक संघमित्रा गर्भवती हो चुकी थी। इस दौरान वह दोनों चेन्नई में रहे थे। इसके बाद नवंबर महीने में नजीबुर्रहमान के घर में ही संघमित्रा ने एक बेटे को जन्म दिया।
#WATCH | Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma meets family members of triple murder case victim Golaghat. pic.twitter.com/rnsYiWOlYM
— ANI (@ANI) July 26, 2023
पता चला है कि एक बच्चे की मां बनने के बाद संघमित्रा को जानकारी मिली की जिसे वह हिंदू समझ रही थी वह वास्तव में नजीबुर्रहमान नाम का एक मुसलमान है। जिस कारण उन दोनों में काफी झगड़ा हुआ और संघमित्रा अपने बेटे के साथ अपने माता पिता के पास वापस चली आई। वापस आकर उसने नजीबुर्रहमान पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी थी। जिस पर पुलिस ने नजीबुर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया था, तथा 28 दिन बाद जमानत मिलने पर वह जेल से बाहर आ गया।
बाहर आ कर वह बार-बार संघमित्रा से मिलने का प्रयास करने लगा किंतु संघमित्रा के माता-पिता ने इसके लिए इंकार कर दिया। और आखिर जैसा कि हर केस में होता है इस केस में भी 24 जुलाई 2023 को नजीरपुर रहमान ने बहुत बेरहमी से कुल्हाड़ी से वार करते हुए संघमित्रा और उसके पिता सुधीर घोष और उसकी मां झुनूक घोश को भी कुल्हाड़ी से काट डाला। इस भीषण हत्याकांड को अंजाम देकर नजीबुर्रहमान संघमित्रा के 9 महीने के बच्चे को लेकर भाग गया, जिसकी पुलिस तलाश करती रही और आखिर उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
इससे ट्रिपल मर्डर के बारे में अधिक जानकारी देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सर्मा ने बताया कि नजीबुर्रहमान बोरा नशे का आदी था तथा उसने मृतिका को भी ड्रग्स का आदि बना दिया था। इसके साथ ही वह प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी भी करता था। उन्होंने बताया की महिला को ड्रग्स के प्रभाव से बेसुध महिला से नजीबुर्रहमान दुष्कर्म करता रहा जिससे मृतिका गर्भवती हो गई थी।